Delhi : केंद्र सरकार ने दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की याद में दिल्ली के राजघाट परिसर में एक विशेष स्मारक बनाने को मंजूरी दे दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर यह फैसला लिया गया। प्रणब मुखर्जी की बेटी और लेखिका शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इसके लिए आभार और कृतज्ञता व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के दौरान उन्होंने इस फैसले के लिए उनका आभार जताया और इसे अप्रत्याशित सम्मान बताया। इस कदम ने प्रणब मुखर्जी की याद और योगदान को हमेशा के लिए संजोने का रास्ता खोल दिया है।
केंद्र सरकार का ऐतिहासिक कदम
केंद्र सरकार ने राजघाट परिसर में एक विशेष स्थान की पहचान को मंजूरी दे दी है, जहां प्रणब मुखर्जी की समाधि बनाई जाएगी। यह एक ऐतिहासिक फैसला है, जो राष्ट्र की सेवा में उनके समर्पण और योगदान को स्थायी रूप से सम्मानित करेगा। शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इस फैसले को प्रधानमंत्री मोदी का अप्रत्याशित और दिल को छू लेने वाला कदम बताया।
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प्रधानमंत्री को किया आभार व्यक्त
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इस कदम के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह उनका निजी फैसला था, किसी परिवार की मांग नहीं थी। उन्होंने यह भी कहा कि उनके पिता ने कभी किसी राजकीय सम्मान की मांग नहीं की थी, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पहल पर उन्हें यह सम्मान दिया, जिससे वह बहुत प्रभावित हुईं।
कांग्रेस पर उठाए सवाल
इस फैसले के बीच शर्मिष्ठा ने कांग्रेस पर भी सवाल उठाए थे, खासकर कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) द्वारा उनके पिता की मौत के बाद कोई प्रस्ताव पारित न किए जाने पर। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस ने जानबूझकर या लापरवाही से इसकी अनदेखी की। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने उनके पिता के योगदान को उचित सम्मान नहीं दिया, जो एक गंभीर स्थिति है।
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नेहरू-गांधी परिवार से बाहर के नेताओं का अपमान
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस पर नेहरू-गांधी परिवार से बाहर के नेताओं के योगदान को नजरअंदाज करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिम्हा राव के साथ किए गए व्यवहार का विशेष रूप से उल्लेख किया और कहा कि कांग्रेस की मशीनरी सोशल मीडिया और कुछ अन्य मुद्दों पर उनके पिता को निशाना बना रही है। उनके अनुसार, कांग्रेस का यह रवैया पार्टी के भीतर गिरावट का संकेत है।