/sootr/media/media_files/2025/09/19/mohanty-2025-09-19-20-38-01.jpg)
Photograph: (the sootr)
जर्मन महिला से रेप के आरोप में राजस्थान की जयपुर सेंट्रल जेल में सजा भुगत रहे बेटे को पैरोल पर रिहा करवाकर फरार करवाने के 18 साल पुराने मामले में ओडिशा के पूर्व डीजी विद्याभूषण मोहंती को एसीजेएम-चार जयपुर मेट्रो-द्वितीय ने बरी कर दिया है।
कोर्ट ने माना है कि विद्याभूषण मोहंती ने न तो अपने बेटे को कोई प्रोटेक्शन दिया था और ना ही उसे पकड़ने में कोई बाधा पहुंचाई थी। कोर्ट ने माना है कि पुलिस ने ठोस अनुसंधान किए बिना ही चालान पेश किया है।
राजस्थान हाई कोर्ट ने दिए जयपुर के चारदीवारी क्षेत्र में 19 अवैध बिल्डिंगों को सीज करने के आदेश
यह था पूरा मामला
साल 2006 में अलवर की एक अदालत ने बीटी मोहंती को एक जर्मन महिला से रेप मामले में दोषी करार देते हुए सात साल की सजा से दंडित किया था और वह जयपुर सेंट्रल जेल में सजा भुगत रहा था। 2006 में अपनी बीमार मां से मिलने के लिए 15 दिन का पैरोल लेकर फरार हो गया था। इस संबंध में लालकोठी थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी।
एसआई भर्ती पेपर लीक मामले में सुप्रीम कोर्ट से राहत, राईका के बेटे और बेटी को मिली जमानत
पिता को माना आरोपी
इसमें बीटी को फरार करवाने के लिए उसके पिता ओडिशा में आईपीएस अधिकारी व डीजी विद्याभूषण मोहंती को जिम्मेदार बताया था। जयपुर पुलिस डीजी मोहंती को ओडिशा से गिरफ्तार करके भी लाई थी। हालांकि उन्हें जमानत मिल गई थी। पिता के गिरफ्तार होने के बावजूद भी बीटी ने सरेंडर नहीं किया था और ना ही पुलिस उसे तलाश पाई थी।
डमी स्कूल-कोचिंग गठबंधन पर हाईकोर्ट ने जताई चिंता : एसआईटी गठित कर औचक निरीक्षण के लिए कहा
2013 में पकड़ा, 2024 में मौत
मार्च, 2013 में अचानक केरल के कुन्नूर से बीटी होत्रा मोहंती के पकड़े जाने की खबर आई। वहां वह अपनी पहचान बदलकर राष्ट्रीयकृत बैंक में राघव रंजन के नाम से नौकरी कर रहा था। राजस्थान पुलिस उसे केरल से पकड़कर जयपुर ले आई थी।
राजस्थान के कुचामन में दलित युवक की पिटाई से मौत, समाज में आक्रोश, शव उठाने से इनकार
मिल गई थी जमानत
रेप केस में सजा को राजस्थान हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखा था। इसके बाद उसे जमानत भी मिल गई थी और जमानत की शर्त के अनुसार वह ओडिशा में अपने घर में रह रहा था। इसी दौरान उसे पेट का कैंसर होने की जानकारी मिली और भुवनेश्वर स्थित अस्पताल में उसका इलाज चल रहा था। इलाज के दौरान ही अगस्त, 2024 में उसकी एम्स भुवनेश्वर में मौत हो गई थी।