/sootr/media/media_files/2025/07/28/interfaith-marriages-law-2025-07-28-19-09-14.jpg)
Photograph: (thesootr)
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने हाल ही में निर्णय दिया कि बिना धर्म परिवर्तन के अंतर-धार्मिक शादी ( इंटरफेथ मैरिज ) अवैध मानी जाएगी। इस फैसले ने धर्मांतरण और लव जिहाद पर चल रही बहस को ताजा किया है। अदालत ने आर्य समाज जैसी संस्थाओं द्वारा बिना धर्म परिवर्तन के विवाह प्रमाण पत्र जारी करने पर सवाल उठाया है।
कोर्ट ने सरकार से मांगी रिपोर्ट
इस मामले में जस्टिस प्रशांत कुमार ने उत्तर प्रदेश सरकार को आदेश दिया है कि वह उन आर्य समाज सोसाइटीज की जांच कराए, जो बिना धर्म परिवर्तन के मैरिज सर्टिफिकेट जारी करती हैं। सरकार को 29 अगस्त तक एक हलफनामे के साथ रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए गए हैं। इस फैसले से साफ है कि अगर धर्म परिवर्तन नहीं हुआ तो शादी को कानूनी मान्यता नहीं दी जाएगी।
ये खबर भी पढ़ें...
लाडकी बहिन योजना में धोखाधड़ी : 14 हजार पुरुषों ने लिया पैसा, अब वसूलेगी सरकार
देश में अंतर-धार्मिक विवाह कानून
भारत में अंतर-धार्मिक शादियां स्पेशल मैरिज एक्ट-1954 और विभिन्न धार्मिक कानूनों के तहत आती हैं। इस कानून के तहत अलग-अलग धर्मों के लोग बिना धर्म परिवर्तन किए शादी कर सकते हैं। इस एक्ट के तहत, दोनों पक्षों को 30 दिन तक शादी का नोटिस रजिस्ट्रार के पास सार्वजनिक रूप से दिखाना होता है। अगर इस दौरान किसी भी पक्ष से आपत्ति नहीं आती तो शादी को रजिस्टर कर लिया जाता है।
क्या कहता है पर्सनल लॉ?
पर्सनल लॉ के अनुसार, हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, पारसी और अन्य धार्मिक समूहों के विवाह के लिए अलग-अलग कानून हैं। उदाहरण के लिए, हिंदू विवाह अधिनियम के तहत, अगर एक मुस्लिम महिला से शादी करनी है, तो पुरुष को इस्लाम धर्म अपनाना पड़ता है।
इसी तरह, मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत मुस्लिम पुरुष गैर-मुस्लिम महिला से शादी कर सकता है, लेकिन गैर-मुस्लिम पुरुष मुस्लिम महिला से शादी नहीं कर सकता, जब तक वह इस्लाम धर्म न अपना ले।
ये खबर भी पढ़ें...
धर्म परिवर्तन और लव जिहाद का मुद्दा
उत्तर प्रदेश धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम 2021 के तहत, धर्म परिवर्तन को सख्ती से नियंत्रित किया गया है। इसके तहत, किसी व्यक्ति को धर्म परिवर्तन करने के लिए पहले जिला मजिस्ट्रेट से अनुमति लेनी होती है।
इस कानून के तहत, विवाह के संदर्भ में धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया पर भी कड़ी निगरानी रखी जाती है और इसे अवैध तरीके से धर्म परिवर्तन करने पर अपराध माना जाता है।
पर्सनल लॉ और स्पेशन मैरिज एक्ट 1954...
भारत में अंतर-धार्मिक शादियों (Interfaith Marriages) के संबंध में विभिन्न धर्मों के अलग-अलग नियम और कानून हैं। ये कानून पर्सनल लॉ (Personal Laws) और स्पेशल मैरिज एक्ट, 1954 (Special Marriage Act, 1954) के तहत आते हैं-
5 प्रमुख बिंदुओं से समझें किस धर्म में क्या है कानून...1. हिंदू विवाह अधिनियम, 1955 (Hindu Marriage Act, 1955)
2. मुस्लिम पर्सनल लॉ (Muslim Personal Law)
3. ईसाई और पारसी विवाह कानून (Christian and Parsi Marriage Laws)
4. स्पेशल मैरिज एक्ट, 1954 (Special Marriage Act, 1954)
5. उत्तर प्रदेश धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम, 2021
|
ये खबर भी पढ़ें...
दिव्या देशमुख ने शतरंज की दुनिया में मचाया धमाल, कोनेरू हम्पी को हराकर बनीं वर्ल्ड चैम्पियन
इलाहाबाद हाईकोर्ट के फैसले का असर
इलाहाबाद हाईकोर्ट का यह फैसला उन अंतर-धार्मिक जोड़ों पर प्रभाव डाल सकता है जो धर्म परिवर्तन के बिना आर्य समाज जैसे संस्थानों में विवाह करते हैं। कोर्ट ने यह स्पष्ट किया कि अगर विवाह स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत नहीं हुआ है और धर्म परिवर्तन नहीं किया गया है, तो वह विवाह वैध नहीं माना जाएगा।
क्या कहता है कानून?
स्पेशल मैरिज एक्ट के तहत, अंतर-धार्मिक शादियों में धर्म परिवर्तन की आवश्यकता नहीं होती। यह एक्ट धर्मनिरपेक्ष है और इस कानून के तहत विवाह करने के लिए किसी भी धार्मिक अनुष्ठान की आवश्यकता नहीं होती है।
हालांकि, कोर्ट ने यह माना है कि आर्य समाज में हुई शादियों को इस फैसले के तहत अवैध माना जा सकता है, क्योंकि यह हिंदू विवाह अधिनियम के दायरे में आता है।
ये खबर भी पढ़ें...
बिहार में अजीबोगरीब घटना : कुत्ते को मिला निवास प्रमाण पत्र, सोशल मीडिया पर वायरल सर्टिफिकेट
पर्सनल लॉ और अंतर-धार्मिक शादियां
पर्सनल लॉ के तहत अंतर-धार्मिक विवाह के लिए एक पक्ष को दूसरे धर्म को अपनाना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, मुस्लिम पुरुष गैर-मुस्लिम महिला से शादी कर सकता है, लेकिन गैर-मुस्लिम पुरुष मुस्लिम महिला से शादी नहीं कर सकता, जब तक वह इस्लाम धर्म न अपना ले। इसी तरह, अन्य धार्मिक कानूनों में भी ऐसे ही नियम होते हैं।
thesootr links
-
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
-
निशुल्क वैवाहिक विज्ञापन और क्लासिफाइड देखने के लिए क्लिक करें
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, 🤝दोस्तों, परिवारजनों के साथ शेयर करें 📢 🔃 🤝💬👩👦👨👩👧👧