राजस्थान में बारिश बनी आफत, बाढ़ से हालात के बीच इन शहराें के स्कूलों में अवकाश घोषित

राजस्थान में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण स्कूलों में अवकाश घोषित किया गया है। राहत कार्यों के लिए टीमों को तैनात किया गया है। पाली, कोटा और अन्य जिलों में जलभराव की समस्या गहराई।

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Sanjay Dhiman
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राजस्थान में पिछले एक हफ्ते से मूसलाधार बारिश का दौर लगातार जारी है। भारी बारिश के चलते बाढ़ के हालात हैं। प्रदेश में बरसात के कारण हुए अलग-अलग हादसों में 24 घंटे में 12 लोगों की मौत हो गई। सोमवार को कोटा में प्रदेश में सबसे ज्यादा 198mm बारिश हुई। यहां कोटा बैराज के 12 गेट खोले गए हैं।

राजस्थान(rajasthan) की एजूकेशन केपिटल कोटा में और पाली जिलों में भारी बारिश के चलते स्कूलों की छूट्टी करना पड़ी है।

राज्य सरकार ने लगातार हो रही बारिश के कारण एसडीआरएफ(SDRF) की टीमें बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत कार्य और बचाव के लिए तैनात कर दी है। अभी अगले दो दिन भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।  

24 घंटे में बारिश के कारण 12 की मौत

बाढ़ और बारिश के कारण राजस्थान के अलग-अलग जिलों में 12 लोगों की असमय मौत हो गई। बारिश के कारण चित्तौड़गढ़ में 4, प्रतापगढ़ में 3, चुरू में 2, कोटा, भरतपुर और पाली में एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना है। इधर कोटा में चंबल नदी की बाढ़ में 7 लोग बह गए, इनमें से एक को बचा लिया, जबकि छह लोग अभी भी लापता है। पाली में भारी बारिश से रेलवे लाइन के नीचे से मिट्टी बह गई, जिससे कई घंटे तक रेल यातायात प्रभावित हुआ। 

राजस्थान में बारिश और बाढ़ से हालात की गंभीरता

सामान्य से अधिक भारी बारिश

राजस्थान में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश का सिलसिला लगातार जारी है, जिससे कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। भारतीय मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटे के लिए और अधिक बारिश की संभावना जताई है।

खासतौर पर कोटा, अजमेर, उदयपुर और जयपुर संभाग के कई हिस्सों में मूसलधार बारिश की चेतावनी दी गई है। इस अत्यधिक बारिश से जनजीवन और यातायात प्रभावित हो रहा है।  

कोटा में हजारों लोग घरों में कैद, घर- दुकानें डूबीं

कोटा में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में जलभराव की समस्या पैदा हो गई है, जिससे लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। तेज बारिश के कारण सुभाष विहार कॉलोनी सहित अन्य कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं, और लोगों के घरों और दुकानों में पानी भर गया। सुभाष विहार में नाले का उफान आने से हालात और खराब हो गए हैं, जिससे वहां के निवासी घरों में कैद हो गए।

सुभाष विहार कॉलोनी में हालात बिगड़े

कोटा के सुभाष विहार कॉलोनी में भारी बारिश के कारण जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। यहां के अधिकांश घरों और दुकानों में पानी भर गया है। इस कॉलोनी में लगभग 10,000 लोग दोपहर 12 बजे से शाम 5 बजे तक अपने घरों में फंसे रहे।

जनहानि से बचने के लिए बिजली आपूर्ति को भी रोक दिया गया।  कॉलोनी के लोगों ने बताया कि नाले का उफान हर साल समस्या पैदा करता है। उनकी दुकान बरसाती पानी में आधी डूब चुकी है, जिससे उनका व्यापार प्रभावित हो गया है। 

राजसमंद में भी जलभराव की स्थिति

राजसमंद के खमनोर क्षेत्र में भारी बारिश के बाद घरों के बाहर खड़ी कारें भी पानी के साथ बह गई। राजसमंद शहर के विभिन्न हिस्सों जैसे कलालवाटी, राजनगर बस स्टैंड, माणक चौक, भंवरिया, कमलतलाई रोड, 100 फीट रोड पर जलभराव हुआ, जिससे आवाजाही बाधित हो गई।

