राजस्थान सरकार के पास अपना विमान नहीं, एक साल में 66 करोड़ रुपए का हवाई किराया

राजस्थान सरकार ने पिछले साल में 66 करोड़ रुपए किराए के विमान पर खर्च किए, क्योंकि सरकार के पास अपना विमान या हेलीकॉप्टर नहीं है। पहले जो विमान थे, वे नीलाम कर दिए गए ​थे।

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Gyan Chand Patni
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राजस्थान सरकार के पास अपना कोई विमान या हेलीकॉप्टर नहीं है। यह जानकर आपको हैरानी हो सकती है कि पिछले एक साल में हवाई यात्रा के लिए करीब 66 करोड़ रुपए का खर्च आया। यह जानकारी विधानसभा में विधायक अमीन कागजी के सवाल के जवाब में दी गई।

क्यों किया किराए पर विमान का उपयोग

राजस्थान सरकार ने जनवरी 2024 से जनवरी 2025 तक कुल 228 हवाई उड़ानें भरी हैं। चूंकि सरकार के पास अपना कोई विमान या हेलीकॉप्टर नहीं है, इसलिये इन उड़ानों के लिए विभिन्न कंपनियों से विमान किराए पर लिए गए।

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कितनी कंपनी की ली सेवाएं

राज्य सरकार ने इन उड़ानों के लिए 13 अलग-अलग कंपनियों से सेवाएं लीं। इन कंपनियों से लिया गया विमान किराया कुल 66 करोड़ रुपए था, जिनमें प्रमुख कंपनियों का विवरण इस प्रकार है:

कंपनी का नामनिवेश (करोड़/लाख में)
रेडबर्ड एयरवेज47.17 करोड़
एयर लुमिनेशिया2.99 करोड़
एयरकैब एविएशन2.98 करोड़
स्काईलाईट एयरवेज2.95 करोड़
एआर एयरवेज1.59 करोड़
एयर चार्टर सर्विसेज1.52 करोड़
स्पेन एयर1.29 करोड़
यूनिवर्सल एयरवेज61.18 लाख
गोदावत एंटरप्राइजेेज56.64 लाख
एलाइंस एयर43.66 लाख
सिद्धि विनायक एविएशन38.60 लाख
एविएशन इंडिया12.27 लाख
प्रोपुलेशन एविएशन10.58 लाख

नीलाम हो चुके विमान

राजस्थान सरकार के पास पहले दो विमान और एक हेलीकॉप्टर था, लेकिन वर्ष 2022 में इनकी नीलामी कर दी गई। इसके बाद से सरकार ने कोई नया विमान नहीं खरीदा है।

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मुख्यमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक

मुख्यमंत्री भजनलाल की सुरक्षा में चूक हुई। विमान गलत एयरस्ट्रिप पर लैंड कर गया था। 31 जुलाई को, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा जयपुर से फलोदी के लिए एक फाल्कन-2000 चार्टर विमान से रवाना हुए थे, लेकिन विमान गलती से फलोदी एयरफोर्स स्टेशन की बजाय शहर की सिविल एयरस्ट्रिप पर उतर गया। 

बाद में पायलटों ने इसे पहचान लिया और विमान को फिर से उड़ाकर सही एयरफोर्स स्टेशन पर लैंड किया। इस घटना के बाद DGCA ने दोनों पायलटों को उड़ान ड्यूटी से हटा दिया।

सरकार की मजबूरी

राजस्थान सरकार के पास अपना कोई विमान या हेलीकॉप्टर नहीं होने के कारण उसे अन्य कंपनियों से किराए पर विमान लेना पड़ता है। हालांकि यह किराया बहुत अधिक है, लेकिन यह सरकारी अधिकारियों और कार्यक्रमों के संचालन के लिए आवश्यक है।

राजस्थान सरकार के पास अपना विमान नहीं होना वाकई हैरत की बात है। राजस्थान सरकार ने हवाई किराए पर खर्च किए 66 करोड़ रुपए, यह बात जानकर लोग हैरान हैं।  राजस्थान सरकार के विमान नीलाम हो गए, नए विमान या हेलीकॉप्टर खरीदने में देरी हो रही है।  

FAQ

1. राजस्थान सरकार के पास अपना विमान क्यों नहीं है?
राजस्थान सरकार ने 2022 में अपने विमान और हेलीकॉप्टर की नीलामी कर दी थी और उसके बाद से कोई नया विमान नहीं खरीदा।
2. राजस्थान सरकार ने किराए के विमान पर कितना खर्च किया है?
राजस्थान सरकार ने एक साल में कुल 66 करोड़ रुपए किराए के विमान पर खर्च किए हैं।
3. मुख्यमंत्री की उड़ान में सुरक्षा चूक क्यों हुई?
मुख्यमंत्री की उड़ान में सुरक्षा चूक तब हुई जब पायलटों ने गलत एयरस्ट्रिप पर विमान लैंड करा दिया था। बाद में इसे सही स्थान पर लैंड कर लिया गया था।

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