हर साल 21 जून को ही क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, जानिए क्या है इतिहास

21 जुन को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। योग दिवस के मौके पर हर साल भारत समेत 190 से अधिक देशों में तमाम तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस साल विश्व भर में ये कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण के लिए आयोजित किए जाएंगे।

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Ravi Singh
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International Yoga Day 2024 : दुनियाभर में 21 जून के दिन अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है। दुनिया को योग सिखाने का श्रेष्य भी भारत को ही जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हर साल 21 जून के दिन ही क्यों योग डे मनाया जाता है। क्योंकि किसी और दिन और महीने में इस दिन को नहीं मनाया जाता है। आज हम आपको 21 जून योग डे मनाने के पीछे की वजह बताएंगे...

इंटरनेशनल योग डे का इतिहास

इंटरनेशनल योग डे को मनाने का श्रेय भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है। उन्होंने 27 सितंबर 2014 में पहली बार संयुक्त राष्ट्र महासभा के सामने इंटरनेशनल योग डे मनाने का प्रस्ताव रखा था। पीएम मोदी के प्रस्ताव के बाद दुनिया के 177 देशों ने इंटरनेशनल योग डे मनाने का समर्थन किया और 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी। इसी के बाद से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। यही वजह है कि हर सालइंटरनेशनल योग डे का प्रतिनिधित्व भारत ही करता है। इस दिन दिल्ली के राजपथ से लेकर कश्मीर तक लोग सामूहिक रूप से योगाभ्यास करते हैं।

इंटरनेशनल योग डे मनाने का प्रस्ताव

पहली बार 27 सितंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में इंटरनेशनल योग डे मनाने का प्रस्ताव रखा था। उसी साल 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस प्रस्ताव को स्वीकृति देते हुए 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। बता दें कि इस प्रस्ताव को 177 देशों का समर्थन मिला था। जिसके बाद पहली बार दुनियाभर में योग दिवस 21 जून 2015 को मनाया गया था। इस दिन विश्व के लाखों लोगों ने सामूहिक रूप से योगाभ्यास किया था।

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इंटरनेशनल योग डे के लिए 21 जून ही क्यों 

अब दूसरा सवाल है कि आखिर हर साल 21 जून के दिन ही क्यों योग दिवस मनाया जाता है। आखिर इस दिन को योग दिवस के लिए चुनने के पीछे की वजह क्या है? जानकारी के मुताबिक योग दिवस मनाने के लिए 21 जून का ही दिन निर्धारित करने के पीछे एक खास वजह है। दरअसल 21 जून उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबा दिन होता है, जिसे ग्रीष्म संक्रांति कहते हैं. यह दिन साल का सबसे लंबा दिन मना जाता है। ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन में प्रवेश करता है, जिसे योग और अध्यात्म के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। यही कारण है कि 21 जून को योग दिवस के रूप में मनाए जाने का फैसला लिया गया था।

इंटरनेशनल योग डे 2024 की थीम

हर साल योग दिवस के लिए एक खास थीम तय की जाती है। वहीं, इस साल यानी 10वें इंटरनेशनल योग डे की थीम महिलाओं पर आधारित है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम महिला सशक्तिकरण के लिए योग ( Yoga for Women Empowerment ) है। ये खास थीम महिलाओं को सशक्त बनाने और उन्हें स्वस्थ और खुशहाल जीवन जीने में मदद करने के लिए योग की शक्ति पर प्रकाश डालती है। 

योगा दिवस के मौके पर हर साल भारत समेत 190 से अधिक देशों में तमाम तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस साल विश्व भर में ये कार्यक्रम महिला सशक्तिकरण के लिए योग’ के तहत आयोजित किए जाएंगे।

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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का महत्व

योग का महत्व

योग एक शारीरिक गतिविधि से कहीं ज़्यादा है। इसमें आत्म-जागरूकता, ध्यान, सांस लेने की क्रिया और मंत्रोच्चार शामिल है। योग आसन करना आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए फ़ायदेमंद है। यहाँ योग के कुछ उल्लेखनीय लाभ दिए गए हैं:

1. मानसिक स्वास्थ्य में सुधार

योग आपके श्वास पैटर्न को नियंत्रित करता है। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। अध्ययनों के अनुसार, योग अवसाद के लक्षणों को प्रबंधित करने में मदद कर सकता है।

2. लचीलापन बढ़ाता है

योग आपके संपूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। लचीलापन आपके शारीरिक स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण घटक है। सभी तीव्रता वाले योग आसन सभी उम्र के लोगों में लचीलेपन को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।