कुंभलगढ़ क्षेत्र में बारिश के बाद बाघेरी नाका बांध का जलस्तर 1 फीट से बढ़कर सवा 3 फीट तक पहुंच गया है। इसका पानी अब बनास नदी में उफान पर बह रहा है, जिससे नंदसमंद बांध में पानी की आवक तेज हो गई है। इसके कारण राजसमंद झील के भी भरने की संभावना बढ़ गई है।

उदयपुर में भी बाढ़ का संकट

उदयपुर में तेज बारिश के कारण शहर के अंबामाता क्षेत्र में जलभराव हो गया। मावली स्थित बोयणा रेलवे अंडरपास में पानी में स्कूली बच्चों से भरी एक निजी स्कूल बस फंस गई, जिसे ट्रैक्टर की मदद से निकाला गया। वहीं, वल्लभनगर के राजकीय उच्च माध्यमिक स्कूल खेताखेड़ा में भी बारिश का पानी भर गया।

झाड़ोल क्षेत्र में बदराणा नदी के उफान से ओगणा-झाड़ोल मुख्य मार्ग बंद हो गया और कई छोटे रास्तों को भी बंद कर दिया गया। झाड़ोल के वेलनिया के पास नदी में नहाने गए दो युवक बह गए, हालांकि दोनों को समय रहते बचा लिया गया।

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सड़कें जलमग्न, निचले इलाके प्रभावित

पिछले दो दिन में जिस तरह की बारिश हुई है, उससे कई जिलों में सड़कें पानी में डूब गई हैं और कई निचले इलाके जलमग्न हो गए हैं। यातायात बाधित हुआ है आम आदमी की दिनचर्या में भी खलल पड़ी है। पाली और कोटा जैसे शहरों में जलभराव की समस्या गहरा गई है, जिससे आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।  

 

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जानें कैसा रहा अब तक राजस्थान का मौसम 

  • राजस्थान में भारी बारिश और बाढ़: पिछले कुछ दिनों से राजस्थान में लगातार भारी बारिश हो रही है, जिसके कारण कई शहरों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। खासकर पाली और कोटा ज्यादा प्रभावित हुए है।
  • स्कूलों में अवकाश: भारी बारिश के कारण पाली और कोटा जिले के सरकारी और निजी स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए अवकाश घोषित किया गया है। प्रशासन ने यह कदम बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया है।
  • मौसम विभाग की चेतावनी: मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में और भारी बारिश का अनुमान जताया है, विशेष रूप से कोटा, अजमेर, और उदयपुर क्षेत्रों में, इन क्षेत्रों में मूसलधार बारिश और बाढ़ जैसे हालात बन सकते हैं।
  • राहत कार्यों के लिए एसडीआरएफ की तैनाती: एसडीआरएफ (State Disaster Response Force) की टीमें राहत कार्यों के लिए तैनात की गई हैं। ये टीमें प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है।
  • आने वाले दिनों में मौसम में सुधार: मौसम विभाग के अनुसार, 17 जुलाई से बारिश में कमी आने की संभावना है, लेकिन तब तक प्रशासन को पूरी सतर्कता के साथ राहत और बचाव कार्य जारी रखने के लिए कहा गया है।

 

इन जिलों के स्कूलों में अवकाश घोषित

पाली शहर में अवकाश

पिछले 24 घंटे में पाली शहर में भारी बारिश हुई है। शहर के विभिन्न हिस्सों में बारिश का स्तर आठ इंच तक दर्ज किया गया है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। ऐसे में पाली नगर निगम ने सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। साथ ही स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। मौसम विभाग ने पाली शहर में आज भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।

कोटा जिले में अवकाश

कोटा (kota) जिले के जिला कलक्टर, पीयूष समारिया ने भारी बारिश और जलभराव की स्थिति को देखते हुए 15 जुलाई को कोटा जिले के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में छात्रों के लिए सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। हालांकि, शेष स्टाफ (शैक्षिक और गैर-शैक्षिक) को अपनी सामान्य कार्यशैली के अनुसार काम करना होगा। यह निर्णय मौसम की स्थिति को देखते हुए लिया गया है, ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।  

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मौसम विभाग की चेतावनी

भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, नया मानसूनी सिस्टम सक्रिय हो चुका है, और यह पश्चिमी राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। हालांकि, 17 जुलाई से बारिश में कुछ कमी की संभावना जताई जा रही है, तब तक प्रशासन को पूरी तरह सतर्क रहने को कहा गया है। 

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