jaishreeram
‘हिंदू बनाम हिंदुत्व’ की बौद्धिक बहस मछली को पानी से अलग करने जैसी
हिन्दू की केन्द्रीभूत चेतना है हिन्दुत्व, आस्था और संवाद की समग्रता का भाव ही हिन्दुत्व