3. तनाव कम करता है

तनाव जितना आप सोचते हैं उससे कहीं ज़्यादा हानिकारक है। अगर इसे अनियंत्रित छोड़ दिया जाए, तो तनाव आपको कई बीमारियों के जोखिम में डाल सकता है। ऐसे कई योग आसन हैं जो विशेष रूप से तनाव प्रबंधन में मदद कर सकते हैं।

4. जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है

योग मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य दोनों को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह आपकी ताकत, नींद के पैटर्न और प्रतिरक्षा में सुधार करता है। योग आपको दर्द को प्रबंधित करने में भी मदद कर सकता है। ये सभी कारक सामूहिक रूप से किसी के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करते हैं।

5. दर्द और पीड़ा से बचाता है

यदि आप दर्द या पुरानी पीड़ा से जूझ रहे हैं, तो विशिष्ट योग आसन आपको स्वाभाविक रूप से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।

6. हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है

पिछले कुछ सालों में हृदय रोग की घटनाओं में तेज़ी से वृद्धि देखी गई है। इसलिए, स्वस्थ हृदय सुनिश्चित करने के लिए योग को एक साधन के रूप में इस्तेमाल करना ज़रूरी हो गया है।

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7. हड्डियों और जोड़ों को मजबूत बनाता है

उम्र बढ़ने के साथ आपके जोड़ और हड्डियाँ कमज़ोर हो जाती हैं। लेकिन योग के नियमित अभ्यास से आपकी ताकत बरकरार रखने में मदद मिल सकती है।

8. स्वस्थ वजन बनाए रखने में मदद करता है

किसी भी अन्य व्यायाम की तरह, जब सही आहार के साथ योग किया जाता है, तो यह वजन घटाने में मदद कर सकता है। योग कैलोरी जलाने में मदद कर सकता है और कुछ मांसपेशियों को भी लक्षित कर सकता है।

9. शांति को बढ़ावा देता है

बेहतर साँस लेने के पैटर्न, कम तनाव और बेहतर मानसिक स्वास्थ्य आपके शरीर को शांत अवस्था में रहने में मदद कर सकते हैं। यह शरीर के समग्र शारीरिक और मानसिक तनाव को कम करता है।

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योग करने का सही समय

एक्सपर्ट के मुताबिक योग करने के लिए ब्रह्म मुहूर्त का वक्त बेस्ट है। यह सुबह 3:30-4 बजे शुरू होता है, इसे सुबह 6 से 7 बजे तक कर सकते हैं। सुबह उठकर पेट साफ करें और फिर आप योगासन करने के लिए बिल्कुल तैयार हैं।

कुछ लोग बिजी लाइफस्टाइल या उठ न पाने की वजह से इस टाइम नहीं कर पाते हैं। ऐसे लोग शाम को 4 से 6 बजे के बीच योगाभ्यास कर सकते हैं। यह भी अच्छा समय होता है।

योगा शुरू करने के लिए बढ़िया मौसम

बसंत ऋतु योगा शुरू करने के लिए बेस्ट मौसम है। यह मार्च-अप्रैल के महीने में आती है। उसके बाद गर्मी और वर्षा ऋतु तक आपका नियम बन जाता है। जिससे नियम बिगड़ने का खतरा खत्म हो जाता है। वर्षा ऋतु और शरद ऋतु में अभ्यास छूटने की संभावना ज्यादा होती है।

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योगासन से पहले क्या करें?

  • योगा शुरू करने से पहले पेट एकदम साफ होना चाहिए।
  • अगर खाना ही है तो केला जैसा हल्का फल खा लें।
  • जहां मैच बिछाएं, वो जमीन समतल होनी चाहिए।
  • खुले में योगाभ्यास करना चाहिए। अगर मौसम ठीक नहीं है तो दरवाजे-खिड़की खोलकर अंदर अभ्यास करें।
  • एसी के अंदर अभ्यास ना करें।
  • योगा के लिए सूती व कॉटन के कपड़े पहनें। कपड़े सिंथेटिक नहीं होने चाहिए।

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योगा के दौरान क्या करें?

