साइबर ठगी : राजस्थान में 9 महीने में 338 करोड़ की ठगी, रिफंड हुए मात्र 2 करोड़, एफआईआर भी केवल 265

राजस्थान में साइबर ठगों ने नौ महीनों में 3.38 अरब रुपए से ज्यादा की ठगी की। एक लाख से अधिक शिकायतें आईं, लेकिन पुलिस की कार्रवाई सिर्फ 265 एफआईआर तक ही सीमित रही।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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Jaipur. राजस्थान में 2025 के पहले नौ महीनों में ही साइबर ठगों ने 3.38 अरब रुपए से अधिक की ठगी कर डाली। हेल्पलाइन नंबर 1930 पर एक लाख से ज्यादा शिकायतें आईं, लेकिन पुलिस ने केवल 265 एफआईआर दर्ज की। इस संख्या से यह सवाल उठता है कि क्या पुलिस इन अपराधियों को सख्त सजा देने के लिए पर्याप्त प्रयास कर रही है? साइबर अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है, जो कि पुलिस कर नहीं पा रही। 

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1930 पर शिकायतों का अंबार

1 जनवरी से 29 सितंबर, 2025 तक हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कुल 102,189 शिकायतें दर्ज हुईं। यह आंकड़ा चिंता का विषय है, क्योंकि इससे साफ है कि साइबर अपराधियों ने एक बड़े पैमाने पर लोगों को निशाना बनाया। सबसे अधिक शिकायतें जयपुर और अजमेर रेंज से आईं। इन शिकायतों से यह भी पता चलता है कि साइबर अपराधियों का नेटवर्क राज्य भर में फैला हुआ है और वे आसानी से लोगों को धोखा दे रहे हैं।

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सिम कार्ड ब्लॉक करने की कार्रवाई

इस दौरान पुलिस ने 91,465 मोबाइल सिम कार्ड ब्लॉक किए, जो साइबर ठगी में उपयोग हो रहे थे। जयपुर रेंज में सबसे अधिक 72,758 सिम कार्ड ब्लॉक किए गए, जबकि उदयपुर रेंज में 8,248 और भरतपुर रेंज में 4,258 सिम कार्ड ब्लॉक हुए। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि सिम कार्ड का उपयोग साइबर अपराधों के लिए एक प्रमुख साधन बन चुका है।

शिकायतें और एफआईआर की संख्या

राजस्थान में साइबर ठगी की शिकायतें जिस रफ्तार से बढ़ी हैं, वह चिंताजनक है। सबसे अधिक शिकायतें जयपुर कमिश्नरेट में 20,485 और जयपुर रेंज में 18,628 शिकायतें दर्ज हुईं। अजमेर रेंज, बीकानेर रेंज और जोधपुर रेंज में भी शिकायतों की संख्या बड़ी रही। बावजूद इसके, पुलिस ने सिर्फ 265 एफआईआर दर्ज की हैं, जो कि इस स्थिति के हिसाब से कम हैं।

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रिफंड और कार्रवाई में कड़ी चूक

इस दौरान पुलिस ने 2.21 करोड़ रुपए की राशि रिफंड करवाई, लेकिन यह राशि महज एक छोटे हिस्से का ही हिसाब देती है। यह सवाल उठता है कि अगर इतनी बड़ी राशि ठगी की गई है, तो पुलिस की कार्रवाई और कड़ी क्यों नहीं हो सकती? 338 करोड़ रुपए की ठगी और रिफंड मात्र 2.21 करोड़ रुपए। यह एक बड़ा सवाल है। 

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साइबर ठगों के खिलाफ जरूरी कदम

राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को अब इस बढ़ते साइबर अपराध के खिलाफ कड़े कदम उठाने होंगे। साइबर ठगों के खिलाफ विशेष जांच दल (SIT) गठित करने की आवश्यकता है, ताकि इस अपराध पर पूरी तरह से काबू पाया जा सके। इसके अलावा, लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक करना भी बेहद जरूरी है।

FAQ

1. राजस्थान में साइबर ठगों ने कितनी ठगी की?
राजस्थान में साइबर ठगों ने 9 महीनों में 3.38 अरब रुपए की ठगी की। इस दौरान 1 लाख से ज्यादा शिकायतें मिलीं।
2. हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कितनी शिकायतें दर्ज हुईं?
हेल्पलाइन नंबर 1930 पर 1 जनवरी से 29 सितंबर 2025 तक कुल 102,189 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें सबसे ज्यादा शिकायतें जयपुर और अजमेर से आईं।
3. पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ कितनी कार्रवाई की?
पुलिस ने साइबर ठगों के खिलाफ 265 एफआईआर दर्ज की और 91,465 मोबाइल सिम कार्ड ब्लॉक किए। हालांकि इस स्थिति को देखते हुए अधिक सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।

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