पत्नी के वशीकरण के लिए मासूम की बलि, तांत्रिक ने मंगाई थी बच्चे की कलेजी और खून
राजस्थान में तांत्रिकों के खतरनाक खेल का मामला सामने आया, जिसमें छह वर्षीय बच्चे की बलि चढ़ा दी गई। इसके बाद हत्या के आरोपी तांत्रिक और चाचा गिरफ्तार कर लिए गए।
राजस्थान के अलवर में पत्नी के वशीकरण के लिए छह साल के भतीजे की बलि चढ़ाने का मामला सामने आया है। हत्या से पहले मासूम बालक को बेहोश किया गया। फिर उसके शरीर में जगह-जगह इंजेक्शन लगाकर खून निकाला गया। इस खून से वशीकरण की क्रिया को अंजाम देने की कोशिश की गई, लेकिन इस दौरान आरोपी चाचा मनोज पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
तांत्रिक और चाचा हिरासत में
मामला खैरथल-तिजारा जिले में मुंडावर थाना क्षेत्र के सराय कला गांव का है, जहां छह वर्षीय बालक का ब्लाइंड मर्डर कर दिया गया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी चाचा मनोज को शक के आधार पर हिरासत में लिया। उसने पुलिस के सामने भतीजे की बलि चढ़ाने का अपराध कबूल किया। उसने पुलिस को बताया कि हत्या एक तांत्रिक के कहने पर की। इसके बाद पुलिस ने मंगलवार को तांत्रिक को भी गिरफ्तार कर लिया।
ऐसे खुला बलि का राज
पुलिस के अनुसार, छह वर्षीय लोकेश 19 जुलाई को लापता हो गया था। इसकी रिपोर्ट उसके पिता बिंटु ने दर्ज कराई। उसी रात 8:00 बजे एक सुनसान मकान में तूड़े के ढेर में उस बालक का शव मिला। अगले दिन हत्या का मामला अज्ञात लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया। पुलिस ने आरोपी की तलाश के लिए मुखबिर तैनात किए।
सीसीटीवी फुटेज खंगालने के बाद इस मामले में 21 जुलाई को मृत बालक लोकेश के सगे चाचा आरोपी मनोज कुमार को गिरफ्तार किया। पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई की मृतक लोकेश की मां और मनोज की पत्नी दोनों बहने हैं। मनोज की पत्नी पीहर में रह रही थी और वह ससुराल में नहीं आ रही थी, इसलिए आरोपी चाचा ने अपनी पत्नी का वशीकरण करने के लिए तांत्रिक सुनील से संपर्क साधा।
पुलिस ने बताया कि तांत्रिक ने 12,000 रुपए और एक बच्चे की बलि देकर शनिवार को भोग के लिए खून और कलेजी लाने मनोज को कहा था। इस पर आरोपी मनोज ने अपने भतीजे लोकेश को सुनसान मकान में ले जाकर गला दबाया। फिर तांत्रिक सुनील के बताए अनुसार मृतक बालक लोकेश के शरीर से खून निकलने के लिए काफी जगह इंजेक्शन चुभाए गए।
अपराध छुपाने के लिए बालक को ढूंढता रहा
उसके बाद मृतक की डेड बॉडी को तूड़े से भरे कमरे में छुपा दिया, ताकि समय मिलने पर बालक के शरीर में से कलेजी और खून निकालकर तांत्रिक को दे सके। यहां सबसे बड़ी बात यह रही कि आरोपी मनोज अपराध को छुपाने के लिए अपने परिवारजनों के साथ ही बालक को ढूंढता रहा। यह तांत्रिक सुनील पुत्र यादराम निवासी खानपुर अहीर थाना मुंडावर का रहने वाला है।
FAQ
1. यह घटना कहां हुई थी और इसके आरोपियों का क्या कहना था?
यह घटना राजस्थान के अलवर जिले के मुंडावर थाना क्षेत्र में हुई थी, जहां तांत्रिक और चाचा ने मिलकर छह साल के मासूम की बलि दी। आरोपी ने यह कबूल किया कि यह सब तांत्रिक के कहने पर किया गया था।
2. तांत्रिक ने क्या आदेश दिया था और किस प्रकार की क्रिया की गई थी?
तांत्रिक ने 12,000 रुपए और एक बच्चे की बलि की मांग की थी। हत्या के बाद, आरोपी ने बच्चे के शरीर से खून और कलेजी निकालने की कोशिश की थी, ताकि वह तांत्रिक को दे सके।
3. क्या यह अपराध परिवार के अन्य सदस्यों से छिपाया गया था?
हां, आरोपी मनोज ने अपने परिवार से छुपाकर इस अपराध को किया था। उसने अपराध को छुपाने के लिए बालक को ढूंढने का नाटक किया था।