जनगणना 2027 : राजस्थान के चार जिलों में शुरू होगा प्री-टेस्ट, जाति गणना भी होगी शामिल

राजस्थान में जनगणना 2027 के पहले चरण के लिए जमीनी तैयारी शुरू हो गई है। अक्टूबर-नवंबर 2025 में प्री-टेस्ट के साथ औपचारिक शुरुआत होगी, जिसमें 4 क्षेत्र चिह्नित किए गए हैं।

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Nitin Kumar Bhal
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राजस्थान में जनगणना 2027 के पहले चरण की जमीनी तैयारी शुरू हो गई है। इस साल अक्टूबर और नवम्बर माह में प्री-टेस्ट के साथ जनगणना की औपचारिक शुरुआत की जाएगी। देश की जनगणना दुनिया की सबसे बड़ी प्रशासनिक प्रक्रिया मानी जा रही है। जनगणना का कार्य पूरी तरह से डिजिटल हो गया है, जिससे इसकी सटीकता और कार्यकुशलता में वृद्धि होने की उम्मीद है।

जनगणना प्री-टेस्ट के लिए राजस्थान में कौन से क्षेत्र चिह्नित किए हैं?

राजस्थान में प्री-टेस्ट के लिए चार विशेष क्षेत्रों को चिह्नित किया गया है। इनमें जयपुर की एक कच्ची बस्ती, बाड़मेर शहर के सात वार्ड, बाड़मेर जिले के दूरदराज के 21 गांव और सांगवाड़ा (डूंगरपुर) आदिवासी क्षेत्र के 58 गांव शामिल हैं। इन क्षेत्रों में जनगणना के पहले चरण के प्रस्तावित सवाल पूछे जाएंगे। इस प्रक्रिया में जानकारी मोबाइल ऐप पर दर्ज की जाएगी, जो लगभग तैयार है और जल्द ही लॉन्च होने वाली है।

जनगणना 2021 के लिए राजस्थान में करीब डेढ़ लाख कर्मचारी और अधिकारी तैनात किए गए थे, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण उस समय जनगणना का कार्य स्थगित कर दिया गया था। अब, 2027 के लिए नई तैयारी के तहत इस कार्य की शुरुआत की जा रही है।

जनगणना कितने चरण में होगी?

जनगणना का कार्य दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में सभी घरों की जानकारी इकट्ठी की जाएगी, जबकि दूसरे चरण में विस्तृत आंकड़े एकत्र किए जाएंगे। दोनों चरणों में प्रगणक (enumerators) प्रत्येक घर तक पहुंचकर जानकारी एकत्र करेंगे।

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जनगणना 2027 प्री-टेस्ट के दिशा निर्देश क्या हैं?

जनगणना महारजिस्ट्रार ने हाल ही में प्री-टेस्ट के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा-निर्देशों के तहत मोबाइल ऐप का 3 स्तरों में परीक्षण (Testing) किया जाएगा। सबसे पहले, जनगणना रजिस्ट्रार जनरल ऑफिस में इसका ट्रायल होगा। उसके बाद, सभी राज्यों में जनगणना कार्य निदेशालयों में इसका परीक्षण किया जाएगा।

चिह्नित क्षेत्रों में ट्रायल

प्री-टेस्ट के लिए चिह्नित क्षेत्रों में घर-घर जाकर ट्रायल किया जाएगा। यह परीक्षण उन क्षेत्रों में किया जाएगा जो पहले से ही जनगणना के लिए चुने गए हैं। इस ट्रायल के दौरान जनगणना कार्य की पूरी प्रक्रिया का मूल्यांकन किया जाएगा।

राजस्थान जनगणना 2027 प्री-टेस्ट की विशेषताएं क्या हैं?

स्वगणना

इस बार, जनगणना के प्री-टेस्ट में एक महत्वपूर्ण नवाचार पेश किया गया है। इसके तहत लोग स्वयं अपनी जानकारी दर्ज कर सकेंगे। यह स्वगणना (Self-Enumeration) प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल होगी और मोबाइल ऐप के माध्यम से की जाएगी। यह बदलाव जनगणना को अधिक सटीक और पारदर्शी बनाने में मदद करेगा।

डिजिटल मैपिंग

प्री-टेस्ट के दौरान एक और नया प्रयोग डिजिटल मैपिंग (Digital Mapping) डिवाइस का फील्ड परीक्षण (Field Testing) होगा। इस तकनीक के माध्यम से प्रत्येक क्षेत्र का डिजिटल नक्शा तैयार किया जाएगा, जिससे घरों और स्थानीय सुविधाओं का सही तरीके से रिकॉर्ड रखा जा सकेगा।

रीयल टाइम मॉनिटरिंग

इस प्रक्रिया के दौरान रीयल टाइम मॉनिटरिंग (Real-time Monitoring) की भी व्यवस्था की गई है। इससे हर कार्य की प्रगति और गुणवत्ता को तुरंत ट्रैक किया जा सकेगा। इस व्यवस्था के माध्यम से जनगणना की जानकारी एकत्र करने और रिपोर्टिंग को ज्यादा सटीक बनाया जाएगा।

वेब-आधारित प्रबंधन

जनगणना कार्य को अब एक वेब-आधारित पोर्टल (Web-based Portal) के माध्यम से प्रबंधित किया जाएगा। इससे जनगणना के सभी चरणों को एक जगह से ट्रैक किया जा सकेगा और कार्य की गुणवत्ता सुनिश्चित की जा सकेगी।

मोबाइल ऐप का इस्तेमाल

जनगणना के प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अब मोबाइल ऐप पर दर्ज किया जाएगा। इस ऐप में सभी निर्धारित प्रश्नों के उत्तर आसान तरीके से एकत्र किए जाएंगे। यह ऐप जानकारी के संग्रहण और रिपोर्टिंग को तेज और सटीक बनाएगा।

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भारत में जनगणना कब होगी?

