पैरोल पर बाहर राम रहीम ने किया ऐप लॉन्च, डेरा सच्चा सौदा अब ई-कामर्स ऐप से करेगा व्यापार

गुरमीत राम रहीम ने 40 दिन की पैरोल पर बाहर आकर MSG ई-कॉमर्स ऐप लॉन्च किया। अब डेरा सच्चा सौदा का कारोबार भारत से लेकर वैश्विक स्तर पर पहुंचेगा। इधर राम रहीम के जेल में सजायाफ्ता होने के बाद भी व्यवसायिक गतिविधियां करने पर सवाल उठ रहे हैं।

author-image
Sanjay Dhiman
New Update
baba ram rahim

Photograph: (the sootr)

Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

दुष्कर्म और हत्या जैसे गंभीर अपराधों में बीस साल की सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम पैरोल पर छूटने के बाद व्यवसायिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं। हाल ही में उसने अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए MSG नाम नई ई-कामर्स वेबसाइट और मोबाइल ऐप लॉन्च किया है।

इस ऐप की मदद से डेरा सच्चा सौदा का व्यवसाय भारत के साथ-साथ ग्लोबल स्तर पर पहुंचेगा। यहां राम रहीम द्वारा बनाए जाने वाले उत्पादों की बिक्री की जाएगी। सजायाफ्ता होने के बाद भी इस प्रकार की व्यवसायिक गतिविधियां करने पर लोग अब सवाल उठा रहे हैं। 

14वीं बार पैरोल पर बाहर आया है राम रहीम

गुरमीत राम रहीम फिलहाल 40 दिन की पैरोल पर बाहर हैं। यह 14वीं बार है जब वह जेल से बाहर आया हैं। 4 अगस्त 2025 को पैरोल पर आने के बाद उन्होंने अपने अनुयायियों से ऑनलाइन सत्संग के माध्यम से संपर्क किया है, क्योंकि उसे सिरसा डेरे में बड़ी भीड़ एकत्र करने की अनुमति नहीं है। इस दौरान राम रहीम ने अपने अनुयायियों से संदेश देने के लिए ऑनलाइन माध्यम का सहारा लिया। राम रहीम 20 साल की सजा काट रहा है। 

आठ साल से जेल में है राम रहीम

गुरमीत राम रहीम 25 अगस्त 2017 से जेल में हैं। उन्हें दो साध्वियों के यौन शोषण मामले में 20 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके अलावा, पत्रकार रामचंद्र छत्रपति और डेरा मैनेजर रणजीत सिंह की हत्या के मामले में भी उन्हें सजा मिली थी।

हालांकि, हाईकोर्ट ने रणजीत सिंह हत्याकांड में राम रहीम को बरी कर दिया था। वर्तमान में वह हरियाणा के रोहतक स्थित सुनारिया जेल में बंद हैं, लेकिन बाबा राम रहीम लगातार पैरोल पर बाहर आकर अपने अनुयायियों से मेल मुलाकात करता है, इस दौरान वो अन्य व्यवसायिक गतिविधियों को भी अंजाम दे रहा है।

यह खबरें भी पढ़ें...

राम रहीम जेल से रिहा, 10वीं बार मिली फरलो, इस बार 21 दिन की राहत

राम रहीम की बार-बार पैरोल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने दिया बड़ा फैसला, जानें क्या कहा

151 तरह के प्रोडक्ट बनाती है रामरहीम की कंपनियां 

दुष्कर्म और हत्या के आरोपी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख रामरहीम की कंपनियां 151 प्रकार के कई सामानों का निर्माण करती है। इन प्रोडक्टस में खाद्य सामग्री के साथ ही इलेक्ट्रानिक आइटम, फर्नीचर सहित ग्रॉसरी, खाने-पीने का सामान, तेल, घी, कॉस्मेटिक, हेल्थ केयर और घरेलू जरूरत की चीजें शामिल हैं।

हर आइटम पर गुरमीत राम रहीम की तस्वीर लगी हुई है। कंपनी का दावा है कि ये सभी उत्पाद ऑर्गेनिक और उच्च-गुणवत्ता वाले हैं। बाबा राम रहीम द्वारा बनाए जाने वाले सभी सामानोें पर उनकी तस्वीर भी लगी होती है। इनकी कंपनी अपने उत्पादों को आर्गेनिक और गुणवत्तापूर्ण बताती है।  

राम रहीम की पैरोल और व्यवसायिक गतिविधि को ऐसे समझें 

Haryana Sirsa Dera chief expanding business sell MSG Product | Gurmeet Ram  Rahim | डेरा सच्चा सौदा मुखी बढ़ा रहा कारोबार: राम रहीम ने ऑनलाइन सत्संग  में लॉन्च की MSG ई-कॉमर्स ऐप,

राम रहीम ने लॉन्च की MSG ई-कॉमर्स ऐप: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम ने हाल ही में MSG नामक एक नई ई-कॉमर्स वेबसाइट और मोबाइल ऐप लॉन्च की।

पैरोल पर बाहर आकर व्यवसायिक गतिविधियां: गुरमीत राम रहीम 14वीं बार 40 दिनों की पैरोल पर बाहर हैं और इस दौरान व्यवसायिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।  

151 प्रकार के उत्पाद बनाती हैं राम रहीम की कंपनियां: राम रहीम की कंपनियां 151 प्रकार के विभिन्न उत्पादों का निर्माण करती हैं, जिनमें खाद्य सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, फर्नीचर, ग्रॉसरी, तेल, घी, कॉस्मेटिक, हेल्थकेयर और घरेलू वस्त्र शामिल हैं, जिन पर राम रहीम की तस्वीर लगी होती है।

