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दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने झारखंड की एक वांछित महिला नक्सली को गिरफ्तार किया है, जो दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में पहचान छिपाकर रह रही थी। यह महिला पश्चिम सिंहभूम जिले के कुदाबुरु गांव की निवासी है और तीन पुलिस मुठभेड़ों में शामिल रही थी। उसने माओवादी संगठन में शामिल होकर उग्रवादी प्रशिक्षण लिया और अत्याधुनिक हथियारों का संचालन सीखा। पिछले कुछ वर्षों से वह दिल्ली और नोएडा में घरेलू सहायिका के रूप में काम कर रही थी। पुलिस को 2023 में उसके खिलाफ वारंट मिला था और 4 मार्च 2025 को उसे गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के बाद, पुलिस अब उसकी गतिविधियों और संपर्कों की जांच कर रही है।
महिला नक्सली की गिरफ्तारी
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने झारखंड की एक महिला नक्सली को गिरफ्तार किया है, जो लंबे समय से दिल्ली के पीतमपुरा इलाके में रह रही थी। महिला झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के कुदाबुरु गांव की निवासी है और उसके खिलाफ झारखंड पुलिस द्वारा कई सालों से तलाश जारी थी। उसने अपने पहचान छिपाकर दिल्ली में रहकर नक्सली गतिविधियों से दूरी बनाई थी, लेकिन अब दिल्ली पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
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नक्सली गतिविधियों में शामिल रही महिला
यह महिला नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) से जुड़ी हुई थी और साल 2016 में उसने उग्रवादी प्रशिक्षण लिया था। पुलिस पूछताछ में उसने यह कबूल किया कि उसने पांच साल तक नक्सली प्रशिक्षण लिया और अत्याधुनिक हथियारों का उपयोग करना सीखा। वह तीन मुठभेड़ों में भी शामिल रही, जिसमें वह बुरी तरह से घायल हुई थी। इसके बाद, पुलिस ने बताया कि महिला ने संगठन के आदेश पर अपनी पहचान बदलकर दिल्ली में बसने का निर्णय लिया।
झारखंड पुलिस से 3 बार की मुठभेड़
पुलिस ने बताया कि यह महिला झारखंड पुलिस के साथ हुई तीन-तीन मुठभेड़ में अपने गैंग के साथ शामिल रही है। 2018 में कोल्हान जंगल में झारखंड पुलिस के साथ मुठभेड़ में वह शामिल थी, 2019 में पोराहाट जंगल में झारखंड पुलिस से टकराव के दौरान भी वह थी। इसके अलावा, 2020 में सोनुआ में पुलिस बल से सीधी भिड़ंत में भी वह गैंग के साथ थी।
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दिल्ली में पहचान बदलकर रहती थी महिला
झारखंड पुलिस के वारंट के बावजूद, यह महिला पहचान बदलकर दिल्ली में रह रही थी। उसने 2020 से दिल्ली और नोएडा में घरेलू सहायिका के रूप में काम किया था और अपनी असल पहचान को गुप्त रखा था। महिला ने अपने काम के दौरान किसी को भी शक नहीं होने दिया और पूरी तरह से गुप्त रूप से रहती थी। उसकी गिरफ्तारी से यह स्पष्ट होता है कि माओवादी संगठन के सदस्य अब महानगरों में भी अपनी गतिविधियों को चला रहे हैं।
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गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
महिला की गिरफ्तारी 26 मार्च 2023 को झारखंड के चाईबासा में गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद की गई। दिल्ली पुलिस को 4 मार्च 2025 को सूचना मिली कि वह दिल्ली में छिपकर रह रही है। इसके बाद पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 41.1 और भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 की धारा 35(1)(C) के तहत महिला को गिरफ्तार कर लिया। अब दिल्ली पुलिस महिला से पूछताछ कर रही है ताकि उसकी गतिविधियों और संगठन के संपर्कों का खुलासा किया जा सके।
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