  • जनगणना 2027: इसे भारत की 16वीं जनगणना के रूप में जाना जाएगा, जो एक बहुप्रतीक्षित और महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।

  • पहली बार दो चरणों में: जनगणना को दो चरणों में किया जाएगा। पहले चरण में मकानों की लिस्टिंग (आवास और सुविधाओं की गणना) होगी, और दूसरे चरण में जनसंख्या की गणना की जाएगी।

  • डिजिटल जनगणना: यह पहली बार होगा जब पूरी जनगणना प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल रूप से, मोबाइल ऐप और वेब पोर्टल के माध्यम से की जाएगी।

  • जाति गणना: 1931 के बाद पहली बार जनगणना में देश के सभी समुदायों के लिए जाति से संबंधित डेटा एकत्र किया जाएगा।

  • स्व-गणना का विकल्प: नागरिकों को अपना विवरण ऑनलाइन भरने का विकल्प मिलेगा, जिससे उन्हें स्व-गणना (self-enumeration) की सुविधा मिल सकेगी।

  • नियम: 1 जनवरी 2026 को प्रशासनिक इकाइयों की सीमाओं को 'फ्रीज' कर दिया जाएगा, ताकि जनगणना में स्थिरता बनी रहे।

  • समय-सीमा:

    • पहले चरण (मकान लिस्टिंग):

      • जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख जैसे पहाड़ी और बर्फीले इलाकों में 1 अक्टूबर 2026 से शुरू होगा।

      • देश के बाकी हिस्सों में यह चरण अप्रैल से सितंबर 2026 तक होगा।

    • दूसरे चरण (जनसंख्या गणना): यह 1 मार्च 2027 से देश के अन्य हिस्सों में शुरू होगा।

जनगणना कार्य कैसे किया जाएगा?

प्रगणकों की नियुक्ति

जनगणना कार्य के लिए शिक्षकों, सरकारी अधिकारियों और अर्ध-सरकारी अधिकारियों को प्रगणक (Enumerator) और पर्यवेक्षक (Supervisor) के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इसके साथ ही, तहसीलदार, बीडीओ, नगर आयुक्त और कार्यकारी अधिकारी को प्रभारी अधिकारी (In-charge Officer) के रूप में तैनात किया जाएगा।

महिला प्रगणकों की भागीदारी

इस बार, जनगणना कार्य में 25 से 50 प्रतिशत तक महिला प्रगणकों की तैनाती की जाएगी। इससे यह सुनिश्चित होगा कि जनगणना कार्य में लैंगिक समानता का पालन किया जाएगा और महिलाओं की सहभागिता को बढ़ावा मिलेगा।

अतिरिक्त मानदेय

जनगणना कार्य में तैनात सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अतिरिक्त मानदेय (Honorarium) दिया जाएगा। इसके अलावा, इन अधिकारियों को प्री-टेस्ट अवधि के दौरान 'ड्यूटी पर' (On-duty) माना जाएगा, और उनका वेतन मूल विभाग से आएगा।

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FAQ

1. राजस्थान में जनगणना 2027 का प्री-टेस्ट कब शुरू होगा?
राजस्थान में जनगणना 2027 का प्री-टेस्ट अक्टूबर और नवम्बर 2025 में शुरू होगा। यह प्री-टेस्ट उन चार क्षेत्रों में किया जाएगा जो पहले से चुने गए हैं।
2. राजस्थान में जनगणना प्री-टेस्ट में कौन से नवाचार किए गए हैं?
प्री-टेस्ट में स्वगणना, डिजिटल मैपिंग, रीयल टाइम मॉनिटरिंग, और वेब-आधारित प्रबंधन जैसे नवाचार किए गए हैं। इसके अलावा, मोबाइल ऐप का इस्तेमाल भी किया जाएगा।
3. राजस्थान में जनगणना में कितने कर्मचारी तैनात किए जाएंगे?
जनगणना 2027 में करीब डेढ़ लाख कर्मचारी और अधिकारी तैनात किए जाएंगे, जो प्रगणक और पर्यवेक्षक के रूप में कार्य करेंगे।
4. राजस्थान में जनगणना कार्य में महिला प्रगणकों की क्या भागीदारी होगी?
इस बार, जनगणना कार्य में 25 से 50 प्रतिशत तक महिला प्रगणकों की तैनाती की जाएगी, ताकि लैंगिक समानता सुनिश्चित की जा सके।
5. राजस्थान जनगणना के प्री-टेस्ट के लिए क्या दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं?
जनगणना महारजिस्ट्रार द्वारा प्री-टेस्ट के लिए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं, जिनके तहत मोबाइल ऐप का परीक्षण तीन स्तरों पर किया जाएगा।

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