सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल ने रोकर कहा-तबादला कराना है तो करा दो, मैं ऐसे ही काम करूंगी

राजस्थान के सीकर के एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल हेमलता का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने स्टाफ और स्कूल की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

author-image
Amit Baijnath Garg
New Update
sikar principal

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

राजस्थान के सीकर जिले के एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल हेमलता का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वे स्कूल के स्टाफ और उनकी कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगा रही हैं।

हेमलता ने कहा कि स्कूल में अमीर लोगों के बच्चे नहीं पढ़ते, बल्कि गरीब बच्चों का भविष्य यहां दांव पर लगता है। उन्होंने कहा कि स्कूल के स्टाफ को सवा लाख से डेढ़ लाख रुपए की तनख्वाह मिलती है, लेकिन वे काम के प्रति गंभीर नहीं हैं। बस साइन करके घर चले जाते हैं।

स्टाफ पर लगाए गंभीर आरोप

हेमलता ने वीडियो में अपने स्कूल के स्टाफ पर यह आरोप लगाया कि वे स्कूल में काम कम करते हैं और ज्यादा समय सोने में बिताते हैं। उनका कहना था कि इस तरह की लापरवाही से बच्चों का भविष्य प्रभावित हो रहा है। वीडियो में प्रिंसिपल हेमलता यह भी कहती हैं कि यदि उन्हें यह सब ठीक नहीं लगता तो उनका ट्रांसफर करवा दिया जाए, लेकिन वे अपनी ड्यूटी पूरी करती रहेंगी। हेमलता ने यह भी कहा कि उन्होंने हाल ही में कुछ आदेश जारी किए थे, जिस वजह से कुछ लोगों को परेशानी हो रही है।

प्रिंसिपल हेमलता की भावुक टिप्पणी

वीडियो में हेमलता भावुक होकर कहती हैं कि उन्हें स्कूल स्टाफ के काम करने के तरीकों को लेकर निराशा है। उन्होंने कहा कि कुछ स्टाफ के सदस्य एक ही बच्चे को पढ़ाते हैं, फिर भी कहते हैं कि उनके पास काम का बहुत बोझ है। हेमलता ने यहां तक कहा कि कुछ शिक्षक चाय बनाने और मैगी खाने में समय बर्बाद करते हैं, जो उनके कर्तव्यों के प्रति गैर-जिम्मेदाराना रवैया दर्शाता है। उन्होंने रोते हुए कहा कि मेरा तबादला कराना है तो करा दो, मैं ऐसे ही काम करूंगी।

ग्रामीणों का विरोध और स्कूल की तालाबंदी

इस वीडियो के सामने आने से पहले स्कूल में हुए विवाद के कारण ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य द्वार पर ताले लगा दिए थे और विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान ग्रामीणों, स्कूल स्टाफ और बच्चों ने प्रिंसिपल हेमलता की कार्यप्रणाली पर कई सवाल उठाए थे और विरोध किया था। जब स्कूल में तालाबंदी हो गई, तो अधिकारियों और पुलिस को मौके पर पहुंचकर मामला सुलझाना पड़ा।

यह खबरें भी पढ़ें..

दीया कुमारी का जयगढ़ राज: सत्ता का ताज भी उनका, खजाना भी उनका...जंगल, किला, कानून सब जेब में!

डिप्टी सीएम दीया कुमारी का सिविल लाइंस के अरबों के बंगलों पर कब्जा, कानूनी जाल में उलझी सरकार

राजस्थान के 14 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, 6 जिलों में स्कूल रहेंगे बंद

वीडियो बना चर्चा का विषय

प्रिंसिपल हेमलता का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और यूजर्स इस पर विभिन्न प्रकार की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग हेमलता की बातों से सहमत हैं, तो वहीं कुछ उनका विरोध भी कर रहे हैं। स्कूल विवाद का यह मामला राज्य स्तर पर चर्चा का विषय बन चुका है।

FAQ

1. हेमलता ने अपने वीडियो में किसे आरोपित किया है?
हेमलता ने वीडियो में स्कूल के स्टाफ को आरोपित किया है कि वे अपनी जिम्मेदारियों को सही से नहीं निभाते और केवल तनख्वाह लेकर घर चले जाते हैं।
2. हेमलता ने क्यों कहा कि सरकारी स्कूल में गरीबों के बच्चे पढ़ते हैं?
हेमलता का कहना था कि सरकारी स्कूलों में अमीर बच्चों का नामांकन नहीं होता। यहां पर गरीब बच्चों का भविष्य दांव पर लगता है, क्योंकि स्कूल के स्टाफ की कार्यप्रणाली सही नहीं है।
3. स्कूल में विवाद के बाद ग्रामीणों ने क्या किया?
स्कूल में विवाद के बाद ग्रामीणों ने स्कूल के मुख्य द्वार पर ताले लगा दिए और विरोध प्रदर्शन किया। बाद में अधिकारियों और पुलिस ने जाकर मामला शांत किया।

thesootr links

 सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

राजस्थान सरकारी स्कूल सीकर प्रिंसिपल हेमलता स्कूल स्टाफ बच्चों का भविष्य स्कूल विवाद