अमेरिका में पढ़ाई के लिए गए भारतीय छात्रों के लिए एक बुरी खबर सामने आई है। अमेरिकी सरकार ने एक नया बिल पेश किया है, जो भारतीय छात्रों के लिए एक बड़ा संकट पैदा कर सकता है। इस नए बिल में पढ़ाई के बाद काम करने की सुविधा यानी OPT (ऑप्शनल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग) को खत्म करने की बात की गई है। अगर यह बिल पास हो जाता है, तो अमेरिकी में पढ़ाई कर रहे हजारों भारतीय छात्रों को अपना भविष्य अंधेरे में नजर आने वाला है।
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OPT क्या है और क्यों यह महत्वपूर्ण है?
OPT (Optional Practical Training) एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जिसके तहत अंतरराष्ट्रीय छात्रों को अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिका में एक से तीन साल तक काम करने की अनुमति मिलती है। यह विशेष रूप से STEM (साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग, और मैथ्स) छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह उन्हें अपनी पढ़ाई के बाद काम करके अनुभव हासिल करने का मौका देता है। इसके जरिए छात्रों को अपनी शिक्षा के साथ-साथ अपने करियर के लिए आवश्यक अनुभव भी मिलता है, जो उनकी भविष्यवाणी को मजबूत करता है।
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अगर यह सुविधा बंद हो जाती है, तो यह छात्रों के लिए एक बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है, क्योंकि वे अपने शैक्षिक ऋणों को चुकता करने और अमेरिका में अपना करियर स्थापित करने के लिए इस अवसर का उपयोग करते थे। इस समय हजारों भारतीय छात्र इस संकट से जूझ रहे हैं।
भारतीय छात्रों की बड़ी संख्या प्रभावित
नए शैक्षणिक सत्र में अमेरिका में सबसे अधिक अंतरराष्ट्रीय छात्र भारत से आए थे। लगभग 3.3 लाख भारतीय छात्र अमेरिका में पढ़ाई कर रहे हैं, और उनमें से करीब 97,556 छात्रों ने OPT का लाभ लिया है। यह संख्या पिछले साल की तुलना में 41 प्रतिशत अधिक है। इसके बावजूद, अब OPT सुविधा पर खतरा मंडरा रहा है, क्योंकि अमेरिकी सरकार ने इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक नया बिल पेश किया है।
इस बिल के कारण, अगर यह लागू होता है, तो छात्रों को जल्दी से जल्दी अमेरिका छोड़ने की स्थिति आ सकती है। यह न केवल उनकी पढ़ाई और करियर को प्रभावित करेगा, बल्कि उनके लिए लिए गए एजुकेशन लोन (Education Loan) को चुकाने की चुनौती भी बढ़ जाएगी।
अमेरिकी इमिग्रेशन नीति में बदलाव
अमेरिकी इमिग्रेशन नीति में बदलाव की बात कई बार अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी चुनावी वादों में की थी। उन्होंने सख्त इमिग्रेशन नीतियां (Strict Immigration Policies) और बड़े पैमाने पर डिपोर्टेशन (Deportation) की बातें की थीं। इससे मौजूदा F-1 और M-1 वीजा धारक छात्रों में घबराहट बढ़ गई है। इस बदलाव से छात्रों के लिए अमेरिका में काम करने और रहना पहले से कहीं अधिक मुश्किल हो सकता है।
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वीजा विशेषज्ञों की चेतावनी
इमिग्रेशन विशेषज्ञों के अनुसार, यदि यह बिल पास हो जाता है, तो OPT एकदम से खत्म हो सकता है और छात्रों को काम के लिए वैकल्पिक रास्ते नहीं मिलेंगे। पूर्वी चोथानी (Immigration Expert Eshwar Chothani) ने छात्रों को सलाह दी है कि वे H-1B वीजा की प्रक्रिया में तेजी लाएं, ताकि वे अमेरिका में कानूनी रूप से रह सकें। उन्होंने यह भी कहा कि जो छात्र भविष्य में अमेरिका में पढ़ाई करने का सोच रहे हैं, उन्हें UK की वीजा व्यवस्था (UK Visa System) के अनुसार तैयार रहना चाहिए, जहां पढ़ाई खत्म होने के बाद छात्रों को वापस अपने देश लौटने का आदेश दिया जाता है।
छात्रों पर प्रभाव: पढ़ाई और नौकरी दोनों में संकट
यदि यह नया कानून लागू हो जाता है, तो छात्रों के लिए इससे बड़ा संकट उत्पन्न हो सकता है। उन छात्रों पर इसका सबसे अधिक असर पड़ेगा, जिन्होंने अपने एजुकेशन लोन के भुगतान के लिए अमेरिका में काम करने का रास्ता चुना था। **OPT** के माध्यम से, वे अपने शैक्षिक ऋणों को चुकता कर सकते थे, लेकिन अगर यह सुविधा बंद हो जाती है, तो उन्हें बिना काम किए अपना लोन चुकाने की कठिन स्थिति का सामना करना पड़ेगा।
इसके अलावा, कई छात्रों ने गर्मियों की छुट्टियों में भारत लौटने की योजना रद्द कर दी है, क्योंकि उन्हें डर है कि वे वापस अमेरिका नहीं लौट सकेंगे। रिपोर्टों के अनुसार, कॉर्नेल (Cornell), कोलंबिया (Columbia) और येल (Yale) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों ने अनौपचारिक रूप से अपने अंतरराष्ट्रीय छात्रों को सलाह दी है कि वे छुट्टियों में घर न जाएं, क्योंकि उनका अमेरिका लौटना संदिग्ध हो सकता है।