क्या आप भी हैं कंटेंट क्रिएटर? 2050 में ऐसी होगी आपकी शक्ल-सूरत, हैरान कर देंगे ये बदलाव

सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर्स आज ग्लैमरस और आकर्षक दिखते हैं। विशेषज्ञों ने इनकी जीवनशैली के प्रभावों पर आधारित एक AI मॉडल तैयार किया है। इस मॉडल में बताया गया है कि इनका व्यक्तित्व और शारीरिक स्थिति कैसे बदल सकती है।

author-image
Sandeep Kumar
New Update
content-creators-2050
Listen to this article
0.75x1x1.5x
00:00/ 00:00

देश दुनिया न्यूज: सोशल मीडिया पर एक्टिव इंफ्लुएंसर और कंटेंट क्रिएटर्स आज ग्लैमरस दिखाई देते हैं। आने वाले समय में इनका प्रभावशाली व्यक्तित्व खो सकता है। विशेषज्ञों ने लगातार कंटेंट बनाने में व्यस्त इंफ्लुएंसरों के रूप और काया पर एक मॉडल तैयार किया है। यह मॉडल बताता है कि भविष्य में ये Influencer कैसे दिखेंगे।

ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगा जलवा

स्मार्टफोन पर सोशल मीडिया कंटेंट बनाने वाले लोग आज ग्लैमरस और आकर्षक दिखते हैं। लेकिन उनका जलवा ज्यादा दिनों तक नहीं टिकेगा। न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, Casino.org के विशेषज्ञों ने एक AI मॉडल तैयार किया है। यह मॉडल दिखाता है कि 2050 में कंटेंट क्रिएटर्स कैसे दिखेंगे। इसमें त्वचा पर धब्बे, कुबड़ापन और गर्दन में दर्द की शिकायत दर्शायी गई है।

ये भी पढ़ें...MP के डेढ़ लाख शिक्षकों की नौकरी संकट में! प्रमोशन और नौकरी के लिए अब ये करना जरूरी

जीवनशैली में आएगा बदलाव !

गैंबलिंग विशेषज्ञों ने लिखा है कि कंटेंट क्रिएशन का करियर आकर्षक हो सकता है। लेकिन यह हमारी जीवनशैली में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है। विशेषज्ञों ने निष्कर्ष निकाला कि एल्गोरिदम, सौंदर्य मानकों और कंटेंट निर्माण का प्रभाव शरीर और मन पर पड़ता है।

इस बिंदु को स्पष्ट करने के लिए, Casino.org ने एवा नाम से एक मॉडल बनाया। यह मॉडल भविष्य के कंटेंट क्रिएटर की डिजिटल प्रतिनिधि है। जैसे ऑस्कर वाइल्ड की "द पिक्चर ऑफ डोरियन ग्रे" सोशल मीडिया युग में प्रकट होती है।

ये भी पढ़ें...आयुध निर्माणियों के कर्मचारियों को HC से राहत, केंद्र सरकार पर 3 लाख का जुर्माना

future-of-content-creators

विशेषज्ञों की चेतावनी

विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि लास वेगास की यात्राओं से लेकर रोजमर्रा के फोटोशूट ने उनकी जीवनशैली पर प्रभाव डाला है। चिकित्सा अनुसंधान के अनुसार, एवा का रूप-रंग प्रभावशाली लोगों की आदतों का परिणाम है।

गर्दन की मुड़ी हुई मुद्रा गर्दन और रीढ़ के दर्द को बढ़ा सकती है। यह रीढ़ के आस-पास की मांसपेशियों में खिंचाव पैदा कर सकती है। बीबीसी के अनुसार, इंफ्लुएंसर प्रति सप्ताह 90 घंटे काम करते हैं, जिसमें अधिकांश समय वे फोन पर बिताते हैं।

फ्यूचर साई-फाई थ्रिलर "द सब्सटेंस" की तरह, सोशल मीडिया सितारों की सौंदर्यता की खोज ने उन्हें कुरूप बना दिया है। कैसीनो.ओआरजी लिखता है कि एवा को त्वचा में जलन, सूजन और पैचीपन की शिकायत है। यह रोजाना मेकअप, त्वचा देखभाल उत्पादों और कॉस्मेटिक के कारण हुआ है।

कॉस्मेटिक सर्जरी

सोशल मीडिया पर ग्लैमरस दिखने की इच्छा के चलते इंफ्लुएंसरों का चेहरा भी कॉस्मेटिक सर्जरी, फिलर और स्टाइलिंग की प्रक्रिया से प्रभावित हो सकता है। AI मॉडल में दिखाया गया है कि बार-बार फेस फिलर और कॉस्मेटिक सुधार करने से चेहरा विकृत हो सकता है और इससे 'चुड़ैल जैसी ठोड़ी' और कृत्रिम चेहरे की बनावट जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।

ये भी पढ़ें...पूर्व पंजीकृत अतिथियों की भागीदारी से गेस्ट फैकल्टी को चॉइस फिलिंग में पिछड़ने का अंदेशा

बालों की समस्या

कंटेंट क्रिएटर्स का बालों के प्रति निरंतर जुनून भी उनके लिए समस्याएं उत्पन्न कर सकता है। एक्सटेंशन और स्टाइलिंग के कारण ट्रैक्शन एलोपेसिया (बालों का झड़ना) हो सकता है। यह स्थिति अपरिवर्तनीय हो सकती है, और समय के साथ बाल झड़ने और गंजेपन की समस्या पैदा हो सकती है।

आखिरकार, क्या समाधान है?

चिकित्सा और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि इन समस्याओं से बचने के लिए नियमित ब्रेक, स्वस्थ जीवनशैली और स्क्रीन टाइम को नियंत्रित करना आवश्यक है। 20-20-20 नियम का पालन करना आंखों के लिए फायदेमंद हो सकता है, और शारीरिक मुद्रा में सुधार के लिए व्यायाम और योग को अपनाना चाहिए।

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट केसाथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧

सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स बीबीसी स्मार्टफोन देश दुनिया न्यूज influencer