बढ़ते लावारिस नवजात मामले : भीलवाड़ा और पाली के बाद अब डूंगरपुर चर्चा में

राजस्थान में नवजात शिशुओं को छोड़ने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब फिर डूंगरपुर में अस्पताल के बाहर एक नवजात मिला, जिसकी हालत नाजुक है। उसकी देखभाल जारी है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

author-image
Gyan Chand Patni
New Update
lavaris
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

राजस्थान में नवजात शिशु छोड़ने के मामले लगातार बढ़तेजा रहे हैं। भीलवाड़ा, पाली के बाद अब डूंगरपुर में एक और नवजात शिशु को अस्पताल के बाहर छोड़ने का मामला सामने आया है। यह घटना डूंगरपुर के सामान्य चिकित्सालय के बाहर बुधवार रात घटी, जहां एक नवजात बच्चा रोते हुए पाया गया।

नवजात को अस्पताल में भर्ती कराया  

रात के समय अस्पताल के बाहर से नवजात के रोने की आवाज आई। पास से गुजर रहे एक युवक ने आवाज सुनी और मौके पर पहुंचा। वहां उसने देखा कि एक नवजात शिशु अकेला पड़ा है। युवक ने मानवता का परिचय देते हुए उसे तुरंत मातृ एवं शिशु चिकित्सालय में भर्ती करवा दिया। डॉक्टरों ने नवजात की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे एसएमसीयू वार्ड में भर्ती किया।

ये खबरें भी पढ़ें

राजस्थान हाईकोर्ट में कल से छह दिन अवकाश, अक्टूबर के पहले सप्ताह में सिर्फ एक दिन काम

राजस्थान में महिला कांस्टेबल ने की मीना समाज पर विवादित टिप्पणी, गरमाया माहौल, जानें पूरा मामला

नवजात की स्थिति गंभीर 

चिकित्सकों के अनुसार, नवजात लगभग तीन से चार घंटे पहले जन्मा था। उसका वजन मात्र 700 ग्राम था, जो कि एक नवजात के लिए अत्यंत कम है। उसके शरीर पर जगह-जगह कीड़े-मकोड़ों के काटने के निशान थे, जिनसे खून बह रहा था। इस स्थिति को देखकर डॉक्टरों ने उसे गहन चिकित्सा देने का निर्णय लिया। अस्पताल में उसका इलाज जारी है और उसकी स्थिति पर करीबी निगरानी रखी जा रही है।

लावारिस नवजात मामले की जांच कर रही पुलिस  

डूंगरपुर नवजात मामले में पुलिस द्वारा जांच की जा रही है। नवजात के शरीर पर जो भी घाव मिले हैं, उनका कारण क्या था, इसका पता लगाया जा रहा है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद, शिशु गृह प्रबंधक कुलदीप शर्मा भी मौके पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली। शर्मा ने बताया कि यह घटना एक और उदाहरण है कि किस तरह से नवजात शिशुओं को छोड़ने के मामले बढ़ते जा रहे हैं।   

ये खबरें भी पढ़ें

राजस्थान मौसम अपडेट : दिन में गर्मी-रात में हल्की सर्दी, कई शहरों में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री से कम

राजस्थान का अजब मामला : भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप, फिर भी आरएएस से प्रमोट होकर बन बैठे आईएएस

 पाली में मानवता को शर्मसार करने वाली घटना 

पाली जिले से एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक 2 दिन का नवजात शिशु झाड़ियों में तड़पते हुए पाया गया। नवजात के रोने की आवाज सुनकर पास स्थित मंदिर के महंत और अन्य लोगों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने पाली नवजात मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन यह घटना मानवता को शर्मसार करने वाली है।

भीलवाड़ा नवजात की स्थिति में सुधार  

भीलवाड़ा के बिजौलियां क्षेत्र में एक नवजात शिशु को लावारिस पाया गया था। उस शिशु की हालत में तीसरे दिन कुछ सुधार हुआ है, हालांकि वह अब भी गंभीर स्थिति में है। शिशु रोग विभाग के प्रमुख डॉ. इंदिरा सिंह चौहान  ने बताया कि शिशु की सांस लेने में थोड़ी राहत मिली है, लेकिन उसके घाव ठीक होने में कम से कम 15 दिन का समय लगेगा। इस नवजात को मिल्क बैंक से दूध नली द्वारा दिया जा रहा है।  

FAQ

1. डूंगरपुर में नवजात शिशु की हालत कैसी थी?
डूंगरपुर में अस्पताल के बाहर पाया गया नवजात शिशु गंभीर हालत में था। उसका वजन केवल 700 ग्राम था और उसके शरीर पर कीड़े-मकोड़ों के काटने के निशान थे, जिससे खून बह रहा था।
2. पुलिस इस मामले में क्या कर रही है?
पुलिस मामले की जांच कर रही है। वह यह पता लगा रही है कि नवजात को किसने छोड़ा और उस पर जो घाव थे, उनका कारण क्या था।
3. पाली में नवजात शिशु को कहां छोड़ा गया था?
पाली जिले में 2 दिन के नवजात शिशु को झाड़ियों में छोड़ दिया गया था। रोने की आवाज सुनकर उसे लोगों ने अस्पताल पहुंचाया।
4. भीलवाड़ा में नवजात शिशु की स्थिति में क्या सुधार हुआ है?
भीलवाड़ा के बिजौलियां क्षेत्र में पाए गए नवजात की हालत में सुधार हुआ, लेकिन उसे पूरी तरह ठीक होने में  समय लगेगा।

राजस्थान में नवजात शिशु छोड़ने के मामले भीलवाड़ा नवजात पाली नवजात डूंगरपुर नवजात लावारिस नवजात
Advertisment