राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को एक सनसनीखेज आरोप लगाकर राजस्थान की राजनीति में हलचल पैदा कर दी। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पद से हटाने की साजिश की जा रही है। उनकी ही पार्टी के कुछ नेता दिल्ली और जयपुर में यह साजिश रच रहे हैं। गहलोत ने दावा किया कि इस षडयंत्र को लेकर मुख्यमत्री पूरी तरह से अंजान बने हुए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उन्होंने बार-बार मुख्यमंत्री को इस बारे में आगाह किया है, लेकिन मुख्यमंत्री उनकी बातों को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि यदि अब भी नहीं संभले तो सीएम को गंभीर नुकसान हो सकता है।
भजनलाल के कार्यकाल को बचाने की अपील
अशोक गहलोत ने यह भी स्पष्ट किया कि वह चाहते हैं कि भजनलाल शर्मा अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करें। उन्होंने कहा कि पहली बार विधायक बने भजनलाल को मुख्यमंत्री बनाए जाने का निर्णय काफी अहम था। उनका मानना था कि एक युवा नेता को सीएम बनने का मौका मिला है, और अब इस पद से उन्हें हटाना ठीक नहीं होगा। गहलोत का कहना था कि बार-बार मुख्यमंत्री बदलने से कोई फायदा नहीं होता, और इस स्थिरता को बनाए रखना प्रदेश के विकास के लिए जरूरी है।
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राजस्थान की छवि पर चिंता
गहलोत ने उदयपुर में एक विदेशी युवती से हुई बलात्कार की घटना पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं से राजस्थान की छवि खराब हो सकती है। गहलोत ने यह भी कहा कि हाल ही में अमेरिका ने छह भारतीय राज्यों के लिए यात्रा एडवाइजरी जारी की थी, लेकिन उसमें राजस्थान का नाम नहीं था। अगर इस तरह की घटनाएं जारी रहीं, तो भविष्य में राजस्थान का नाम भी उन राज्यों की सूची में शामिल हो सकता है।
राजस्थान में राजनीतिक हलचल
गहलोत का यह बयान राजस्थान की राजनीति में एक नई हलचल पैदा कर सकता है। भजनलाल शर्मा की नेतृत्व क्षमता और उनकी पार्टी के अंदर के गतिरोध पर अब सवाल उठने लगे हैं। गहलोत के आरोपों के बाद पार्टी में अंदरूनी समीकरणों को लेकर चर्चा तेज हो सकती है। राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, गहलोत का यह बयान पार्टी के भीतर हो रही शक्तियों के संघर्ष को उजागर करता है। इस मुद्दे पर अब कांग्रेस पार्टी में और भी बयानबाजी हो सकती है, जिससे प्रदेश की राजनीतिक स्थिति पर असर पड़ सकता है।
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सीएम पर लगे आरोपों की जांच की मांग
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री के इस बयान के लोग कई मायने निकाल रहे है। राजनीतिक जानकारों की माने तो सीएम भजनलाल शर्मा पर लगाए जा रहे आरोपों की जांच की मांग का दबाव कांग्रेस के साथ ही सत्तारूढ़ दल भाजपा के कुछ लोग भी बना रहे है। इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री गहलोत के बयान ने चर्चा को और हवा दे दी है। अब देखना यह होगा कि केंद्रीय नेतृत्व सीएम पर लग रहे आरोपों को कितनी गंभीरता से लेता है।
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