राजस्थान में न्यूक्लियर पावर का विस्तार : बांसवाड़ा में नए प्रोजेक्ट का उद्घाटन जल्द, पीएम मोदी आएंगे

राजस्थान के बांसवाड़ा में न्यूक्लियर पावर का नया संयंत्र लगाया जा रहा है, जिससे 5,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा और राज्य में बिजली उत्पादन में वृद्धि होगी। पीएम मोदी उद्घाटन करने आ सकते हैं।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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राजस्थान अब न्यूक्लियर पावर (Nuclear Power) के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। राज्य में एक और न्यूक्लियर पावर संयंत्र (Nuclear Power Plant) लगने जा रहा है, जो बांसवाड़ा जिले में स्थापित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) आगामी सितंबर महीने के अंत में कर सकते हैं। 

इसके लिए राजस्थान भाजपा ने पीएम मोदी से 20 सितंबर का समय मांगा है और अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। यह प्रोजेक्ट भारतीय परमाणु ऊर्जा निगम लिमिटेड (NPCIL) द्वारा लगाया जा रहा है और राज्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।

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रावतभाटा के बाद बांसवाड़ा में दूसरा संयंत्र

राजस्थान में न्यूक्लियर पावर का पहला संयंत्र रावतभाटा में स्थापित किया गया था और अब बांसवाड़ा में दूसरा संयंत्र स्थापित होने जा रहा है। इस संयंत्र में कुल चार यूनिट्स (Units) लगाई जाएंगी, जिनका उत्पादन चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा।

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चार यूनिट्स के निर्माण का प्रस्ताव

बांसवाड़ा के नापला क्षेत्र में इस संयंत्र के तहत चार यूनिट्स का निर्माण किया जाएगा। पहली यूनिट का शिलान्यास इसी महीने किया जाएगा। इसके बाद, छह महीने के भीतर दूसरी यूनिट, 11 महीने में तीसरी यूनिट और कुछ महीनों में चौथी यूनिट स्थापित की जाएगी। इन चारों यूनिट्स का लक्ष्य 2031 तक शुरू करना है। जब सभी यूनिट्स शुरू हो जाएंगी, तब राजस्थान का न्यूक्लियर पावर उत्पादन 5900 मेगावाट तक पहुंच जाएगा।

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न्यूक्लियर संयंत्र से रोजगार के नए अवसर

बांसवाड़ा में बनने वाला यह न्यूक्लियर पावर संयंत्र (Nuclear Power Plant) प्रदेश के 5,000 से अधिक लोगों को रोजगार (Employment) प्रदान करेगा। इस संयंत्र का निर्माण कुल 623 हेक्टेयर भूमि पर किया जाएगा, जिसमें विभिन्न यूनिट्स स्थापित की जाएंगी।

2031 तक पहली यूनिट शुरू करने का लक्ष्य

एनटीपीसी (NTPC) के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गुरदीप सिंह ने बताया कि माही बांसवाड़ा प्रोजेक्ट की पहली यूनिट को 2031 तक चालू करने का लक्ष्य है, जबकि पूरी परियोजना 2036 तक पूरी तरह ऑपरेशनल (Operational) हो जाएगी। यह न्यूक्लियर पावर प्रोजेक्ट्स राजस्थान के लिए एक बड़ी उपलब्धि साबित हो सकता है और राज्य की ऊर्जा (Energy) जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

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न्यूक्लियर पावर संयंत्र के फायदे

बिजली उत्पादन में वृद्धि : राजस्थान में न्यूक्लियर पावर संयंत्र के शुरू होने से राज्य का बिजली उत्पादन 5900 मेगावाट तक बढ़ेगा, जिससे ऊर्जा की आपूर्ति में सुधार होगा।
रोजगार के अवसर : इस प्रोजेक्ट से 5,000 से अधिक लोगों को रोजगार मिलेगा, जिससे राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
स्वच्छ ऊर्जा : न्यूक्लियर पावर (Nuclear Power) एक स्वच्छ और पर्यावरण (Environment) मित्र स्रोत है, जो प्रदूषण को कम करने में मदद करेगा।

FAQ

Q1: बांसवाड़ा में नया न्यूक्लियर पावर संयंत्र क्यों लगाया जा रहा है?
बांसवाड़ा में न्यूक्लियर पावर संयंत्र लगाया जा रहा है ताकि राज्य का बिजली उत्पादन बढ़ सके और स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों से बिजली उपलब्ध हो सके।
Q2: इस न्यूक्लियर पावर संयंत्र से कितने लोगों को रोजगार मिलेगा?
इस प्रोजेक्ट से 5,000 से अधिक लोगों को रोजगार (Employment) मिलेगा, जो स्थानीय अर्थव्यवस्था के लिए लाभकारी साबित होगा।
Q3: इस प्रोजेक्ट का पूरा होने का समय क्या है?
इस प्रोजेक्ट की पहली यूनिट 2031 तक शुरू हो जाएगी, और पूरी परियोजना 2036 तक पूरी तरह ऑपरेशनल (Operational) हो जाएगी।

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