18 दिनों बाद शुभांशु शुक्ला की घर वापसी, देश में जश्न का माहौल

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा पूरी हुई। वह 22 घंटे के सफर के बाद पृथ्वी पर लौट आए हैं। यह मिशन भारत की अंतरिक्ष पहचान का प्रतीक है।

author-image
Amresh Kushwaha
एडिट
New Update
shubhanshu-returns-earth
Listen to this article
0.75x 1x 1.5x
00:00 / 00:00

भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा मंगलवार (15 जुलाई) को समाप्त हो गई। लगभग 22.5 घंटे के सफर के बाद शुभांशु और उनके तीन साथी कैलिफोर्निया के समुद्र तट पर सुरक्षित लैंडिंग कर चुके हैं। दोपहर के लगभग 3:00 बजे उनका मिशन सफलता के साथ समाप्त हुआ। इससे न केवल भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम को एक नई दिशा मिली, बल्कि भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान के इतिहास में यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर भी साबित हुआ।

देशभर में उनके लौटने की खुशी का माहौल है, और लोग इस ऐतिहासिक घटना को बड़ी धूमधाम से मना रहे हैं। इस मिशन में शुभांशु और उनके साथियों ने पृथ्वी की 288 बार परिक्रमा की। इस यात्रा से पहले, 1984 में राकेश शर्मा ही पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री थे, जिन्होंने अंतरिक्ष की यात्रा की थी। अब, शुभांशु शुक्ला ने इस गौरवमयी सूची में अपना नाम दर्ज करवा लिया है और वह दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री बने हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष में कदम रखा।

भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है', अनडॉकिंग से पहले बोले शुभांशु  शुक्ला - India TV Hindi

ये खबर भी पढ़िए...शुभांशु के बाद अब अनिल मेनन भी जाएंगे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन, जानें कौन हैं ये…

शुभांशु का ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन

अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) में 18 दिन बिताने के बाद, शुभांशु शुक्ला और उनके साथियों ने सोमवार शाम 4.45 बजे (भारतीय समयानुसार) आईएसएस से पृथ्वी की ओर रवाना हुए थे। नासा ने इस रवानगी का लाइव प्रसारण किया था।

इस मिशन में शामिल अंतरिक्ष यात्री

  • शुभांशु शुक्ला (भारत)

  • पैगी व्हिटसन (अमेरिका)

  • स्लावोज उज्नान्स्की-विस्नीव्स्की (पोलैंड)

  • टिबोर कापू (हंगरी)

शुभांशु की वापसी पर एक नजर...

  • शुभांशु शुक्ला की अंतरिक्ष यात्रा: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने एक्सिओम-4 मिशन में भाग लिया और 22.5 घंटे की यात्रा के बाद कैलिफोर्निया में लैंडिंग की।

  • अंतरिक्ष में भारतीय पहचान: शुभांशु शुक्ला अंतरिक्ष में कदम रखने वाले दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री बने, इससे पहले राकेश शर्मा ने 1984 में यात्रा की थी।

  • अंतरिक्ष में खास प्रयोग: शुभांशु शुक्ला ने शून्य गुरुत्वाकर्षण में पानी के बुलबुले का वीडियो शूट किया और पृथ्वी की तस्वीरें लेते हुए अपने अनुभव साझा किए।

  • भारत का गर्व: इस मिशन के लिए इसरो ने 550 करोड़ रुपये खर्च किए, और यह भारत के 'गगनयान' कार्यक्रम की तैयारी का हिस्सा था।

  • विशेष पोट्रेट: किसान योगेंद्र सोलंकी ने शुभांशु और उनके साथियों का पोट्रेट अनाज से बनाया, जिससे उनकी यात्रा और भी खास बन गई।

ये खबर भी पढ़िए...पीएम मोदी ने पूछा- पृथ्वी माता की परिक्रमा का मौका मिला है? शुभांशु शुक्ला बोले- 16 बार परिक्रमा करते हैं

कैलिफोर्निया में शुभांशी की हुई वापसी

मंगलवार, 15 जुलाई को दोपहर करीब 3:00 बजे (भारतीय समयानुसार) कैलिफोर्निया के समुद्र तट पर उनकी सुरक्षित लैंडिंग हो गई है। यह लैंडिंग एक सफल अंतरिक्ष मिशन की पुष्टि की है, जो भारत के लिए गर्व का कारण बन गया है।

आज धरती पर कदम रखेंगे 'अंतरिक्ष King' शुभांशु शुक्ला... उनके मिशन से भारत  को कितना फायदा हुआ?