MSG ई-कॉमर्स ऐप और वेबसाइट का लॉन्च: 19 अगस्त 2025 को राम रहीम ने MSG ई-कॉमर्स ऐप और वेबसाइट लॉन्च की, जिसमें ऑर्गेनिक सरसों का तेल, ग्रॉसरी, कॉस्मेटिक, हेल्थकेयर उत्पाद और घरेलू आवश्यकताएं बेची जाएंगी। 

ई-कॉमर्स वेबसाइट की बहुभाषी सुविधा: इस MSG ई-कॉमर्स वेबसाइट को अंग्रेजी, अरबी, बंगाली, हिब्रू, हिंदी और जापानी में उपलब्ध कराया गया है, ताकि डेरा सच्चा सौदा के उत्पाद वैश्विक स्तर पर बेचे जा सकें।

19 अगस्त को लॉन्च किया MSG ई-कॉमर्स ऐप

19 अगस्त 2025 को एक ऑनलाइन मजलिस में गुरमीत राम रहीम ने MSG ई-कॉमर्स ऐप और वेबसाइट लॉन्च की। इस ऐप के माध्यम से डेरा सच्चा सौदा विभिन्न प्रकार के उत्पाद बेचने का कार्य करेगा। इसमें ऑर्गेनिक सरसों का तेल, ग्रॉसरी, खाने-पीने का सामान, घी, कॉस्मेटिक, हेल्थ केयर और घरेलू आवश्यकताएं शामिल हैं। राम रहीम का दावा है कि सभी उत्पाद उच्च गुणवत्ता और ऑर्गेनिक हैं। 

यह खबरें भी पढ़ें...

डीएमएफ घोटाला में 45 फर्जी टेंडर का खुलासा, क्लर्क सस्पेंड, दो पूर्व सहायक आयुक्तों समेत तीनों पर FIR की तैयारी

जयपुर की फैक्ट्री में पैंथर घुसा: मचा हड़कंप, वन विभाग ने किया रेस्क्यू ऑपरेशन

छह भाषा में काम करेंगी ई कार्मस वेबसाइट

अंर्तराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए इस ई कामर्स वेबसाइट को छह अलग-अलग भाषाओं में बनाया गया है। यह वेबसाइट अंग्रेजी, अरबी, बंगाली, हिब्रू, हिंदी और जापानी भाषा में काम करेगी। इस वेबसाइट की मदद से डेरा सच्चा सौदा अपना व्यापार भारत से बाहर वैश्विक स्तर पर ले जाएगा। जिससे विश्वभर में इस संस्था के उत्पाद बेचे जा सकेंगे।  

यह जानना भी है जरूरी...

1. पैरोल का अर्थ और महत्व

पैरोल शब्द फ्रांसीसी वाक्यांश "जे डोने मा पैरोल" से लिया गया है, जिसका अंग्रेजी में मतलब होता है "You have my word" यानी "मैं वादा करता हूं"। पैरोल के तहत, एक कैदी कुछ दिनों के लिए जेल से बाहर आता है और यह वादा करता है कि वह इसका गलत फायदा नहीं उठाएगा। पैरोल एक विशेषाधिकार है, जो कैदियों को समाज और परिवार से जुड़ने का मौका देता है।

2. पैरोल क्या है?

पैरोल एक ऐसा अधिकार है जो उन कैदियों को दिया जाता है, जिन्होंने अपनी सजा का एक हिस्सा पूरा कर लिया है और जिनका व्यवहार अच्छा रहा है। सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार, यह विशेषाधिकार कैदियों को पारिवारिक मामलों से निपटने और बेहतर जीवन की ओर कदम बढ़ाने का मौका देता है। इसके तहत कैदी को एक निर्धारित अवधि के लिए रिहाई मिलती है, और उसे समय-समय पर रिपोर्ट भी करनी होती है।

3. पैरोल के नियम और शर्तें

पैरोल पर रिहा होने वाले कैदी को कुछ शर्तों के तहत रिहाई मिलती है। उसकी जेल में बिताए गए समय के दौरान उसके आचरण और व्यवहार को देखा जाता है, ताकि यह तय किया जा सके कि वह पैरोल पर रिहा होने के योग्य है या नहीं। कैदी को यह साबित करने के लिए समय-समय पर रिपोर्ट करना पड़ता है कि उसने भागने की कोशिश नहीं की है। पैरोल एक सुधारात्मक प्रक्रिया है, जो कैदियों को सुधारने का अवसर प्रदान करती है।

4. पैरोल से बाहर रखने के लिए अपराधी

भारत में कुछ ऐसे अपराधी हैं, जिन्हें पैरोल पर रिहाई नहीं दी जा सकती। इनमें वह अपराधी शामिल हैं, जिन पर कई हत्याओं का आरोप हो या जो आतंकवाद से जुड़े अपराधों में लिप्त रहे हों। UAPA जैसे कानूनों के तहत आरोपित अपराधी भी पैरोल से बाहर रहते हैं। साथ ही, इमरजेंसी स्थितियों में, जेल सुपरिटेंडेंट को 7 दिन की पैरोल देने का अधिकार प्राप्त होता है।

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट केसाथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧👩

भारत गुरमीत राम रहीम डेरा सच्चा सौदा व्यवसायिक गतिविधियां पैरोल राम रहीम 20 साल की सजा काट रहा MSG ई-कॉमर्स ऐप