मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने सरकारी तंत्र पर उठाए सवाल, बोले-राजनीति अब सेवा नहीं, धंधा बन गई
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजनीति अब सेवा नहीं, बल्कि धंधा बन चुकी है। उन्होंने माफिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई को चुनौतीपूर्ण बताया। उन्होंने अधिकारियों द्वारा सरकारी योजनाओं में बरती जा रही लापरवाही पर भी सवाल उठाए।
जो इंसान दिल से काम करता है, वहीं असली जनसेवक होता है, लेकिन दुख के साथ बोलना पड़ रहा है कि आज राजनीति सेवा नहीं बल्कि धंधा बनकर रह गई है। सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार काफी गहराई तक घर कर चुका है, इस तंत्र को तोड़ना मुश्किल है पर नामुमकिन नहीं है।
यह बातें राजस्थान सरकार के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने सीकर के फतेहपुर में कही। उन्होंने यह बातें अधिकारियों द्वारा सरकारी योजनाओं में बरती जा रही लापरवाही को लेकर कही।
किरोड़ीलाल मीणा ने इसके साथ ही अपनी राजनीतिक यात्रा की व्याख्या करते हुए कहा कि उनकी हमेशा से यह भावना रही है कि गरीबों, दबे-कुचलों और वंचितों की सेवा होनी चाहिए। उन्होंने कहा, "जो इंसान दिल से काम करता है, वही असली जनसेवक होता है।
नमक से खाद बना रहे थे अधिकारी
राजस्थान के कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने अधिकारियों की समझदारी पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदेश के कृषि अधिकारी सूरतगढ़ में नमक से खाद बना रहे थे, उन्हें इतना नहीं मालूम की जमीन में अधिक मात्रा में नमक जाने से वह बंजर हो जाएगी।
ऐसे लापरवाह अधिकारियों पर उनके द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि अब तक वे ऐसे 11 लापरवाह अधिकारियों को सस्पेंड कर चुके हैं, नमक के खाद के मामले से जुडे़ 47 अधिकारियों दुकानदारों व बदमाशाें के खिलाफ शिकायतें दर्ज करवा चुके है।
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के बेबाक बयान को ऐसे समझें
किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि राजनीति अब सेवा नहीं, बल्कि धंधा बन गई है, और इस पर उन्होंने माफिया और भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी निरंतर लड़ाई की बात की।
उन्होंने सूरतगढ़ में नमक से खाद बनाने की समस्या का उल्लेख करते हुए अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की और 47 एफआईआर दर्ज होने की जानकारी दी।
किरोड़ी लाल मीणा ने पिछली सरकार पर आरोप लगाया कि पेपर लीक के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई, जबकि इस सरकार के आने के बाद कई दोषियों को जेल भेजा गया।
राजस्थान में इस बार औसतन 137 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, जिससे फसलें खराब हो गई हैं और राज्य सरकार द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाई जा रही है।
किरोड़ी ने राजनीति में फैल चुके तंत्र को तोड़ने में आने वाली चुनौतियों और दबावों का जिक्र किया और कहा कि अकेले ही इस लड़ाई को लड़ रहे हैं।
माफिया को खत्म करने में लगता है समय
उन्होंने राजनीति में व्याप्त भ्रष्ट तंत्र को लेकर कहा कि इसे तोड़ना बेहद कठिन कार्य है, इस तंत्र के अंदर काफी दबाव झेलना पड़ता है। इस दबाव के बीच निष्पक्ष काम करना काफी कठिन काम है। उन्होंने आगे कहा कि कई बार ऐसा लगता है कि वे अकेले इस लड़ाई को लड़ रहे है। लेकिन इसके बावजूद वे अपने कार्य में लगे हुए है।
पिछली सरकार ने हमारी नहीं सुनी
पिछली सरकार पर निशाना साधते हुए, किरोड़ी ने कहा कि पिछले साल 18 में से 17 पेपर लीक हुए थे, और इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई थी। उन्होंने कहा, "मैं पांच साल तक सड़कों पर खड़ा रहा, लेकिन पिछली कांग्रेस सरकार ने हमारी नहीं सुनी।" हालांकि, इस सरकार के आने के बाद से अब तक 57 सब-इंस्पेक्टर जेल में हैं, और आरपीएससी के मेंबर भी जेल की हवा खा रहे हैं।
किरोड़ी ने कहा कि हालांकि सरकार ने कार्रवाई की है, लेकिन दोषियों को सजा दिलवाने के लिए सरकार को सतर्क रहना होगा और इस दिशा में निरंतर काम करना होगा।
राजस्थान में लगातार हो रही बारिश और इसके कारण बनी स्थितियों को लेकर कृषि मंत्री ने कहा कि इस बार राज्य में अति बारिश के कारण काफी नुकसान हुआ है। 13 जिलों में किसानों की फसलें चाैपट हो गई है, आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कई मौतें हुई है।
प्रदेश सरकार राजस्थान में बारिश प्रभावित लोगों को राहत देने में लगी है। नुकसान का सर्वे करवाया जा रहा है, ताकि समय पर किसानों को नुकसान का मुआवजा दिया जा सके।