राजस्थान में एमबीबीएस और बीडीएस की 2511 सीटें खाली, जानें कैसे करें कॉलेज का चुनाव

राजस्थान में 2511 एमबीबीएस और बीडीएस सीटें खाली हैं। नीट यूजी राउंड-2 काउंसलिंग 19 सितंबर से शुरू हो गई। सरकारी, प्राइवेट और एनआरआई सीटों पर प्रवेश होगा।

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Nitin Kumar Bhal
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राजस्थान के 46 सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में इस सत्र के लिए कुल 2511 एमबीबीएस (MBBS) और बीडीएस (BDS) सीटें खाली पड़ी हैं। इन खाली सीटों पर प्रवेश के लिए नीट यूजी राउंड-2 काउंसलिंग (NEET UG Round-2 Counseling) का आयोजन किया जा रहा है। नीट काउंसलिंग प्रक्रिया 25 सितंबर 2025 से शुरू हो चुकी है, और इस प्रक्रिया के तहत विद्यार्थी 22 सितंबर तक अपनी चॉइस फीलिंग (Choice Filling) कर सकते हैं। काउंसलिंग के दौरान पहले राउंड से बची हुई 724 बीडीएस सीटें भी भरी जाएंगी। इस बार काउंसलिंग प्रक्रिया में कुछ नए बदलाव भी देखने को मिल रहे हैं, जिनमें नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों का समावेश किया गया है।

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काउंसलिंग प्रक्रिया की मुख्य तारीखें

  • चॉइस फीलिंग की आखिरी तारीख: 22 सितंबर 2025

  • सीट अलॉटमेंट की तारीख: 25 सितंबर 2025

यह काउंसलिंग राउंड विद्यार्थियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है क्योंकि इसके माध्यम से वे सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश पा सकते हैं।

खाली सीटों का विवरण

इस सत्र के लिए राजस्थान में एमबीबीएस और बीडीएस 2511  सीटें खाली हैं। इनमें से 557 सीटें सरकारी कॉलेजों में हैं, जबकि 1159 सीटें निजी कॉलेजों में और 425 सीटें सरकारी व प्राइवेट मैनेजमेंट (Management) कोटे में हैं। इसके अलावा, 370 सीटें एनआरआई (NRI) कोटे में हैं। इन सीटों के लिए विद्यार्थियों को नीट यूजी (NEET UG) के परिणाम के आधार पर काउंसलिंग प्रक्रिया से गुजरना होगा।

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कैसे करें सही मेडिकल कॉलेज का चयन?

नीट एक्सपर्ट डॉ. सतीश कुमार गुप्ता ने विद्यार्थियों को सलाह दी है कि वे अपनी रैंक के आधार पर अनुमान लगाएं कि राजस्थान में सरकारी सीट मिलने की संभावना कम है। अगर ऑल इंडिया काउंसलिंग में सीट मिल जाए तो वहां रिपोर्टिंग करना ज्यादा सुरक्षित रहेगा। इसके साथ ही, विद्यार्थियों को कॉलेज की प्रतिष्ठा और आवागमन की सुविधा की भी जांच करनी चाहिए।

राजस्थान के प्रमुख मेडिकल कॉलेज में खाली सीटें

  1. एसएमएस मेडिकल कॉलेज, जयपुर: 39 सीटें

  2. एसएन मेडिकल कॉलेज, जोधपुर: 32 सीटें

  3. आरएनटी मेडिकल कॉलेज, उदयपुर: 24 सीटें

  4. जीएमसी कोटा: 26 सीटें

  5. एसपीएमसी बीकानेर: 26 सीटें

  6. जेएलएनएमसी अजमेर: 26 सीटें

  7. आरयूएचएस: 8 सीटें

इन प्रमुख कॉलेजों में सबसे अधिक सीटें जयपुर और जोधपुर के कॉलेजों में खाली हैं, जिन पर विद्यार्थियों को चयनित किया जाएगा।

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नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों की शुरुआत

इस साल, टोंक और जैसलमेर के दो नए सरकारी मेडिकल कॉलेजों को काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल किया गया है। इन दोनों कॉलेजों में 50-50 एमबीबीएस सीटें हैं। इन नए कॉलेजों के जुड़ने से राजस्थान में सरकारी मेडिकल कॉलेजों की संख्या 32 हो गई है।

