जयपुर सेंट्रल जेल में नशीली दवा सप्लाई करने वाला नर्सिंग ऑफिसर  गिरफ्तार : कैदी ने खोला राज

राजस्थान की जयपुर सेंट्रल जेल में नशीली दवा सप्लाई करने वाले नर्सिंग ऑफिसर राजकुमार को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में जेल के कैदी गोगराज गढ़वाल की अहम भूमिका रही।

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Gyan Chand Patni
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राजस्थान की जयपुर सेंट्रल जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल लगते रहे हैं। राजस्थान की राजधानी जयपुर में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें नर्सिंग ऑफिसर को जेल के भीतर नशीली दवाएं सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। नर्सिंग ऑफिसर राजकुमार (35) जयपुर सेंट्रल जेल में कार्यरत था। साथ ही, गोगराज गढ़वाल, जो जेल में बंद एक कैदी है, को भी गिरफ्तार किया गया है। 

जयपुर सेंट्रल जेल में मोबाइल बरामद होने के मामले भी अक्सर सामने आते रहते हैं। कैदियों मे बीच झगड़े और फरारी के कारण भी यह जेल सुर्खियों में बनी हुई है। अब जयपुर सेंट्रल जेल का नर्सिंग ऑफिसर गिरफ्तार हुआ है और उस पर नशीली दवाइयां सप्लाई करने का आरोप लगा है। इससे साफ है कि जेल में भीतर तक अपराधियों की घुसपैठ हो चुकी है जो वाकई चिंताजनक है। 

नशीली दवा का क्या है मामला

इस मामले की शुरुआत 24 सितंबर को भांकरोटा थाना पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से हुई। जब तीन बदमाश—अभिराज सिंह, संपत सिंह और अंकुश अग्रवाल को नशीली दवाओं के साथ गिरफ्तार किया गया था। इनके पास एक कार्टून में 86 पैकेट नशीली दवाओं के थे, जिनमें 37 हजार से ज्यादा कैप्सूल मिले थे। इन दवाओं की कीमत लाखों में बताई जा रही है।

पुलिस को कुछ दिन पहले सूचना मिली थी कि भांकरोटा इलाके में कुछ लोग यूपी से नशीली टेबलेट मंगवा रहे हैं। इसके लिए आरोपी ऑनलाइन पैसों का लेन-देन कर रहे थे। पुलिस ने इन बदमाशों के मूवमेंट पर निगरानी रखी और गाजीपुर से अभिराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद संपत सिंह और अंकुश अग्रवाल को भी पकड़ा गया। पूछताछ में यह जानकारी सामने आई कि ये दवाइयां जयपुर सेंट्रल जेल और शहर के कई गिरोहों तक पहुंचाई जा रही थीं।

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Photograph: (Ai)

गोगराज गढ़वाल का नाम सामने आया

तीन आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने गहन पूछताछ की और बदमाशों के मोबाइल नंबर की साइबर जांच की। जांच में पता चला कि अंकुश अग्रवाल गोगराज गढ़वाल के संपर्क में था। गोगराज, जो पॉक्सो मामले में जेल में बंद था, से पूछताछ करने पर यह खुलासा हुआ कि वह नशीली दवाइयां राजकुमार से प्राप्त करता था।

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नर्सिंग ऑफिसर हो गया था फरार 

जैसे ही यह जानकारी सामने आई, नर्सिंग ऑफिसर राजकुमार को भनक लग गई और वह मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अपनी जांच को तेज करते हुए राजकुमार की तलाश शुरू कर दी। मंगलवार को राजकुमार को गिरफ्तार किया गया। उसकी गिरफ्तारी के बाद पूरी सच्चाई सामने आई।

पुलिस टीम की सफल कार्रवाई

डीसीपी वेस्ट, हनुमान प्रसाद मीणा के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई। इस टीम ने गहन पूछताछ की और कई अहम सुराग जुटाए। साइबर टीम की मदद से बदमाशों के मोबाइल से सीडीआर निकाली गई, जिससे जांच को और भी गति मिली।

FAQ

1. जयपुर सेंट्रल जेल के नर्सिंग ऑफिसर राजकुमार को क्यों गिरफ्तार किया गया?
नर्सिंग ऑफिसर राजकुमार को जयपुर सेंट्रल जेल में नशीली दवाएं सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। 
2. जयपुर में पुलिस ने नशीली दवाओं की तस्करी का खुलासा कैसे किया?
पुलिस ने बदमाशों के मोबाइल नंबर की साइबर जांच की और उनसे प्राप्त जानकारी के आधार पर गोगराज गढ़वाल और नर्सिंग ऑफिसर राजकुमार को गिरफ्तार किया।
3. पुलिस ने कैसे बदमाशों को गिरफ्तार किया?
पुलिस ने तकनीकी निगरानी और साइबर टीम की मदद से बदमाशों के मूवमेंट पर निगरानी रखी, और फिर उन्हें गिरफ्तार किया।

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