ब्लिंकन का बयान: तालिबान की वजह से अलग हो सकता है अफगानिस्तान, बातचीत से निकालें हल

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ब्लिंकन का बयान: तालिबान की वजह से अलग हो सकता है अफगानिस्तान, बातचीत से निकालें हल

भारत दौरे पर आए अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने अफगानिस्तान में तालिबान के बढ़ते प्रभुत्व पर चिंता जताई। नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री ने अफगानिस्तान में तालिबान के अत्याचारों को लेकर गहरा दुख जताया है। उन्होने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से अफगानिस्तान में तालिबान के अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं, अगर तालिबान इसी तरह से आगे बढ़ता रहा तो अफगानिस्तान अंतराष्ट्रीय मंच पर सबसे अलग हो जाएगा। ब्लिंकन ने चेतावनी देते हुए बोला अगर तालिबान का प्रभुत्व स्थापित हुआ तो अफगानिस्तान एक ऐसा देश बन जाएगा जो अंतराष्ट्रीय समुदाय में बहिष्कृत हो जाएगा।

सभी पक्षों को एक मंच पर लाने की कोशिश

नई दिल्ली में ब्लिंकन ने कहा कि अफगानिस्तान अगर अपने लोगों के अधिकारों का सम्मान नहीं करेगा, अपने ही लोगों के खिलाफ अत्याचार करेगा तो वह अलग ही देश बन जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एंटनी ब्लिंकन ने अफगान सरकार को हर मुमकिन मदद मुहैया कराये जाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका कूटनीतिक मोर्चे से लेकर अफगान सुरक्षा बलों सहित विभिन्न प्रकार की सहायता के माध्यम से अफगानिस्तान सरकार के समर्थन में खड़ा है। हम अफगानिस्तान में संघर्ष को खत्म करने और अमन-शांति के लिए सभी पक्षों को एक मंच पर लाने का प्रयास कर रहे है।

बातचीत से होगी हर समस्या हल

ब्लिंकन ने कहा कि इस समस्या का केवल एक ही उपाय है और वह है बातचीत के जरिये संघर्ष के मसलों को शांति से सुलझाया जाए। एक ऐसा अफगानिस्तान बनाने की जरूरत है जो वास्तव में समावेशी तरीके से शासित हो जिसमें उसके सभी लोगों का प्रतिनिधित्व शामिल हो।

ब्लिंकन का बड़ा विवादित बयान
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