मोती महल झंडा विवाद पर सुलह : SP की समझाइश के बाद अनिरुद्ध सिंह तिरंगा लहराने के लिए माने

राजस्थान के भरतपुर के मोती महल झंडा विवाद का समाधान हो गया है। अब मोती महल की छत पर तिरंगा झंडा लहराएगा। सिटी एसपी और अनिरुद्ध सिंह के बीच बनी सहमति।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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राजस्थान के भरतपुर जिले में मोती महल झंडा विवाद ने कई हफ्तों तक सुर्खियां बटोरीं। इस विवाद का समाधान अब निकला है, जिसमें पूर्व राजपरिवार सदस्य अनिरुद्ध सिंह (Anirudh Singh) और भरतपुर पुलिस अधीक्षक (SP) दिगंत आनंद (Digant Anand) के बीच हुई विस्तृत बातचीत के बाद यह तय हुआ कि अब मोती महल की छत पर तिरंगा फहराया जाएगा।

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प्लेटफॉर्म X पर दी जानकारी

अनिरुद्ध सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि यह निर्णय भरतपुर में कानून-व्यवस्था की भलाई, मोती महल की गरिमा और इसकी सुरक्षा तथा पवित्रता को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि तिरंगा (Tiranga) भारत के लोकतंत्र (Democracy) का सर्वोच्च प्रतीक है और इसे मोती महल की छत पर फहराना गर्व की बात है।

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विश्वेंद्र सिंह के आरोप पर बढ़ा विवाद

24 अगस्त को पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने फेसबुक पर एक पोस्ट के माध्यम से गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि मोती महल से कीमती दरवाजे और खिड़कियां बेची जा चुकी हैं और राजपरिवार के पुरखों के समय से लहराता ऐतिहासिक ध्वज भी बदल दिया गया है। इसके बाद मोती महल के ध्वज को लेकर पूरे जिले में पंचायतें होने लगीं और मामला तूल पकड़ गया।

ध्वज स्तम्भ को नुकसान

17 सितंबर को अनिरुद्ध सिंह ने X पर एक पोस्ट के माध्यम से बताया कि बीती रात कुछ अज्ञात लोग मोती महल परिसर में घुसे और ध्वज स्तम्भ को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की। उन्होंने बताया कि महल की छत पर लगे ध्वज स्तम्भ को सहारा देने वाले धातु के तारों को जानबूझकर काटा गया। यहां तक कि धारदार तारों से ध्वज को फाड़ने की कोशिश की गई। अनिरुद्ध ने पोस्ट में तस्वीरें भी साझा कीं, जिनमें ध्वज पर कटने के निशान दिखाई दे रहे थे। उन्होंने इसे परिवार की विरासत और सम्मान पर हमला बताया।

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पुलिस प्रशासन की सक्रियता

मोतीमहल भरतपुर झंडा विवाद बढ़ने के बाद पुलिस प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और कानून-व्यवस्था की चिंता के बीच भरतपुर पुलिस अधीक्षक दिगंत आनंद और अनिरुद्ध सिंह के बीच बातचीत की। इस बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि तिरंगा अब मोती महल की छत पर फहराया जाएगा। इस कदम से मोती महल की गरिमा बनी रहेगी और कानून-व्यवस्था पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा।

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झंडा विवाद के मुख्य बिंदु

झंडा विवाद : मोती महल पर तिरंगा लहराने पर सहमति बनी
मुख्य पक्ष : अनिरुद्ध सिंह और एसपी दिगंत आनंद के बीच संवाद
आरोप : मोती महल से दरवाजे और खिड़कियां बेची गईं
नुकसान : ध्वज स्तम्भ को काटने का प्रयास
समाधान : तिरंगा मोती महल की छत पर फहराने का फैसला

FAQ

1. मोती महल में क्यों झंडा विवाद हुआ?
मोती महल में झंडा विवाद (Flag Dispute) हुआ क्योंकि कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि महल से कीमती सामान (Valuable Items) बेचा गया और ऐतिहासिक ध्वज को बदल दिया गया।
2. मोती महल पर अब कौन सा झंडा फहराया जाएगा?
भारतीय तिरंगा (Indian Tiranga) अब मोती महल की छत (Moti Mahal Roof) पर फहराया जाएगा, जैसा कि अनिरुद्ध सिंह और एसपी दिगंत आनंद के बीच हुई बातचीत में तय किया गया है।
3. पुलिस ने इस विवाद को कैसे हल किया?
पुलिस ने कानून-व्यवस्था (Law and Order) को बनाए रखने के लिए अनिरुद्ध सिंह और एसपी दिगंत आनंद के बीच एक बैठक आयोजित की, जिसके बाद भारतीय तिरंगा (Indian Tiranga) को मोती महल पर (On Moti Mahal) फहराने का फैसला लिया गया।

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