बांग्लादेश में नवरात्रि
बांग्लादेश में नहीं थम रहा अत्याचार
बांग्लादेश में नवरात्रि मनाने की इजाजत नहीं, तोड़ी मूर्तियां, और मंदिरों पर भी हो रहे हमले
Bangladesh Navratri no permission celebrate broken statues temple attacks
बांग्लादेश में तख्तापलट बाद से हिंदुओं और उनके धार्मिक स्थलों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं बांग्लादेश में एक तुगलकी फरमान भी जारी किया गया है। यहां पर पहले तो नवरात्रि मनाने पर पाबंदी लगाई गई है । अगर कोई मनाता भी तो उसे जाजिया कर देना होगा। इतना ही नहीं बांग्लादेश (Bangladesh ) में मंदिरों पर लगातार हमले किए जा रहे है। इतना ही नहीं मां दुर्गा की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किया जा रहा है। वहीं इस पूरे मामले में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने हिंदुओं को दुर्गा पूजा मनाने की अनुमति देने से इनकार कर दिया है।
इस्कॉन मंदिर में हमला
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में उपद्रवियों ने ढाका में इस्कॉन मंदिर (iskcon temple ) को जला दिया था। दंगाइयों ने ढाका में ही काली मंदिर को तोड़ दिया था। इतना ही नहीं अगस्त में कई शहरों में हिंदू मंदिरों (hindu temples ) पर हमले हुए थे। दो हिंदू पार्षदों की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। हिंदुओं की प्रॉपर्टी को लगातार निशाना बनाया गया था।
मंदिरों पर लगातार हो रहे हमले
बांग्लादेश में मंदिरों पर लगातार हमला किया गया है। इतना ही नहीं मां दुर्गा की मूर्तिओं को क्षतिग्रस्त किया गया है। ताजा मामला कोमिला जिले का है। यहां पर एक नवनिर्मित दुर्गा प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया गया और मंदिर के दानपात्र को लूट लिया गया। नरैल जिले में, जिहादियों ने दो दिन पहले मीरापारा में एक दुर्गा मंदिर पर हमला किया।
मदरसा के छात्र उतरे विरोध पर
बांग्लादेश की राजधानी ढाका (Dhaka ) के एक मैदान में हर साल दुर्गा पूजा मनाया जाता था, लेकिन इस बार बगल की मस्जिद में नमाज पढ़ने वाले लोगों ने आपत्ति जताई। इसके अलावा, मदरसे में पढ़ने वाले छात्र भी दुर्गा पूजा (Durga Puja ) का विरोध कर रहे हैं। मदरसे के छात्र दुर्गा पूजा के विरोध में मानव शृंखला बनाई।
जजिया कर के कारण हिंदू समिति पीछे हटे
बांग्लादेश की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पूजा समितियों को दुर्गा पूजा से पहले लिखित में 5 लाख रुपए प्रति पूजा पंडाल जजिया कर के रूप में देने को कहा गया है। बताया जा रहा है कि जजिया कर के कारण बड़ी संख्या में हिंदू समितियों ने पहले से पूजा आयोजन करने से हाथ पीछे खींच लिए हैं। बताया जा रहा है कि इन घटनाओं पर लगाम लगाने के बजाय बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस (Mohammad Yunus ) ने अजीबो-गरीब बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि हिंदुओं पर हमलों के मुद्दे को बड़ा बनाया जा रहा है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले सांप्रदायिक से ज्यादा राजनीतिक हैं।
क्या है जजिया कर
जजिया एक प्रकार का संपत्ति कर है। इसे मुस्लिम राज्य में रहने वाली गैर मुस्लिम जनता से वसूल किया जाता है। इस्लामी राज्य में केवल मुसलमानों को ही रहने की अनुमति थी और यदि कोई गैर-मुसलमान उस राज्य में रहना चाहे तो उसे जजिया देना होगा। इसे देने के बाद गैर मुस्लिम लोग इस्लामिक राज्य में अपने धर्म का पालन कर सकते थे।