नहीं होंगे छात्रसंघ चुनाव : डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने कहा-वर्तमान परिस्थितियों में नहीं हो सकते चुनाव

राजस्थान में डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने स्पष्ट कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में छात्रसंघ चुनाव संभव नहीं हैं। उन्होंने छात्रसंघ चुनाव पर रोक की जिम्मेदारी गहलोत सरकार पर डाली।

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Amit Baijnath Garg
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Photograph: (the sootr)

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राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के छात्रसंघ चुनाव के लिए एनएसयूआई के साथ​ राजधानी जयपुर में प्रदर्शन करने के बाद डिप्टी सीएम व उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा ने कहा है कि भाजपा छात्र हितों की पक्षधर है, लेकिन वर्तमान परिस्थितियों में छात्रसंघ चुनाव करवाना व्यावहारिक नहीं है। 

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आने वाले समय में छात्रसंघ चुनावों के संबंध में पुख्ता नीति बनाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर विचार कर रही है। बैरवा ने साफ तौर पर कहा है कि वर्तमान में सरकार छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाएगी।  

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सवाल तो पूर्व सीएम गहलोत से पूछना चाहिए

डिप्टी सीएम बैरवा ने कहा कि छात्रसंघ चुनावों पर रोक तो गहलोत सरकार के कार्यकाल में ही लगी थी, इसलिए पायलट का प्रदर्शन गहलोत सरकार के फैसले के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि जवाब तो पायलट और गहलोत को देना चाहिए कि कांग्रेस सरकार ने छात्रसंघ चुनावों पर पाबंदी क्यों लगाई थी। 

मंगलवार को कांग्रेस के महासचिव व पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने राज्य में छात्रसंघ चुनाव करवाने के लिए कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई के मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया और इसकी चपेट में पायलट भी आ गए। 

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कांग्रेस सरकार ने ही लगाई थी पाबंदी

गौरतलब है कि साल 2023 में विधानसभा चुनाव होने थे और कांग्रेस सरकार पेपर लीक सहित जल जीवन मिशन घोटाले जैसे मामलों से जूझ रही थी। भाजपा ने पेपर लीक को मुद्दा बनाकर लगातार कांग्रेस को घेरे रखा था। इस कारण कांग्रेस सरकार की साख विशेषकर युवा वर्ग में बुरी तरह प्रभावित हुई थी। 

इस कारण कांग्रेस सरकार ने साल 2023 में छात्रसंघ चुनाव पर पाबंदी लगा दी थी। इसके बाद दिसंबर, 2023 में भाजपा सरकार बनने के बाद भी साल 2024 में भी छात्रसंघ चुनाव नहीं करवाए गए। अब इस साल भी राज्य सरकार ने चुनाव करवाने से इनकार कर दिया है।

FAQ

1. डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा ने क्यों कहा कि छात्रसंघ चुनाव नहीं हो सकते?
डिप्टी सीएम बैरवा ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में छात्रसंघ चुनाव कराना व्यावहारिक नहीं है, और राज्य सरकार इस पर पुख्ता नीति तैयार करने के लिए विचार कर रही है।
2. गहलोत सरकार ने छात्रसंघ चुनाव पर रोक क्यों लगाई थी?
गहलोत सरकार ने 2023 में विधानसभा चुनाव के पहले पेपर लीक और जल जीवन मिशन घोटालों के चलते छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगा दी थी, ताकि सरकार की साख को बचाया जा सके।
3. क्या भाजपा सरकार ने छात्रसंघ चुनाव करवाने का निर्णय लिया है?
नहीं, भाजपा सरकार ने 2024 में भी छात्रसंघ चुनाव करवाने से इनकार किया है और इस मामले में पुख्ता नीति बनाने के लिए विचार कर रही है।

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