राजस्थान पशु परिचर भर्ती : हाईकोर्ट ने खारिज की रिजल्ट को चुनौती देने वाली याचिका, 6433 पदों पर जल्द होगी नियुक्ति

राजस्थान में पशु परिचर (एनिमल अटेंडेंट) भर्ती प्रक्रिया पर से रोक हट गई है । राजस्थान हाईकोर्ट ने भर्ती को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी।

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Nitin Kumar Bhal
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Pashu Prichar Bharti Rajasthan

Photograph: (The Sootr)

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राजस्थान (Rajasthan) में पशु परिचर (एनिमल अटेंडेंट) भर्ती प्रक्रिया पर से रोक हट गई है। अब 6433 पदों पर नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है। रोक हटाने का आदेश राजस्थान हाईकोर्ट (Rajasthan High Court) ने दिया। हाईकोर्ट (Rajasthan HighCourt) ने भर्ती प्रक्रिया को चुनौती देने वाली याचिका को खारिज कर दिया है। इस भर्ती में 17 लाख से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे।

 

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याचिका में गलत बताया था स्केलिंग का तरीका

याचिका में अभ्यर्थियों ने राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड (RSMSSB) द्वारा अपनाए गए स्केलिंग (scaling) के तरीके को गलत बताया था। याचिका में कहा गया था कि यह तरीका सही नहीं है और इसे बदलने की मांग की गई थी। इसके बाद राजस्थान हाईकोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया।

पशु परिचर भर्ती मामले में कोर्ट ने यह कहा

कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि भर्ती प्रक्रिया में अपनाए गए नॉर्मलाइजेशन (normalization) और स्केलिंग के तरीके में कोई गलती नहीं है। यह प्रक्रिया पूरी तरह से विशेषज्ञों द्वारा तय की गई थी। 24 जुलाई 2025 को कोर्ट ने स्टे (stay) और अन्य लंबित आवेदनों को भी खारिज कर दिया।

 

पशु परिचारक के बारे में जानें ...


पशु परिचारक की जिम्मेदारी क्या होती है?

  • पशु परिचारक का मुख्य काम होता है जानवरों की देखभाल करना।
  • ये ड्यूटी पालतू जानवरों के साथ-साथ चिड़ियाघरों और प्रयोगशालाओं में भी होती है।
  • जानवरों की स्वच्छता, भोजन देना और उनकी समग्र सुरक्षा सुनिश्चित करना इनका प्राथमिक कर्तव्य होता है।

पशु परिचारक की सैलरी कितनी होती है?

  • RSMSSB के तहत पशु परिचारक की मासिक इन हैंड सैलरी ₹15,000 से लेकर ₹60,000 के बीच होती है।
  • यह वेतन प्रोविडेंट फंड (PF) और आयकर कटौती के बाद मिलता है।
  • वार्षिक वेतन लगभग ₹1.8 लाख से ₹1.92 लाख तक होता है।

सैलरी के अलावा क्या सुविधाएं मिलती हैं?

  • महंगाई भत्ता (DA) और आवास भत्ता (HRA) जैसे भत्ते भी मिलते हैं।
  • यात्रा भत्ता, चिकित्सा सुविधाएं और पेंशन योजना जैसी सरकारी सुविधाएं भी उपलब्ध होती हैं।
  • इन सभी भत्तों और लाभों को मिलाकर यह नौकरी आर्थिक रूप से मजबूत सहारा देती है।

पशु परिचारक सैलरी स्ट्रक्चर

  • मासिक मूल वेतन: ₹15,000 से ₹60,000
  • वार्षिक पैकेज: ₹1,80,000 से ₹1,92,000
  • भत्ते: DA, HRA, यात्रा भत्ता आदि
  • अतिरिक्त लाभ: पेंशन, चिकित्सा सुविधाएं आदि

पशु परिचारक की नौकरी क्यों आकर्षक है?

  • अच्छी इन हैंड सैलरी के साथ-साथ भत्तों का लाभ।
  • स्थाई सरकारी नौकरी का भरोसा।
  • चिकित्सा, पेंशन और यात्रा जैसी सुविधाएं।
  • सामाजिक सेवा का अवसर, जानवरों की देखभाल कर समाज में योगदान।
  • राजस्थान पशु परिचारक का प्रोबेशन पीरियड (परिक्षण अवधि)
  • भर्ती अधिसूचना के अनुसार प्रोबेशन पीरियड निर्धारित होता है।
  • यह आमतौर पर आरएसएमएसएसबी के नियमों के अनुरूप होता है।
  • इस अवधि में कर्मचारी का कार्य प्रदर्शन और समर्पण जांचा जाता है।
  • प्रोबेशन सफलतापूर्वक पूरा करने पर नियमित सेवा प्रदान की जाती है।
  • अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड (RSMSSB) की आधिकारिक वेबसाइट पर भर्ती अधिसूचना और नियम पढ़ सकते हैं।

क्या है स्केलिंग प्रक्रिया?

