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दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन ने एक झटके में हजारों कर्मचारियों की नींद उड़ा दी। कंपनी ने ग्लोबली करीब 14,000 कर्मचारियों को हटाया है। लेकिन इस बार सबसे चौंकाने वाली बात थी निकालने का तरीका। आज (4 नवंबर) सुबह-सुबह कर्मचारियों के फोन पर दो मैसेज आए। पहला कंपनी से और दूसरा उनका भविष्य बदल देने वाला।
नींद में डूबे कर्मचारियों ने जैसे ही मोबाइल देखा, तो पता चला कि अब वे अमेजन का हिस्सा नहीं रहे। टेक दिग्गज की इस डिजिटल छंटनी ने हर किसी को हैरान कर दिया और सवाल खड़ा कर दिया कि क्या टेक्नोलॉजी अब इंसानियत से आगे निकल रही है?
अब ये दो मैसेज क्या कहते हैं?
पहला मैसेज सुबह-सुबह भेजा गया था। कर्मचारियों से दफ्तर आने से पहले कहा गया। इसमें कहा गया कि अपनी ईमेल चेक करें। दूसरा मैसेज उन लोगों के लिए था। जिन्हें अभी तक ईमेल नहीं मिला थी। इसके लिए एक हेल्प डेस्क नंबर भी दिया गया। Amazon का कहना है, यह भ्रम कम करने के लिए था। ताकि लोग बिना एक्सेस दफ्तर न आएं। यह तरीका थोड़ा अजीब लगा लोगों को।
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रिटेल टर्म पर असर
यह छंटनी रिटेल मैनेजमेंट टीमों पर हुई है। कंपनी ने इसे ऑपरेशन सुधारने का हिस्सा बताया। उनका कहना है कि यह इनोवेशन बढ़ाएगा। अमेजन की HR प्रमुख बेथ गालेटी ने बताया कि कर्मचारियों को 90 दिनों तक वेतन मिलेगा। बाकी लाभ भी मिलते रहेंगे। सेवरेंस पैकेज और नई नौकरी खोजने में मदद मिलेगी। यह सब आश्वासन कर्मचारियों को दिया गया।
एआई की बढ़ती भूमिका
गालेटी ने अपने मैसेज में AI का जिक्र किया। उनका कहना है, Artificial Intelligence बड़ा बदलाव ला रहा है। यह इंटरनेट के बाद की सबसे बड़ी क्रांति है। AI से कंपनियां तेजी से नवाचार कर सकती हैं। यह बात उन्होंने कर्मचारियों से कही है। उन्होंने कंपनी सहायता का उपयोग करने को कहा। परेशानी होने पर मदद मांगने की सलाह दी।
छंटनी के तरीके ने छेड़ दी बहस
Amazon Layoff की सूचना टेक्स्ट मैसेज के जरिए देने के कंपनी के इस नए तरीके ने बहस छेड़ दी है। यह Google और Tesla जैसी प्रमुख टेक कंपनियों के जैसा है। जहां कर्मचारी बिना किसी चेतावनी के या बिना किसी पूर्व सूचना के रातोंरात खुद को सिस्टम से बाहर पाते हैं। यह कॉर्पोरेट छंटनी की एक बड़ी छंटनी है।
बड़ी कंपनियां ऐसे फैसले कैसे संभालें? क्या इनमें इंसानियत और संवेदना जरूरी नहीं? यह एक बड़ा नैतिक मुद्दा बन गया है। टेक्स्ट मैसेज से नौकरी जाना दुखद है।
FAQ
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