SOG ने किया खुलासा : फर्जी कंपनियों के जाल में फंसा सैकड़ों लोगों से ठग लिए 50 करोड़ से ज्यादा

राजस्थान की SOG ने 50 करोड़ रुपए की ठगी का पर्दाफाश किया है। शातिर प्रिंस सैनी और उसके साथियों ने फर्जी कंपनियों तथा लकी ड्रॉ का लालच देकर सैकड़ों लोगों को ठगा।

author-image
Amit Baijnath Garg
New Update
fraud

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

राजस्थान की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने 50 करोड़ रुपए की ठगी के मामले का पर्दाफाश किया है। इस मामले में प्रिंस सैनी और उसके दो साथियों ममता भाटी और दिनेश बागड़ी को गिरफ्तार किया गया है। इन पर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपए ठगने का आरोप है। प्रिंस सैनी ने कई फर्जी कंपनियां बनाकर लोगों को बड़े मुनाफे का झांसा दिया और उन्हें लूटा।

राजस्थान हाईकोर्ट एलडीसी परीक्षा : ब्लूटूथ से नकल कर बने कर्मचारी, अब आए SOG के शिकंजे में

फर्जी कंपनियों के जाल में फंसा दिया

प्रिंस ने अपनी ठगी की शुरुआत ट्रोनेक्स नामक एक सॉफ्टवेयर कंपनी से की। इसके जरिए उसने चेन सिस्टम के माध्यम से 54 लोगों से कुल 6 लाख 48 हजार रुपए ठग लिए। जब लोग अपनी पूंजी और मुनाफा मांगने लगे, तो प्रिंस ने एक नई ऑर ग्रूमर नामक कंपनी खोल दी। उसने कई छात्रों से 200 रुपए की फीस लेकर 66 लाख रुपए की ठगी की।

MLA शंकर रावत की बेटी की नौकरी की जांच SOG करेगी, नड्डा-भजनलाल तक पहुंची थी शिकायत

इसके बाद प्रिंस ने हार्वेस्ट कंपनी बनाई, जो फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसी थी। इस कंपनी में ममता भाटी को डायरेक्टर बनाया और 6 लाख रुपए जमा करने पर स्कॉर्पियो देने का झांसा दिया। इस तरह से उसने 250 लोगों से 50 करोड़ रुपए ठग लिए।

REET 2021 : पेपर लीक मामले में सरकारी स्कूल का वाइस प्रिंसीपल गिरफ्तार, जानें कैसे कसा SOG ने शिकंजा

लकी ड्रॉ का झांसा

प्रिंस ने लकी ड्रॉ के नाम पर भी लोगों को धोखा दिया। उसने 2500 रुपए जमा करने पर मोटरसाइकिल, स्कूटी और LED टीवी देने का वादा किया। उसने दावा किया कि उसकी कंपनी रजिस्टर्ड है और उसमें 2 लाख कस्टमर हैं। कंपनी के शेयर 10 रुपए से बढ़कर 200 रुपए तक पहुंच गए थे, जिससे लोगों का विश्वास और बढ़ गया।

Rajasthan में फर्जी दिव्यांग सर्टिफिकेट वालों की बढ़ने वाली है मुसीबत ! SOG कर रही जांच

SOG की कार्रवाई और गिरफ्तारी

SOG ने जब प्रिंस को पकड़ा, तो उसके खाते में केवल 5 लाख रुपए मिले, जबकि बाकी ठगी का पैसा उसने ठिकाने लगा दिया था। प्रिंस और उसके साथी ऐशो-आराम की जिंदगी जी रहे थे, जबकि उनकी ठगी के कारण सैकड़ों लोग परेशान थे। SOG अब उनसे पूछताछ कर रही है, ताकि ठगी के पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके। यह कार्रवाई जनता में जागरुकता लाने और ठगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संदेश देती है।

SOG ने एसआई भर्ती पेपर लीक के जिस आरोपी सब इंस्पेक्टर को नोटिस थमाया, वह फरार

मुख्य बातें

  • ट्रोनेक्स, ऑर ग्रूमर, हार्वेस्ट कंपनियां
  • लकी ड्रॉ का झांसा 
  • 250 लोगों से 50 करोड़ की ठगी
  • SOG की गिरफ्तारी
  • जनता में जागरुकता

FAQ

1. प्रिंस सैनी ने किस तरीके से ठगी की?
प्रिंस सैनी ने फर्जी कंपनियां (Fake Companies) बना कर लकी ड्रॉ (Lucky Draw) और मुनाफे का लालच (Profit Temptation) देकर सैकड़ों लोगों से 50 करोड़ रुपये ठगे।
2. SOG ने प्रिंस सैनी को कैसे पकड़ा?
SOG ने प्रिंस सैनी को गिरफ्तार किया, लेकिन उसके खाते में केवल 5 लाख रुपये मिले, बाकी ठगी का पैसा उसने छिपा दिया था।
3. ठगी का पूरा नेटवर्क क्या सामने आया है?
SOG अब प्रिंस सैनी और उसके साथियों से पूछताछ कर रही है ताकि ठगी के पूरा नेटवर्क (Complete Network) का खुलासा किया जा सके।

लकी ड्रॉ फर्जी कंपनियां ठगी पर्दाफाश स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप राजस्थान SOG
Advertisment