प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं की मौत से पूरा देश स्तब्ध है। महाकुंभ के प्रबंधन और VIP कल्चर को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। इस बीच मौतों को लेकर दिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मोक्ष वाले बयान पर बवाल मच गया है। अब शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि ‘उनको भी धक्का मारकर मोक्ष करवा देते हैं...।
'मोक्ष' वाले बयान पर जताई नाराजगी
महाकुंभ हादसे पर कथावाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बयान पर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कड़ी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि अगर शास्त्री यह मानते हैं कि मौत मोक्ष का रास्ता है, तो उन्हें खुद महाकुंभ में इस मोक्ष को प्राप्त करने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोक्ष हो गया यह कहना बहुत ही आसान है, लेकिन जिस तरह से पैरों में कुचलकर दबकर माता- बहनों और बच्चों की दुखद मौत हुई है, वह बहुत ही दर्दनाक है।
महाकुंभ भगदड़ पर धीरेंद्र शास्त्री का बड़ा बयान, बोले- मरने वालों को मौत नहीं, मोक्ष मिला...
धीरेंद्र शास्त्री का बयान विवादास्पद
दरअसल, धीरेंद्र शास्त्री ने भगदड़ के हादसे में मारे गए लोगों को मोक्ष मिलने की बात कही थी। जिसे लेकर वे आलोचना का शिकार हुए हैं। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने शास्त्री के इस बयान को न केवल विवादास्पद, बल्कि मृतकों के परिवारों के दुख का मजाक उड़ाने वाला बताया। उन्होंने ने कहा कि शास्त्री का यह बयान महज कुछ लोगों को खुश करने के लिए था। उनके बयान को लेकर संत समाज में भी विरोध की लहर है।
छूट गई महाकुंभ जाने वाली ट्रेन, नहीं कर सके अमृत स्नान, यात्री ने रेलवे से मांगा 50 लाख का हर्जाना
मैं मोक्ष दिला दूंगा तुरंत....
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आगे कहा, "अगर कोई यह कहता है कि भगदड़ में मरे हुए लोगों को मोक्ष मिल गया है, तो उनसे कहें कि अगर वे तैयार हैं, तो मैं उन्हें मोक्ष दिलवाने के लिए तुरंत धक्का दे सकता हूं।" उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के बयान मृतकों के परिवारों के दर्द को कम नहीं कर सकते, बल्कि इसे और बढ़ा सकते हैं।
महाकुंभ भगदड़ के बाद पुजारी संघ ने उठाई ये मांग, सीएम मोहन को पत्र लिखकर दिए सुझाव
संतों का विरोध और संवेदनहीनता का आरोप
शंकराचार्य ने आरोप लगाया कि धीरेंद्र शास्त्री ने भगदड़ की घटना को हल्के में लिया और संवेदनहीनता दिखाई। उनके अनुसार, ऐसे बयान समाज में गलत संदेश देते हैं और संत समाज की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाते हैं। शास्त्री के बयान ने पीड़ित परिवारों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है और समाज में गलत विचारधारा फैलाने का काम किया है।
शिवयोगी मौनी महाराज भी हुए नाराज
धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर परमहंस पीठाधीश्वर शिवयोगी मौनी महाराज ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान संतों को शोभा नहीं देते हैं और इससे समाज में और भी विवाद उत्पन्न हो सकता है। मौनी महाराज ने यह भी कहा कि लोग शास्त्री से इस बयान को लेकर इतने गुस्से में हैं कि अगर वे सामने आए, तो लोग उन्हें धक्का देकर मोक्ष दिलवा देंगे। धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर कई अन्य संतों ने भी नाराजगी जताई। कई संतों ने इस निंदनीय बताया।
महाकुंभ भगदड़ से ताजा हुई पुरानी यादें, 1954 कुंभ में लगा था लाशों का ढेर, नेहरू पर लगे थे गंभीर आरोप