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हमारे प्राचीन ग्रंथों में और आयुर्वेद में ब्राह्ममुहूर्त को बहुत खास बताया गया है। यह सुबह का वह समय होता है जब प्रकृति शांत होती है और वातावरण में एक अलग तरह की पॉजिटिव एनर्जी होती है।
सूरज उगने से लगभग डेढ़ घंटे पहले का यह समय ध्यान, पढ़ाई और आत्म-चिंतन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग इस शुभ समय पर उठते हैं वे न केवल शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं, बल्कि उनके करियर और पूरे जीवन में भी कमाल के बदलाव आते हैं। आइए जानते हैं ब्राह्ममुहूर्त पर उठने के ऐसे 10 बड़े फायदे, जो आपकी जिंदगी को बदल सकते हैं।
ब्राह्ममुहूर्त क्या हैब्राह्ममुहूर्त का मतलब है 'ब्रह्मा का समय' या 'ज्ञान का समय'। यह सूर्योदय से लगभग 1 घंटा 36 मिनट पहले शुरू होता है और सूर्योदय से 48 मिनट पहले खत्म हो जाता है। आसान शब्दों में कहें तो, अगर सूर्योदय सुबह 6 बजे होता है तो ब्राह्ममुहूर्त सुबह 4:24 बजे से 5:12 बजे तक रहेगा। यह दिन का सबसे शांत और पवित्र समय माना जाता है। शास्त्रों के मुताबिक, इस समय देवता धरती पर आते हैं और सभी धार्मिक स्थलों के पट खोल दिए जाते हैं। ब्राह्ममुहूर्त में उठने से मन शांत और स्थिर रहता है, जिससे एकाग्रता बढ़ती है। यह समय ध्यान, पूजा-पाठ, पढ़ाई और सेल्फ-रिफ्लेक्शन के लिए सबसे सही माना गया है। इस समय उठने से व्यक्ति को सौंदर्य, बल, विद्या, बुद्धि और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है और उसका पूरा दिन पॉजिटिव एनर्जी से भरा रहता है। यह आदत जीवन में बड़ी सफलता और खुशहाली ला सकती है। |
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ब्राह्ममुहूर्त पर उठने के लाभ
ब्राह्ममुहूर्त पर उठने से हमें कई तरह के फायदे मिलते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य, मन और काम तीनों के लिए बहुत अच्छे होते हैं:
एकाग्रता और ध्यान में सुधार
- सुबह-सुबह जब दुनिया सो रही होती है, तब कोई शोर नहीं होता। यह समय पढ़ाई करने या किसी काम पर ध्यान लगाने के लिए सबसे अच्छा होता है। इस शांति भरे माहौल में मन भटकता नहीं और एकाग्रता बढ़ती है। इससे आप जो भी सीखते हैं या करते हैं, वह ज्यादा अच्छे से समझ आता है।
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प्रोडक्टिविटी में ग्रोथ
- जब आप जल्दी उठते हैं, तो आपको दिन की शुरुआत करने के लिए ज्यादा समय मिलता है। आप बिना किसी हड़बड़ी के अपने जरूरी काम निपटा सकते हैं। इससे दिन भर में आपकी काम करने की प्रोडक्टिविटी बढ़ जाती है और आप ज्यादा काम पूरा कर पाते हैं।
बेहतर शारीरिक स्वास्थ्य
- ब्राह्ममुहूर्त में उठने से शरीर की जैविक घड़ी सही रहती है। इस समय उठकर व्यायाम करने, योग करने या टहलने से शरीर स्वस्थ रहता है। सुबह की ताजी हवा और रिलैक्स्ड एटमॉस्फेयर फेफड़ों के लिए बहुत फायदेमंद होता है और शरीर को नई ऊर्जा मिलती है।
मानसिक शांति और स्थिरता
- सुबह का शांत माहौल (Mental Healthcare) मन को बहुत सुकून देता है। इस समय ध्यान करने या प्रार्थना करने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है। यह दिन भर के लिए मन को स्थिर और खुश रखने में मदद करता है।
क्रिएटिविटी में ग्रोथ
- जब मन शांत और ताजा होता है, तो नए विचार ज्यादा आते हैं। ब्राह्ममुहूर्त में उठने से दिमाग ज्यादा सक्रिय होता है और क्रिएटिविटी बढ़ती है। यह उन लोगों के लिए बहुत फायदेमंद है जो कला, लेखन या किसी भी क्रिएटिव फिल्ड में हैं।
सेल्फ-रिफ्लेक्शन के लिए समय
- दिन की शुरुआत में खुद के साथ समय बिताना बहुत जरूरी है। ब्राह्ममुहूर्त में उठकर आप अपने लक्ष्यों, अपनी गलतियों और अपने भविष्य के बारे में सोच सकते हैं। यह सेल्फ-रिफ्लेक्शन आपको बेहतर इंसान बनने और सही दिशा में आगे बढ़ने में मदद करता है।
बेहतर निर्णय लेने की क्षमता
- शांत मन और शुद्ध सोच से लिए गए निर्णय हमेशा बेहतर होते हैं। सुबह के समय दिमाग सबसे शांत और ताजा होता है, जिससे आप मुश्किल फैसलों पर भी अच्छे से सोच-विचार कर पाते हैं और सही निर्णय ले पाते हैं।
तनाव और चिंता में कमी
- जब आप दिन की शुरुआत शांति और योजना के साथ करते हैं, तो दिन भर का तनाव और चिंता कम हो जाती है। जल्दी उठकर अपने काम निपटाने से आखिरी मिनट की हड़बड़ी से बचा जा सकता है, जिससे तनाव का स्तर घटता है।
स्ट्रांग स्पिरिचुअल कनेक्शन
- ब्राह्ममुहूर्त को स्पिरिचुअल कनेक्शन के लिए सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस समय पूजा-पाठ, मंत्र जाप या ध्यान करने से भगवान के साथ हमारा संबंध और गहरा होता है। यह आत्मा को शांति और शक्ति देता है।
दिन की सकारात्मक शुरुआत
- जब आप सुबह जल्दी और शांति से उठते हैं, तो आपका पूरा दिन पॉजिटिव एनर्जी से भर जाता है। आप खुद को ज्यादा ऊर्जावान और खुश महसूस करते हैं, जिससे दिन भर के काम भी अच्छे से होते हैं और आप लोगों से भी पॉजिटिव वेज से जुड़ पाते हैं।
तो ब्राह्ममुहूर्त पर उठना सिर्फ एक आदत नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है जो आपके पूरे जीवन को बदल सकती है। यह आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रखने के साथ-साथ आपके करियर में भी नई हाइट्स तक पहुंचा सकता है।
अगर आप भी अपने जीवन में पॉजिटिव चेंज लाना चाहते हैं, तो आज से ही ब्राह्ममुहूर्त पर उठने की आदत डालें और इसके वंडरफुल बेनिफिट्स का एक्सपीरियंस करें।
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