अंतरिक्ष यात्रा के दौरान दिखाए गए खास प्रयोग

अंतरिक्ष में रहते हुए शुभांशु शुक्ला ने शून्य गुरुत्वाकर्षण का अनुभव किया और एक मजेदार वीडियो शूट किया। इसमें हवा में तैरते पानी के बुलबुले दिखाई दे रहे थे। यह दृश्य अंतरिक्ष में पानी की अनोखी अवस्था को दर्शाता है, जो शून्य गुरुत्वाकर्षण में संभव होता है।

उन्होंने यह भी बताया कि वह लगातार आईएसएस की खिड़की से पृथ्वी की तस्वीरें लेते रहे और इन अद्भुत अनुभवों को अपने परिवार और देशवासियों के साथ साझा करने का इंतजार कर रहे थे।

परिवार और देशवासियों का था इंतजार

शुभांशु के परिवार को उनके पृथ्वी पर लौटने का बेसब्री से इंतजार था। जब उन्हें उनकी वापसी की सूचना मिली, तो पूरे परिवार ने खुशी का इजहार किया और शुभांशु की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थना कर रहे थें। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और अंतरिक्ष राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने सोशल मीडिया पर शुभांशु का स्वागत किया और कहा कि पूरा देश उनकी वापसी का इंतजार कर रहा है।

ये खबर भी पढ़िए...शुभांशु शुक्ला का ऐतिहासिक कदम : ISS पर पहुंचने वाले बने पहले भारतीय

इसरो ने 550 करोड़ रुपए किए खर्च

इस मिशन के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने लगभग 550 करोड़ रुपए का खर्च किया था। यह मिशन भारत के आगामी 'गगनयान' कार्यक्रम की तैयारी का हिस्सा था, जो 2027 में लॉन्च किया जाएगा। शुभांशु शुक्ला की यात्रा इस कार्यक्रम के लिए बेहद महत्वपूर्ण अनुभव प्रदान करेगी। इससे भविष्य में भारतीय अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष मिशनों में भाग लेने में सक्षम होंगे।

Shubhanshu Shukla: शुभांशु शुक्ला स्पेस स्टेशन से धरती पर कर रहे वापसी.

शुभांशु को रिहैबिलिटेशन प्रक्रिया से होगा गुजरना

अंतरिक्ष से पृथ्वी पर लौटने के बाद, शुभांशु और उनकी टीम को सात दिनों तक पुनर्वास प्रक्रिया से गुजरना होगा। इस प्रक्रिया में उनके शरीर को पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में ढलने के लिए उचित इलाज और निगरानी की जाएगी। यह एक महत्वपूर्ण चरण है, क्योंकि शून्य गुरुत्वाकर्षण में लंबे समय तक रहने के बाद शरीर को फिर से सामान्य स्थिति में लाना जरूरी होता है।

किसान ने अनाज से बनाया शुभांशु का पोट्रेट

नर्मदापुरम जिले के सुपल्ली गांव के किसान योगेंद्र सोलंकी ने एक अनोखे तरीके से अंतरिक्ष यात्रा पर लौटने वाले शुभांशु शुक्ला और उनके तीन साथी यात्रियों का स्वागत किया। उन्होंने इन यात्रियों के पोट्रेट को अनाज से तैयार किया, जिससे यह पहल और भी खास बन गई। योगेंद्र ने शुभांशु शुक्ला के अलावा अमेरिका की पैगी विलसन, पोलैंड के सवोस उज्जानवास्की और हंगरी के टेगो कापूर के पोट्रेट भी बनाए। यह पोट्रेट उस वक्त जारी किए गए, जब शुभांशु पृथ्वी पर लौटने से ठीक एक दिन पहले थे।

योगेंद्र सोलंकी ने बताया कि उनका उद्देश्य अनाजों के महत्व को लोगों तक पहुंचाना था, क्योंकि भारत एक कृषि प्रधान देश है। उन्होंने धान, तिल, बाजरा, रागी, अलसी, राजगिरा और खस-खस जैसे अनाजों का उपयोग किया है, जिनसे वे पिछले 5 वर्षों से पोट्रेट तैयार कर रहे हैं। इन पोट्रेट्स के जरिए उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय हस्तियों का भी चित्रण किया है, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं।

भारत की अंतरिक्ष पहचान

शुभांशु शुक्ला की यह यात्रा भारत की अंतरिक्ष पहचान को और मजबूत करेगी। उन्होंने यह साबित किया कि भारत अंतरिक्ष अन्वेषण की अग्रणी दौड़ में शामिल हो चुका है। उनके मिशन की सफलता ने देशभर में गर्व का वातावरण उत्पन्न किया है, और यह भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।

thesootr links

सूत्र की खबरें आपको कैसी लगती हैं? Google my Business पर हमें कमेंट के साथ रिव्यू दें। कमेंट करने के लिए इसी लिंक पर क्लिक करें

अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें📢🔃

🤝💬👩‍👦👨‍👩‍👧‍👧👩

एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला | Shubhanshu Shukla prime astronaut | अंतरिक्ष की यात्रा | अंतरिक्ष अभियान | अंतरिक्ष सैर | Space mission | india space mission | ISRO | गगनयान मिशन | Gaganyaan | Gaganyaan Mission | कैलिफोर्निया न्यूज

ISRO Space mission अंतरिक्ष अभियान कैलिफोर्निया न्यूज Gaganyaan Mission गगनयान मिशन Gaganyaan गगनयान india space mission अंतरिक्ष सैर नर्मदापुरम अंतरिक्ष कैलिफोर्निया अंतरिक्ष की यात्रा अंतरिक्ष यात्रा Shubhanshu Shukla prime astronaut शुभांशु शुक्ला ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला इसरो एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला