अयोध्या में राम मंदिर के बाहर जूते- चप्पलों का अंबार, 5-6 किमी का चक्कर बना मजबूरी

अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के कारण मंदिर के प्रवेश द्वार पर लाखों जूते-चप्पल जमा हो रहे हैं। नए नियमों में श्रद्धालुओं को अपने जूते-चप्पल लेने के लिए 5-6 किमी तक पैदल चलना पड़ रहा है।

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Jitendra Shrivastava
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ayodhya-ram-temple Photograph: (thesootr)

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अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करने के लिए उमड़ी भीड़ ने एक नई समस्या को जन्म दिया है। मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर लाखों जूते-चप्पल जमा हो रहे हैं, जिन्हें लेकर श्रद्धालु वापस नहीं आ रहे। नए क्राउड मैनेजमेंट नियमों के तहत, श्रद्धालुओं को अपने जूते-चप्पल लेने के लिए 5-6 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ रही है, जिससे वे उन्हें वहीं छोड़कर लौट जा रहे हैं। प्रशासन इन जूते-चप्पलों को इकट्ठा कर एक अलग स्थान पर डंप कर रहा है।

राम मंदिर के प्रवेश द्वार पर लाखों जूते-चप्पल जमा

अयोध्या के राम मंदिर में इन दिनों दर्शन के लिए आने वाली श्रद्धालुओं की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। इस बढ़ती संख्या के कारण मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर लाखों जूते-चप्पल जमा हो रहे हैं। इनको इकट्ठा करने और हटाने के लिए नगर निगम को विशेष इंतजाम करने पड़ रहे हैं।  

क्राउड मैनेजमेंट के कारण बदलने पड़े नियम

ताज्जुब की बात यह है कि क्राउड मैनेजमेंट के तहत नए नियमों के कारण, श्रद्धालुओं को मंदिर के दर्शन के बाद अपने जूते-चप्पल लेने के लिए एक लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। अब श्रद्धालु गेट नंबर 3 और अन्य गेटों से बाहर निकलते हैं, जिससे उन्हें 5-6 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है। इस कारण कई श्रद्धालु अपने जूते-चप्पल वहीं छोड़कर बिना चप्पल के ही वापस लौट जाते हैं।

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जेसीबी से इकट्ठा किए जाते हैं जूते-चप्पल

आधिकारिक जानकारी के अनुसार मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार (गेट नंबर 1) के पास प्रतिदिन लाखों जूते-चप्पल जमा हो रहे हैं। इन जूते-चप्पलों को जेसीबी मशीनों से इकट्ठा किया जाता है और फिर इन्हें 4-5 किलोमीटर दूर एक स्थान पर डंप किया जाता है। प्रशासन इस मामले को जल्दी हल करने के प्रयासों में लगा हुआ है, ताकि भीड़ को संभालने में कोई समस्या न आए।

महाकुंभ और बढ़ी श्रद्धालुओं की संख्या

राम मंदिर में भक्तों की बढ़ती संख्या का एक प्रमुख कारण महाकुंभ भी है, जो अयोध्या में इस समय चल रहा है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि महाकुंभ के कारण इस बार भक्तों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। इसके चलते मंदिर प्रशासन को मंदिर के दर्शन के बाद श्रद्धालुओं की आगमन और निकासी के लिए नए उपाय करने पड़े।

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नए गेटों के संचालन से सुविधाएं बढ़ी

अयोध्या प्रशासन ने मंदिर के गेट नंबर 3 को खोला है और भक्तों को इस गेट से बाहर जाने का मार्ग दिया है। दर्शन के बाद श्रद्धालु श्रीराम अस्पताल से होते हुए बाहर निकलते हैं। चूंकि राम पथ पर एकतरफा मार्ग है, इसलिए श्रद्धालुओं को अपने जूते-चप्पल लेने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती है। 

प्रशासन द्वारा की जा रही व्यवस्था

इस समस्या के समाधान के लिए अयोध्या प्रशासन ने क्राउड कंट्रोल के नए उपायों के तहत श्रद्धालुओं की संख्या को बेहतर तरीके से संभालने के प्रयास किए हैं। इसके बावजूद, जूते-चप्पल की समस्या को हल करने के लिए प्रशासन को अतिरिक्त प्रयासों की जरूरत महसूस हो रही है।

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