/sootr/media/post_banners/b142bb7d6fb1402b3a00c7fbf41e92bb3a43412dc503e417e0aff0246ac8294a.png)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में महिला विधायकों ने बढ़ते दुष्कर्म के मामले को लेकर दोषियों को फांसी देने की मांग की है और साथ ही इन मामलों की समीक्षा के लिए संसदीय समिति के गठन का भी प्रस्ताव रखा। हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक शौकत मुकदम की बेटी नूर मुकदम की हत्या उनके एक दोस्त ने कर दी जिस कारण संसद में ये मांग उठी। इस्लामाबाद की रिहायशी कॉलोनी में रहने वाले क बड़े बिजनसमैन के बेटे ने नूर मुकदम की हत्या की थी। फिलहाल वह पुलिस हिरासत में है।
महिला सांसदों ने एकसाथ उठाई आवाज
शुक्रवार यानी 30 जुलाई को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में महिला सांसदों ने एकजुट हो कर देश की महिला और बच्चों के खिलाफ हो रहे शोषण के विरुद्ध आवाज उठाई। महिला सांसदों ने दुष्कर्मियों और आरोपियों को सार्वजनिक तौर पर फांसी देने की अपील की और इसका प्रस्ताव भी पेश किया। विपक्षी पार्टी पीएमएल एन की सैयदा नोशीन इफ्तेखार ने कहा, हम 69 महिलाएं दुष्कर्म के मामलों में तुरंत इंसाफ व आरोपी को सार्वजनिक तौर पर फांसी देने की मांग करते हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ़ (पीटीआई) पार्टी की महिला सांसद आसमां कादिर ने कहा, यदि पाकिस्तान को सुचारु रुप से चलाना है तो दुष्कर्मियों और हत्यारों को सार्वजनिक तौर पर फांसी देनी चाहिए। सदन में में महिलाओं व बच्चों के शोषण के मुद्दे पर बोलते हुए आसमां कादिर भावुक हो गई।
कानून के साथ सोच भी बदलनी होगी
जमाती-ए-इस्लामी के मौलाना अकबर चित्राली महिला सांसदों के फेवर में दिखाई दिए। चित्राली का कहना है कि दुष्कर्मियों और हत्यारों को सार्वजनिक तौर पर फांसी पर लटका देना चाहिए। वहीं संघीय मंत्री शिरीन मजरी ने कहा कि केवल कानून से इस समस्या का समाधान नहीं निकलेगा लोगों को अपनी सोच भी बदलनी पड़ेगी। साथ ही सरकार को महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कानून बनाने चाहिए।