Hindenburg Report : अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने एक बार फिर हलचल मचा दी है। इस बार हिंडनबर्ग रिसर्च (Hindenburg Research) ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। हिंडनबर्ग ने कहा है कि SEBI की चेयरमैन माधबी पुरी बुच (SEBI chairman Madhabi Puri Buch) की अडानी समूह (Adani Group) के मनी साइफनिंग घोटाले (money siphoning scam) में इस्तेमाल की गई गुप्त ऑफशोर कंपनियों में हिस्सेदारी थी।
इस पर SEBI चेयरमैन माधबी पुरी बुच ने अपना स्टेटमेंट जारी किया है। उन्होंने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए सभी आरोपों को निराधार बताया है। बता दें कि हिंडनबर्ग ने शनिवार को एक पोस्ट में कहा, भारत में जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है, जिसके बाद यह बड़ा खुलासा सामने आया।
सेबी चीफ ने कैसे ली हिस्सेदारी?
360 वेल्थ ऑनलाइन ने बरमुडा में एक ऑफशोर यानि विदेशी फंड बनाया। इसका फंड का नाम ग्लोबल अपॉर्चुनिटीज फंड (Global Opportunities Fund) था और 360 वेल्थ ऑनलाइन IIFL का नया नाम है। ग्लोबल अपॉर्चुनिटीज फंड के तहत एक सब-फंड बनाया गया, जिसे ग्लोबल डायनामिक अपॉर्चुनिटीज फंड (Global Dynamic Opportunities Fund) के नाम से रजिस्टर कराया गया था। हिंडनबर्ग रिसर्च का दावा है कि विनोद अडानी की एक कंपनी ने इस फंड (Global Dynamic Opportunities Fund) में निवेश किया है।
इसके बाद ग्लोबल डायनामिक फंड ने अडानी ग्रुप का पैसा एक सब-फंड (IPE Plus Fund) में निवेश किया था। यह छोटा सा सब-फंड मॉरीशस में रजिस्टर्ड था। इस फंड हाउस ने अपना पैसा डोमेस्टिक शेयर मार्केट में लगाया और भारतीय शेयर बाजार के शेयरों में खरीद-फरोख्त की।
10 मिलियन डॉलर का किया निवेश
शनिवार को हिंडनबर्ग ने अपनी वेबसाइट पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें दावा किया गया है कि विनोद अडानी (Vinod Adani) और SEBI चेयरमैन के बीच गहरे संबंध थे। विनोद अडानी दुबई में रहते हैं और गौतम अडानी के बड़े भाई हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक व्हिसलब्लोअर (whistleblower) द्वारा प्राप्त दस्तावेजों से पता चलता है कि माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच (Dhawal Buch) ने 2015 में सिंगापुर में इसी फंड के साथ खाता खोला था। इस खाते में 10 मिलियन डॉलर का निवेश किया गया था, जो कथित रूप से अडानी के डायरेक्टर द्वारा स्थापित मॉरीशस के ऑफशोर फंड से जुड़ा हुआ था।
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हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में लगाए गंभीर आरोप
हिंडनबर्ग का आरोप है कि यह फंड टैक्स हेवन मॉरीशस ( tax haven Mauritius ) में रजिस्टर्ड था और इसका संबंध अडानी समूह के मनी साइफनिंग स्कैंडल से था। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि SEBI की अध्यक्ष के कारण अडानी समूह ने नियामक हस्तक्षेप के जोखिम के बावजूद अपने काम को जारी रखा।
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बता दें कि जनवरी 2023 में भी हिंडनबर्ग ने अडानी समूह पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके परिणामस्वरूप अडानी समूह के शेयरों में भारी गिरावट आई थी। उस समय सेबी ने हिंडनबर्ग को नोटिस भी जारी किया था।
सभी आरोपों को बताया निराधार
माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच ने हिंडनबर्ग के आरोपों को निराधार करार दिया है। उन्होंने कहा कि उनका वित्तीय रिकॉर्ड एक खुली किताब है और वे किसी भी जांच के लिए तैयार हैं।
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें किसी भी अधिकारी के समक्ष सभी वित्तीय दस्तावेज प्रकट करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है, जिनमें उस समय के दस्तावेज भी शामिल हैं जब हम पूरी तरह से निजी नागरिक थे। उन्होंने कहा कि वे जल्द ही एक विस्तृत बयान जारी करेंगे।
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