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नए मेडिकल कॉलेजों की सीटों का वर्गीकरण

  • ऑल इंडिया काउंसलिंग में: 8-8 सीटें

  • गवर्नमेंट कोटे में: 17-17 सीटें

  • मैनेजमेंट कोटे में: 17-17 सीटें

  • एनआरआई कोटे में: 8-8 सीटें

इन नए कॉलेजों में प्रवेश के लिए भी नीट यूजी के परिणाम के आधार पर सीटों का आवंटन किया जाएगा।

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राजस्थान के अन्य सरकारी मेडिकल कॉलेजों में खाली सीटें

नीचे दिए गए कॉलेजों में भी बड़ी संख्या में सीटें खाली हैं, जिन पर काउंसलिंग के दौरान प्रवेश मिलेगा:

  1. झालावाड़: 17 सीटें

  2. बाड़मेर: 21 सीटें

  3. भरतपुर: 16 सीटें

  4. भीलवाड़ा: 14 सीटें

  5. चूरू: 19 सीटें

  6. डूंगरपुर: 27 सीटें

  7. पाली: 15 सीटें

  8. सीकर: 3 सीटें

  9. चित्तौड़गढ़: 13 सीटें

  10. सिरोही: 14 सीटें

इसके अलावा, गंगानगर, धौलपुर, बूंदी, दौसा, अलवर, करौली, हनुमानगढ़, झुंझुनूं, बांसवाड़ा, बारां, सवाई माधोपुर, नागौर और ईएसआई अलवर जैसे जिलों में भी कई सीटें खाली पड़ी हैं।

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मेडिकल कॉलेज के चयन के दौरान क्या ध्यान रखें?

  1. कॉलेज की प्रतिष्ठा: कॉलेज की शिक्षा और सुविधाओं की गुणवत्ता पर विचार करें।

  2. आवागमन की सुविधा: कॉलेज से घर तक की दूरी और परिवहन की सुविधा को ध्यान में रखें।

  3. सीट की स्थिति: जिस कॉलेज में आप प्रवेश चाहते हैं, वहां की सीटें और कोटे की जानकारी लें।

  4. कॉलेज का माहौल: कॉलेज का शैक्षिक माहौल और छात्रों की सुविधाओं की जानकारी लें।

FAQ

1. राजस्थान में एमबीबीएस और बीडीएस के लिए कितनी सीटें खाली हैं?
राजस्थान में इस सत्र के लिए 2511 एमबीबीएस और बीडीएस सीटें खाली हैं। इनमें सरकारी कॉलेजों में 557 सीटें, निजी कॉलेजों में 1159 सीटें और एनआरआई कोटे में 370 सीटें हैं।
2. नीट यूजी राउंड-2 काउंसलिंग प्रक्रिया कब से शुरू होगी?
नीट यूजी राउंड-2 काउंसलिंग की प्रक्रिया 19 सितंबर 2025 से शुरू हो चुकी है। विद्यार्थी 22 सितंबर तक अपनी चॉइस फीलिंग कर सकते हैं। सीट अलॉटमेंट 25 सितंबर को होगा।
3. एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर में कितनी सीटें खाली हैं?
एसएमएस मेडिकल कॉलेज जयपुर में 39 एमबीबीएस सीटें खाली हैं, जिन पर काउंसलिंग के जरिए प्रवेश मिलेगा।
4. क्या नए सरकारी कॉलेज भी नीट यूजी राउंड-2 काउंसलिंग में शामिल हुए हैं?
जी हां, टोंक और जैसलमेर के दो नए सरकारी मेडिकल कॉलेज भी काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल किए गए हैं। इन दोनों कॉलेजों में 50-50 एमबीबीएस सीटें हैं।
5. क्या विद्यार्थियों को प्रवेश से पूर्व मेडिकल कॉलेज की प्रतिष्ठा पर ध्यान देना चाहिए?
जी हां, मेडिकल कॉलेज की प्रतिष्ठा और उसकी सुविधाओं पर विचार करना बहुत महत्वपूर्ण है। इसके अलावा, कॉलेज से आवागमन की सुविधा भी जांचें ताकि छात्रों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।

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