आजकल परिवारों का रूप बदल गया है। पहले ज्यादातर लोग जॉइंट फैमिली में रहते थे, लेकिन अब न्यूक्लियर फैमिली का चलन बढ़ गया है। दोनों के अपने फायदे और नुकसान हैं।
जॉइंट फैमिली में आपको ज्यादा इमोशनल सपोर्ट और परिवार का साथ मिलता है, जबकि न्यूक्लियर फैमिली में आपको ज्यादा फ्रीडम और पीस मिलती है। आपका परिवार किस तरह का होना चाहिए यह आपकी पसंद, जरूरत और लाइफस्टाइल पर निर्भर करता है।
अगर आप ज्यादा मदद और जिम्मेदारी का डिवीजन चाहते हैं तो जॉइंट फैमिली बेहतर हो सकती है। अगर आप अपनी पसंद के मुताबिक जीना चाहते हैं तो न्यूक्लियर फैमिली सूटेबल हो सकती है। इस आर्टिकल में हम समझेंगे कि कौन सा परिवार बेहतर है और किसे चुनना सही रहेगा।
इमोशनल सपोर्ट
जॉइंट फैमिली में कई लोग होते हैं, जैसे दादी-नानी, चाचा-चाची, जो एक-दूसरे की मदद करते हैं। अगर किसी को तकलीफ हो, तो परिवार के सदस्य साथ होते हैं।
इससे आपको इमोशनल सपोर्ट मिलता है। वहीं, न्यूक्लियर फैमिली में सिर्फ माता-पिता और बच्चे होते हैं, जिससे कभी-कभी बाहरी समर्थन की कमी हो सकती है। अगर आप चाहते हैं कि हमेशा कोई मदद के लिए पास हो, तो जॉइंट फैमिली बेहतर हो सकती है।
इकनोमिक सिचुएशन
जॉइंट फैमिली में खर्चे बंट जाते हैं। घर के कई सदस्य मिलकर खर्च उठाते हैं, जिससे सभी पर दबाव कम होता है। लेकिन न्यूक्लियर फैमिली में सभी जिम्मेदारियां माता-पिता पर होती हैं, जिससे खर्च बढ़ सकता है। अगर आप खर्चों को बांटना चाहते हैं, तो जॉइंट फैमिली बेहतर हो सकती है।
इंडिपेंडेंस
न्यूक्लियर फैमिली में इंडिपेंडेंस अधिक होती है। परिवार के हर सदस्य को अपनी पसंद और नापसंद के मुताबिक काम करने की आजादी होती है।
इसके अपोजिट, जॉइंट फैमिली में कई लोग होते हैं और कभी-कभी व्यक्तिगत जगह की कमी हो सकती है। अगर आप अपनी पसंद-नापसंद के मुताबिक काम करना चाहते हैं, तो न्यूक्लियर फैमिली आपके लिए बेहतर हो सकती है।
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फैमिली कन्फ्लिक्ट्स
जॉइंट फैमिली में ज्यादा लोग होते हैं, जिससे कभी-कभी छोटे-मोटे विवाद हो सकते हैं। सभी की सोच अलग-अलग हो सकती है, जिससे समझौता करना कठिन हो सकता है।
न्यूक्लियर फैमिली में विवाद कम होते हैं क्योंकि यहां कम लोग होते हैं और डिसिशन जल्दी लिए जा सकते हैं। अगर आप कम विवाद और शांति चाहते हैं, तो न्यूक्लियर फैमिली बेहतर हो सकती है।
बड़े-बुजुर्गों की देखभाल
जॉइंट फैमिली में सभी मिलकर बड़े-बुजुर्गों की देखभाल करते हैं, जिससे वे अकेले नहीं होते। लेकिन न्यूक्लियर फैमिली में यह जिम्मेदारी केवल माता-पिता पर होती है, जो कभी-कभी भारी हो सकती है। अगर आप चाहते हैं कि परिवार में सब मिलकर बुजुर्गों का ध्यान रखें, तो जॉइंट फैमिली बेहतर हो सकती है।
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