बोर्ड के अनुसार, चूंकि 17 लाख उम्मीदवारों की परीक्षा अलग-अलग शिफ्टों में हुई थी, इसलिए सभी उम्मीदवारों के बीच बराबरी बनाए रखने के लिए स्केलिंग प्रक्रिया अपनाई गई थी। इस प्रक्रिया से सभी उम्मीदवारों को समान स्तर पर लाने का प्रयास किया गया।

स्केलिंग पर यह थी आपत्ति

13 मई 2025 को कोर्ट ने भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई थी, लेकिन अब इसे हटा लिया गया है। याचिकाकर्ताओं ने यह दावा किया कि विज्ञापन में स्केलिंग या नॉर्मलाइजेशन के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी, लेकिन राजस्थान अधीनस्थ और मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड (RSMSSB) ने कहा कि सभी उम्मीदवारों को इस बारे में पहले ही सूचित किया जा चुका था।

कोर्ट ने यह भी कहा

कोर्ट ने यह भी कहा कि भर्ती में शामिल होने वाले सभी उम्मीदवारों को नियमों और प्रक्रिया से पूरी तरह अवगत कराया गया था, और जब वे बिना किसी आपत्ति के प्रक्रिया में शामिल हुए, तो वे बाद में इस पर सवाल नहीं उठा सकते।

पशु परिचर भर्ती में इन्होंने लगाई थी याचिका

अंकित कुमार (श्रीगंगानगर), मंजू बाला (गंगानगर), अशोक जाट (चित्तौड़गढ़), नितेश पाटीदार (डूंगरपुर), महेश कुमार (डीडवाना-कुचामन), विपुल कुमार (बांसवाड़ा),हिमांशु सुथार (डूंगरपुर), राकेश रुले (चूरू) , मानाराम (बाड़मेर), सुखलाल उपाध्याय (चूरू), राकेश रिंवा (नागौर),  दिलीप सिंह (सिरोही), अल्ताफ कुरैशी (नागौर), सचिन गनोलिया (चूरू) और कृष्णपाल सिंह (पाली) ने स्केलिंग फॉर्मूले को राजस्थान हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।

एक्सपर्ट कमेटी के सुझाव से तय हुआ स्केलिंग फॉर्मूला

एडवोकेट मनीष पटेल ने स्केलिंग फॉर्मूले के बारे में विस्तार से बताया कि इसे एक एक्सपर्ट कमेटी द्वारा सुझाया गया था, जिसे खासतौर पर इस काम के लिए गठित किया गया था। इस कमेटी ने सभी 6 शिफ्टों के प्रश्न-पत्रों का गहराई से विश्लेषण किया। उन्होंने परीक्षा के स्तर को समझने के बाद एक ऐसा फॉर्मूला तैयार किया, जो यह सुनिश्चित करे कि अलग-अलग शिफ्टों में परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों के बीच निष्पक्षता बनी रहे।

रिजल्ट के बाद आपत्ति क्यों?

राजस्थान सरकार की ओर से AG राजेंद्र प्रसाद और AAG आईआर चौधरी ने कहा कि याचिकाकर्ताओं ने यह आरोप नहीं लगाया कि Rajasthan Subordinate and Ministerial Services Selection Board ने कोई बेईमानी की या स्केलिंग फॉर्मूला लागू करते समय गलत तरीके का इस्तेमाल किया। वे यह भी कहते हैं कि उम्मीदवारों को पहले से ही सूचित किया गया था कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया अपनाई जाएगी। अब, जब रिजल्ट घोषित हो चुका है, तो उम्मीदवार इस प्रक्रिया को चुनौती नहीं दे सकते, क्योंकि उस समय उन्होंने कोई आपत्ति नहीं उठाई थी।


FAQ

राजस्थान पशु परिचर भर्ती में स्केलिंग क्या है?
स्केलिंग या नॉर्मलाइजेशन एक प्रक्रिया है, जो अलग-अलग परीक्षा शिफ्टों में प्रश्नपत्रों की कठिनाई के हिसाब से उम्मीदवारों के अंकों को बराबर करती है, ताकि सभी को निष्पक्ष मौका मिले।
क्या राजस्थान हाईकोर्ट ने पशु परिचर भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक को हटाया है?
हाँ, राजस्थान हाईकोर्ट ने 24 जुलाई 2025 को भर्ती प्रक्रिया पर लगी सभी रोकें और याचिकाएँ खारिज कर दी हैं, जिससे भर्ती का रास्ता साफ हो गया है।
राजस्थान पशु परिचर भर्ती में कितने पद हैं और कितने लोगों ने आवेदन किया?
इस भर्ती में कुल 6433 पद हैं और 17 लाख से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन किया था।
क्या RSMSSB ने पशु परिचर भर्ती में असफल उम्मीदवारों के रॉ मार्क्स घोषित किए हैं?
हाँ, RSMSSB ने याचिका में उठाए गए मुद्दे पर ध्यान देते हुए असफल उम्मीदवारों के रॉ मार्क्स सार्वजनिक कर दिए हैं।
क्या राजस्थान पशु परिचर भर्ती में स्केलिंग प्रक्रिया भर्ती के विज्ञापन में पहले बताई गई थी?
हाँ, 5 जून 2024 को एक सर्कुलर जारी किया गया था जिसमें बताया गया था कि परीक्षा कई शिफ्टों में होगी और नॉर्मलाइजेशन का नियम लागू होगा, जो विज्ञापन का हिस्सा माना जाता है।

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