नितिन मिश्रा, SURGUJA. प्रदेश में एक ओर जहां सावन सक्रिय दिखाई दे रहा है। वहीं दूसरी ओर सरगुजा संभाग में बारिश को लेकर भारी कमी देखी गई है। पिछले साल के मुकाबले संभाग में 19 फीसदी कम वर्षा दर्ज की गई है। किसान भी रोपाई के लिए बारिश होने का इंतजार कर रहे हैं। बारिश होने के बाद ही खेती में तेजी आ पाएगी।
संभाग में हुई काम वर्षा, खेती पर पड़ेगा प्रभाव
छत्तीसगढ़ में मानसून अब पूरी तरह से सक्रिय हो गया है। चारों ओर बारिश हो रही है। कई जिलों में बारिश होने से नदी, तालाब भर चुके हैं। तो दूसरी ओर सरगुजा संभाग में पिछले साल की तुलना में बारिश में 19 फीसदी कमी आंकी गई है। जबकि पिछले 10 वर्षों की इसी समय तक औसत वर्षा 54 फीसदी कमी दर्ज की गई। प्रदेश में खरीफ की फसलों की खेती भी अब शुरू हो गई है। अन्य क्षेत्रों में बारिश हो रही है लेकिन सरगुजा संभाग में अभी तक किसान बीज रोपाई– बोआई का काम कर रहें हैं। जिन किसानों की तैयारी पूरी हो चुकी है। वह भी अब बारिश का इंतजार कर रहे हैं। बारिश के हालात देखते हुए किसान बोता पद्धति से धान की खेती करने में रुचि ले रहे हैं। सरगुजा संभाग को छोड़कर पूरे प्रदेश में अच्छी खासी वर्षा देखने को मिल रही है।
पिछले साल और इस साल कितनी हुई बारिश
मिली जानकारी के अनुसार सरगुजा संभाग में इस वर्ष वर्षा में कमी देखने को मिली है। 14 जुलाई तक इन जिलों में वर्षा हुई वर्षा के आंकड़ों के अनुसार सरगुजा संभाग में 10 वर्षों में औसत वर्षा में 7 फ़ीसदी की कमी देखने को मिली। औसत वर्षा में सबसे कम सरगुजा 54 फ़ीसदी कम वर्षा हुई है। जबकि बलरामपुर में 15, सूरजपुर में 12, जशपुर में 6 फीसदी कम वर्षा दर्ज की गई। जबकि मनेंद्रगढ़–चिरमिरी–भरतपुर जिले में 12 फीसदी और कोरिया जिले में 28 फीसदी के साथ सामान्य वर्षा दर्ज की गई।