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समय के साथ, पेरेंटिंग का तरीका भी बदल रहा है, खासकर जब बात Gen Z की बेटियों की हो। आज की बेटियां न केवल स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और इमोशनली अवेयर हैं, बल्कि वे अपनी मां से रिश्ते में नई उम्मीदें भी रखती हैं।
वे चाहती हैं कि मां सिर्फ गाइड ही नहीं एक दोस्त बनकर उनकी जिंदगी का हिस्सा बनें। तो ऐसे में आज हम जानेंगे कि आज की टीनएजर बेटियां अपनी मां से क्या चाहती हैं और किस तरह की पेरेंटिंग में बदलाव की जरूरत महसूस करती हैं।
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🗣️ खुलकर बात करने की आजादी
आज की बेटियां चाहती हैं कि वे अपनी मां से बेझिझक अपनी समस्याएं, चिंताएं और सवालों का जवाब पूछ सकें। चाहे वो बॉडी इमेज की चिंता हो, पीरियड्स से जुड़ी बातें हों या फिर रिलेशनशिप के मुद्दे।
बेटियां चाहती हैं कि मां उन्हें जज न करें, बल्कि समझें और सपोर्ट करें। बेटियों को अब एक ऐसी मां चाहिए जो उनकी आवाज़ को सुने और न केवल सलाह दे, बल्कि उनके फैसलों की इज़्जत भी करे।
📱 टेक्नोलॉजी की समझ
Gen Z की बेटियां डिजिटल दुनिया में बढ़ी हुई हैं। इंस्टाग्राम, यूट्यूब, चैटिंग और ऑनलाइन क्लासेस उनके जीवन का हिस्सा हैं। वे चाहती हैं कि उनकी मां भी इन प्लेटफॉर्म्स को समझे ताकि दोनों के बीच की सोच का गैप कम हो सके।
अगर मां सोशल मीडिया को सिर्फ समय की बर्बादी मानती हैं, तो बेटी अपनी सोच और अनुभवों को सही तरीके से व्यक्त नहीं कर पाएगी।
💖 इमोशनल स्पेस
इस उम्र में बेटियां इमोशनली बहुत सेंसिटिव होती हैं। वे अपने मन की उलझनों को हर बार व्यक्त नहीं कर पातीं, लेकिन वे चाहती हैं कि उनकी मां बिना बोले ही उनकी हर बात को समझे।
बेटियां चाहती हैं कि मां उन्हें यह भरोसा दें कि वे अपनी जिंदगी के फैसले सही तरीके से ले सकती हैं। जब मां उन पर भरोसा जताती हैं, तो बेटियों को अपने फैसले लेने की शक्ति मिलती है।
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⚖️ फैसलों में भागीदारी
आज की बेटियां अपने छोटे-बड़े फैसलों में मां की दखलअंदाजी नहीं चाहतीं, बल्कि वे चाहती हैं कि मां उन्हें सलाह दे और उनकी पसंद-नापसंद का सम्मान करे।
जैसे अगर बेटी करियर या कपड़ों का चुनाव करती है, तो वह चाहती है कि मां उसका समर्थन करें और उसे समझें। इससे बेटियों का आत्मविश्वास बढ़ता है और वे अपने फैसले अधिक मजबूत तरीके से ले पाती हैं।
👯♀️ दोस्त की तरह व्यवहार
बेटियां चाहती हैं कि उनकी मां सिर्फ सीरियस नहीं, बल्कि उनके दोस्त की तरह भी व्यवहार करें। वे चाहती हैं कि मां उनके साथ मस्ती करें, कभी फिल्म देखें, कभी बिस्तर पर लेटकर दिल की बातें करें और यह सब एक मुलायम रिश्ते के रूप में हो।
जब मां खुद को थोड़ी देर के लिए रिलैक्स करती हैं और बेटी के साथ समय बिताती हैं, तो दोनों का रिश्ता और गहरा हो जाता है।
🧐 रिश्तों में ट्रांसपेरेंसी
Gen Z की बेटियां भावनाओं और विचारों में अधिक पारदर्शिता चाहती हैं। वे चाहती हैं कि उनकी मां जज न करें और हर मुद्दे को खुले मन से समझे। Transparency (पारदर्शिता) रिश्ते को मजबूत बनाती है, जिससे बेटियां अपनी मां के साथ बेहतर संवाद बना सकती हैं।
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