NEW DELHI: कांग्रेस ( congress ) और विपक्षी दल (opposition parties ) जब-तब आरोप लगाते रहते हैं कि जो भी भ्रष्टाचारी नेता ( currept leader ) बीजेपी ( bjp ) में चला जाता है तो उसके सारे भ्रष्टाचार धुल जाते हैं और वह निर्मल छवि का बन जाता है। ऐसा क्यों होता है? कांग्रेस ( congress) ने आज बताया कि बीजेपी के पास एक वाशिंग मशीन ( washing machine) है जो भ्रष्टचारियों की ‘सफाई’ कर देती है। कांग्रेस ने आज इस मशीन के दर्शन भी करवाए और ट्रायल भी दिखाया कि किस तरह से भ्रष्ट नेताओं में ‘उजलापन’ आ जाता है।
बीजेपी की वाशिंग मशीन क्या कर दिखाती है
कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता पवन खेड़ा ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में अपनी बगल की टेबल पर एक रखी एक वाशिंग मशीन दिखाई, जिस पर BJP लिखा हुआ था। उन्होंने कहा कि यह बीजेपी की वाशिंग मशीन है, जिसमें दस साल पुराना केस भी डालो तो आरोपी बेदाग निकलता है। मशीन के साथ-साथ ये कमाल मोदी वॉशिंग पाउडर का भी है। उन्होंने कहा कि हम ऐसी वॉशिंग मशीन न आपको बेच पाएंगे और न आप खरीद पाएंगे, क्योंकि 8,552 करोड़ की मशीन केवल एक ही आदमी रख सकता है, उसका नाम नरेंद्र मोदी है। उन्होंने मशीन में एक शर्ट डलवाई, जिसमें भ्रष्टाचार आदि लिखा हुआ था। इसे मशीन में डाला गय, कुछ देर बाद कपड़े को निकाला गया था तो दाग गायब थे और उस पर बीजेपी लिखा हुआ था।
डराने धमकाने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल
कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि बीजेपी जिन नेताओं पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाती है, पार्टी में शामिल करवाती है और केस वापस ले लेती है। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष के नेताओं को डराने धमकाने के लिए बीजेपी सरकार CBI, ED और इनकम टैक्स जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन नेताओं की लिस्ट जारी की, जिन पर बीजेपी ने भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और उनको धमकाने के लिए सरकारी जांच एजेंसियों का सहारा लिया। उन्होंने ऐसे 51 मामलो को गिनवाया, जिन पर कार्रवाई चल रही है। इसके अलावा उन्होंने 20 ऐसे केस गिनाए, जिनमें बीजेपी और उसके सहयोगी दल के नेताओं पर केस दर्ज हैं। लेकिन उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं हो रहा है।
ये हैं वाशिंग मशीन से धुलने वाले नेता
खेड़ा ने NCP नेता प्रफुल्ल पटेल का नाम लेकर कहा कि बीजेपी ने प्रफुल्ल पटेल पर अरबों रुपए के घोटाले का आरोप लगाया था लेकिन जब वह बीजेपी शामिल हुए, तब उनके सारे दाग धुल गए। उन्होंने असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा का भी नाम लिया और कहा कि इनकी कहानी भी एक जैसी है। अजीत पवार को टारगेट बनाकर बीजेपी नेतृत्व ने एनसीपी के खिलाफ 70 हजार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया। ED ने चार्जशीट दाखिल की। अजित पर जांच जारी लेकिन एक्शन कोई नहीं। मनी लॉन्ड्रिंग केस में छगन भुजबल को गिरफ्तार किया था। एनसीपी से अलग होने के बाद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। नारायण राणे के खिलाफ जांच एजेंसियों ने कई मामले दर्ज किए। बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। अन्य नामों में मुकुल रॉय, सुवेंदु अधिकारी, मिथुन चक्रवर्ती, सोवन चटर्जी आदि भी शामिल हैं।
अपना विस्तार करने के लिए हो राह सारा प्रपंच: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता का यह भी आरोप है कि मोदी सरकार ने जांच एजेंसियों का इस्तेमाल हथियार के रूप में किया ताकि अपनी पार्टी का राजनीतिक विस्तार किया जा सके। चाहे वह विभिन्न कंपनियों या संस्थानों से इलेक्टोरल बॉन्ड की वसूली के लिए ईडी का दुरुपयोग हो या फिर 30 साल पुराने नोटिस के जरिए प्रमुख विपक्षी दलों को परेशान करने के लिए इनकम टैक्स विभाग का उपयोग हो। उन्होंने स्पष्ट कहा कि बीजेपी स्वतंत्र संस्थाओं को कमजोर करने में आदतन अपराधी बन गई है।
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