राजस्थान रोडवेज की नई योजना, अब एआई रोडवेज बसों में पकडे़गा बेटिकट यात्री

राजस्थान रोडवेज ने एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक का उपयोग करके बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों को पकड़ने के लिए नई पहल शुरू की है। अभी यह योजना डीलक्स और एसी बसों में लागू की जा रही है। इसके बाद इसे सभी सामान्य बसों में भी शुरू किया जाएगा।

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Sanjay Dhiman
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Photograph: (the sootr)

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राजस्थान रोडवेज की बसों में बिना टिकट यात्रा करना अब लोगों के लिए मुश्किल भरा होने जा रहा है। रोडवेज बसों का राजस्व बढ़ाने और बिना टिकट यात्रा करने वालों पर लगाम कसने के लिए राजस्थान रोडवेज अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद लेने जा रहा है।

एआई वीटीएस और सीसीटीवी कैमरों की मदद से बसों में सवार हर व्यक्ति पर नजर रखेंगी, जिससे कोई भी यात्री बिना टिकट यात्रा नहीं कर पाएगा। इस नई योजना से यात्रियों की आनलाइन ट्रेकिंग और चेकिंग रियल टाइम में की जा सकेगी। 

कैसे काम करेगी एआई (AI) तकनीक?

व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (VTS) और CCTV कैमरे

इस पहल के तहत, बसों में व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम (VTS) और सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जो बस की रफ्तार, लोकेशन और स्टॉपेज को रियल-टाइम में ट्रैक करेंगे। इससे चेकिंग प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन और वास्तविक समय में हो सकेगी, जो पारंपरिक चेकिंग विधियों से कहीं अधिक प्रभावी होगी।

डिजिटल रिकार्ड्स

इस प्रणाली से हर टिकट और स्टॉप का रिकॉर्ड डिजिटल रूप से संरक्षित रहेगा। इससे न केवल चोरी और टिकट घोटाले पर रोक लगेगी, बल्कि यात्रियों को भी एक सुरक्षित और व्यवस्थित यात्रा का अनुभव मिलेगा। रोडवेज के अधिकारी भी लाइव फुटेज के माध्यम से बस की स्थिति को निगरानी कर सकते हैं, जिससे किसी भी तरह की गड़बड़ी या अनियमितता पर त्वरित कार्रवाई की जा सकती है। 

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राजस्व में वृद्धि और बेहतर सुरक्षा

रोडवेज प्रशासन का मानना है कि इस नई तकनीक से न केवल राजस्व में वृद्धि होगी, बल्कि यात्रियों को बेहतर सुरक्षा भी मिलेगी। अब, बसों में लगे पैनिक बटन और वीटीएस सिस्टम के द्वारा यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाएगा। इसके अलावा, एआई तकनीक के माध्यम से बस के परिचालक की गतिविधियों की भी निगरानी की जाएगी। इससे ओवरलोडिंग, बिना टिकट यात्रा और अन्य अनियमितताओं को रोका जा सकेगा। 

एआई की मदद से रुकेगी चोरी 

रोडवेज प्रशासन का मानना है कि इस तकनीक के जरिए चोरी पर काबू पाया जा सकेगा। पहले टिकटों के वितरण में कई बार अनियमितताएँ और घोटाले सामने आते थे, लेकिन अब हर बस की यात्रा और टिकटों का पूरा रिकॉर्ड सुरक्षित रहेगा। इससे न केवल चोरी पर लगाम लगेगी, बल्कि यात्रियों को भी बिना टिकट यात्रा करने से रोकने में मदद मिलेगी।

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 जल्द सभी बसों में लागू होगा

राजस्थान रोडवेज ने पहले डीलक्स और एसी बसों में इस तकनीक का ट्रायल शुरू किया है, और जल्द ही इसे सभी बसों में लागू किया जाएगा। अब बसों में होने वाली सभी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, जिससे यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करने की संभावना कम होगी। 

दूसरे राज्य के लिए भी उपयोगी योजना 

यदि यह प्रयोग सफल होता है, तो अन्य राज्यों के परिवहन विभाग भी इसे अपनाने पर विचार कर सकते हैं। इस तकनीक के माध्यम से यात्रियों को बेहतर सुरक्षा और सुगम यात्रा अनुभव मिलेगा, और इससे रोडवेज प्रशासन के राजस्व में भी वृद्धि की उम्मीद है। 

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