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अफगानिस्तान में तालिबान अपने पैर पसार रहा है। देश के ज्यादातर हिस्सों पर उसका कब्जा हो चुका हैं। 16 जुलाई को ताशकंद सम्मेलन में राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान की काफी आलोचना की। गनी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान से करीब 10 हजार जिहादी अफगानिस्तान में शामिल हुए है।
ताशकंद सम्मेलन में बोले अशरफ
अशरफ गनी ने ताशकंद के क्षेत्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे।इस दौरान प्रधानमंत्री इमरान खान, भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ,चीनी विदेश मंत्री वांग यी, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव और अन्य प्रतिनिधि शामिल थे। अशरफ क्षेत्रीय संपर्क और चुनौतियां के अवसर में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि खुफिया अनुमान संकेत देते हैं कि पिछले महीने पाकिस्तान के अलग- अलग स्थानों से 10 हजार से अधिक जिहादी लड़ाके अफगानिस्तान में दाखिल हुए हैं।
अमेरिका ने बुला लिया सैनिकों को
पाकिस्तान सीमा पार हो रही आतंकी गतिविधियों को रोकने में असफल है। पिछले कुछ हफ्तों में तालिबान ने अफगानिस्तान के बड़े हिस्से पर कब्जा कर लिया है। अमेरिका ने अपने ज्यादातर सैनिकों को बुला लिया है, बाकी सेना 31 अगस्त तक वापस आ जाएंगी।
तालिबान को मेज पर लाने की कोशिश
इमरान खान ने कहा कि वह गनी की टिप्पणियों से मायूस हैं। तालिबान को बातचीत की मेज पर लाने के लिए पाकिस्तान ने जितनी कोशिशें की हैं, उतनी किसी मुल्क ने नहीं की हैं।