  • योगा करते हुए सारे विचार छोड़ दें और केवल योग पर ध्यान दें।
  • जब आपका दिमाग, प्राण और मन एकसाथ आएंगे तभी इसका पूरा फायदा दिखेगा।
  • किसी भी आसन में न जल्दी जाएं और न जल्दी छोड़ें। एक योगासन के अभ्यास में 30 सेकेंड से 1 मिनट तक रुकें।

योगासन के बाद क्या करें

  • योगाभ्यास के कम से कम 10-15 मिनट बाद पानी पीएं।
  • खाने के लिए कम से कम 20-25 मिनट इंतजार करें।
  • योगा के 30 मिनट बाद ही नहाना चाहिए।

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भारत में अब तक के योग कार्यक्रमों पर आइए एक नजर डालते हैं।

पहला इंटरनेशनल योग डे

पहला योग डे 21 जून 2015 को पूरे विश्व में धूमधाम से मनाया गया। इस दिन करोड़ों लोगों ने योग किया, जो कि एक रिकॉर्ड था। पीएम मोदी के नेतृत्व में करीब 35 हजार से अधिक लोगों और 84 देशों के प्रतिनिधियों ने दिल्ली के राजपथ पर योग के 21 आसन किए थे। न्यूयार्क के टाइम्स स्क्वॉयर पर करीब 30 हजार लोगों ने एक साथ योग किया था। इस आयोजन ने भारत को दो गिनीज विश्व रिकॉर्ड दिलाए। एक दुनिया का सबसे बड़ा योग एकसाथ करने का जिसमें 35,985 लोगों ने एक साथ किया और दूसरा 84 देशों के नेताओं की एक साथ भागीदारी के लिए। पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम थी- सद्भाव और शांति के लिए योग।

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दूसरा इंटरनेशनल योग डे

भारत में दूसरा योग दिवस 2016 का मुख्य आयोजन चंडीगढ़ में हुआ, जिसमें करीब 35 हजार लोग शामिल हुए। इस आयोजन का नेतृत्व भी पीएम मोदी ने ही किया था। इस योग दिवस में 170 देशों ने हिस्सा लिया। दूसरे योग दिवस की थीम थी- युवाओं को जोड़ें।

तीसरा इंटरनेशनल योग डे

तीसरा योग दिवस 2017 का मुख्य आयोजन उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के रमाबाई अंबेडकर मैदान में किया गया, जहां प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 55 हजार लोगों ने हिस्सा लिया, वहीं न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क में भी हजारों लोगों ने एक साथ योग किया। तीसरेइंटरनेशनल योग डे की थीम थी- स्वास्थ्य के लिए योग।

चौथा इंटरनेशनल योग डे

इंटरनेशनल योग डे 2018 का मुख्य कार्यक्रम उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के वन अनुसंधान संस्थान में आयोजित किया गया। इसमें प्रधानमंत्री मोदी के साथ करीब 50 हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। इस आयोजन की खास बात यह थी कि इसमें सऊदी अरब भी शामिल हुआ। चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की थीम शांति के लिए योग थी।

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पांचवा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

देश में पांचवां इंटरनेशनल योग डे 2019 का मुख्य कार्यक्रम झारखंड की राजधानी रांची में आयोजित किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल हुए थे। इस वर्ष की थीम थी- योगा फॉर क्लाइमेट एक्शन।

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छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस

कोरोना वैश्विक महामारी के मद्देनजर 21 जून, 2020 को छठा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस वर्चुअल माध्यम से मनाया गया। इसकी थीम थी- योगा फॉर हेल्थ – योगा एट होम।

सातवां इंटरनेशनल योग डे

इंटरनेशनल योग डे -2021 की केंद्रीय थीम ‘योग के साथ रहें, घर पर रहें’ थी। 2021 में भी योग दिवस कोविड नियमों का पालन करते हुए आभासी मंच पर ही मनाया गया था।

आठवां इंटरनेशनल योग डे

2022 में आठवां इंटरनेशनल योग डे मैसूर में मनाया गया। जहं पीएम मोदी ने हजारों लोगों के साथ योग किया। इसके अलावा देश के सभी ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहरों पर योग दिवस का आयोजन किया गया। इस बार योग दिवस पर Guardian Ring – एक बड़ा ही अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसका अर्थ है कि Movement of Sun को celebrate किया गया, यानि, धरती के अलग-अलग हिस्सों में जैसे-जैसे सूर्योदय हो रहा था, योग के जरिये उसका स्वागत किया जा रहा था। अलग-अलग देशों में भारतीय मिशन वहां के लोकल टाइम के मुताबिक सूर्योदय के समय योग कार्यक्रम आयोजित किए गए।

नौंवा इंटरनेशनल योग डे

2023 में नौवे इंटरनेशनल योग डे पर पीएम मोदी ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में योग दिवस कार्यक्रम में हिस्सा लिया। न्यूयॉर्क में 21 जून को हुए नौवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 180 से अधिक देशों के लोगों ने हिस्सा लिया। गौरतलब हो कि पीएम मोदी के नेतृत्व में ही घोषणा वर्ष 2014 में की गई थी।

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