जिस मोबाइल में लोगों के प्राण बसते हैं, आज ही के दिन 50 साल पहले उससे बातचीत शुरू हुई थी, जानें ये सब कैसे संभव हुआ?

author-image
BP Shrivastava
एडिट
New Update
जिस मोबाइल में लोगों के प्राण बसते हैं, आज ही के दिन 50 साल पहले उससे बातचीत शुरू हुई थी, जानें ये सब कैसे संभव हुआ?

रिसर्च डेस्क. आपके हाथ में जो मोबाइल फोन है, उस पर आज ही के दिन पहली बार बातचीत शुरू हुई थी। वो तारीख थी- 3 अप्रैल 1973, शहर था- अमेरिका का न्यूयॉर्क। वो शख्स थे- मोटोरोला कंपनी के कर्मचारी मार्टिन कूपर। जिन्होंने सड़क पर खड़े होकर बेल लैब्स हेडक्वार्टर में अपने साथी इंजीनियर जोएल एंगेल को कॉल किया। वो दुनिया का मोबाइल डिवाइस से किया गया पहला कॉल था। हालांकि, इसके पीछे 26 साल की रिसर्च थी। जिसमें कार फोन से मोबाइल का आइडिया इजात हुआ था। यानी 1947 में नोकिया की एक सब्सिडियरी अमेरिकन कंपनी बेल लैब्स ने टेलीफोन के तार से छुटकारा दिलाने के लिए एक अनूठा प्रयोग किया था। जिसमें कार में एक 36 किलो का एक डिवाइस लगाकर चलती कार (सेलुलर टेलीफोन टावर्स द्वारा) में बात करवा सकता था। यह प्रोसेस  काफी उलझनों और टाइम टेकिंग वाली थी। लिहाजा, इसी कॉन्सेप्ट पर काम करते हुए 3 अप्रैल 1973 को सफलता मिली।



मोटोरोला ने बनाया पहला मोबाइल



1947 में इजात हुए कार फोन के कॉन्सेप्ट पर रिसर्च करते हुए मोटोरोला कंपनी के मार्टिन कूपर और उनकी टीम ने नवंबर 1972 में एक छोटा और पोर्टेबल फोन का डिजाइन बनाना शुरू किया था। इंजीनियर्स की तीन माह की मेहनत के बाद एक प्रोटोटाइप तैयार हुआ जिसे नाम दिया गया- डायनाटेक 800XI (DYNATAC 800XI)। यह लगभग 1.1 किलो वजन और बिना तार की डिवाइस हुआ करती थी। इसके बाद 3 अप्रैल 1973 को दुनिया के सामने इस अविष्कार का प्रदर्शन किया गया। इसके इनवेंटर मार्टिन कूपर ने वास्तविक कॉल करके इसका प्रदर्शन किया। उन्होंने न्यूयॉर्क की 6th एवेन्यू की 53th और 54th स्ट्रीट के बीच सड़क पर खड़े होकर अपने बेल लैब्स हेडक्वार्टर में साथी इंजीनियर जोएल एंगेल को कॉल किया। कूपर ने कॉल पर जोएल से कहा, मैं तुम्हें एक सेलफोन से कॉल कर रहा हूं, लेकिन असली सेलफोन से। जो पर्सनल, हैंडहेल्ड और पोर्टेबल है। इसके बाद दूसरी तरफ सन्नाटा छा गया। ये दुनिया में मोबाइल फोन से की गई पहली कॉल थी।



ये भी पढ़े...








लोगों को मिला 10 साल बाद मोबाइल



प्रोटोटाइप से अलली मोबाइल का सफर मोटोरोला ने 10 साल में तय किया और वो भी 800 करोड़ रुपए खर्च करने के बाद। साल 1983 में मोटोरोला ने मोबाइल लॉन्च किया।  डायनाटेक नाम से लॉन्च इस मोबाइल को हाथों हाथ लिया गया। इसका वजन 790 ग्राम था। जिस 10 घंटे चार्ज करने के बाद सिर्फ 35 मिनट इस्तेमाल किया जा सकता था। इसकी कीमत 3,990 डॉलर तय की गई थी। महंगाई जोड़कर आज के हिसाब से इसकी कीमत करीब 10 हजार डॉलर यानी करीब 8 लाख रुपए होगी।



भारत में 24 साल पहले हुई थी बात



31 जुलाई 1995, यह वही तारीख है, जब देश में मोबाइल फोन से पहला कॉल लगाया गया था। साल 1995 में 31 जुलाई को केंद्र सरकार में तत्कालीन मंत्री सुखराम और पश्चिम बंगाल के सीएम ज्योति बसु के बीच पहला मोबाइल फोन कॉल लगाया गया था और दोनों ने बात की थी।


मोबाइल फोन मार्केट भारत में संचार क्रांति पहला मोबाइल फोन कॉल मोबाइल फोन इतिहास मोबाइल फोन Mobile Phone Market Communication Revolution in India First Mobile Phone Call Mobile Phone History Mobile Phones