POK में चुनावः इमरान का जनमत संग्रह का वादा, लोगों के पास बुनियादी सुविधाएं नहीं

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POK में चुनावः इमरान का जनमत संग्रह का वादा, लोगों के पास बुनियादी सुविधाएं नहीं

इस्लामाबाद. पाकिस्तान ऑक्युपाइड कश्मीर में चुनाव नजदीक है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपनी पार्टी के कमजोर प्रदर्शन के बीच मतदाताओं को लुभाने के लिए हर दूसरे दिन बड़े-बड़े वादे कर रहे हैं। पीएम खान ने 23 जुलाई को कहा कि उनकी सरकार कश्मीर के लोगों के लिए जनमत संग्रह कराएगी, ताकि यह पता चल सके कि वे लोग पाकिस्तान में रहना चाहते हैं या उन्हें एक आजाद राज्य की चाह है।

आम सुविधाओं का कोई जिक्र नहीं

इमरान यह वादा उन लोगों के बीच कर रहे हैं, जो उस इलाके में गैस सप्लाई और अच्छी सड़कों जैसी बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं। पीएम खान ने आम लोगों की मुश्किलों पर बहस करने की जगह कश्मीर के मुद्दे पर भारतीय नेतृत्व को निशाना बनाकर चुनाव लड़ने का विचार किया है।

संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव

चुनावी रैली में इमरान ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर को पाकिस्तान के नए प्रांत में बदलने की बात को नकार दिया। उन्होंने कहा कि मैं अब जो साफ करना चाहता हूं वह 1948 में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के दो प्रस्ताव थे, जो कश्मीर के लोगों को अपना भविष्य तय करने का अधिकार देते थे। संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के अनुसार, लोगों को यह तय करना था कि वे हिंदुस्तान या पाकिस्तान में कहां रहना चाहते हैं। इमरान ने कहा मैं आप सभी से कहना चाहता हूं इंशाअल्लाह, एक दिन आएगा, जब लोगों की ओर से किए गए सभी बलिदान बेकार नहीं जाएंगे। अल्लाह आपको वह अधिकार देगा।

चुनाव टालने की अपील

PoK में 25 जुलाई को विधानसभा के लिए आम चुनाव कराने की तैयारी चल रही है। कोरोनो के बढ़ते संक्रमण के चलते चुनावों को दो महीने के लिए टालने की अपील की जा रही है।

पीओके में चुनाव के दौरान इमरान की बड़े और खोखले वादे
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