अजीत डोभाल की टीम में डिप्टी एनएसए बने आईपीएस अनीश दयाल, देश की आंतरिक सुरक्षा को मिलेगी मजबूती

सीआरपीएफ और आईटीबीपी के पूर्व महानिदेशक अनीश दयाल सिंह को नया उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) नियुक्त किया गया है। उन्हें आंतरिक मामलों को संभालने का दायित्व सौंपा गया है। 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी अनीश दयाल सिंह दिसंबर 2024 में रिटायर हुए थे।

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Sanjay Dhiman
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पूर्व सीआरपीएफ और आईटीबीपी के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह को नए उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्हें आंतरिक सुरक्षा से संबंधित मामलों का जिम्मा सौंपा गया है। अनीश दयाल सिंह 1988 बैच के मणिपुर कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं, वे दिसंबर 2024 में सेवा से रिटायर हुए थे।। इसके पहले, वह भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के प्रमुख रहे और इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) में भी अपनी सेवाएं दी हैं। 

अनीश दयाल सिंह का करियर 

आईपीएस अधिकारी अनीश दयाल सिंह का पुलिस सेवा में अनुभव बहुत ही विस्तृत और प्रभावशाली है। उन्होंने मणिपुर कैडर के 1988 बैच से अपनी सेवा शुरू की थी। वे दिसंबर 2024 में भारतीय पुलिस सेवा से रिटायर हुए, और उसके बाद उनकी नियुक्ति उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में की गई। इस भूमिका में, उन्हें देश के आंतरिक मामलों, जैसे जम्मू-कश्मीर, नक्सलवाद और पूर्वोत्तर उग्रवाद पर काम करने की जिम्मेदारी दी गई है।

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नक्सलवाद और आतंकवाद से निपटने में विशेष योगदान

सीआरपीएफ के महानिदेशक के रूप में अनीश दयाल सिंह ने नक्सलवाद और आतंकवाद से निपटने में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। उनके कार्यकाल में, सीआरपीएफ ने विभिन्न अग्रिम परिचालन ठिकानों की स्थापना की और वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में चार नई बटालियनों की शुरुआत की।

इसके अलावा, उन्होंने भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की कमान संभाली और आईटीबीपी की आधुनिकisation और तत्परता में सुधार किया। उनकी ये पहलें सुरक्षा बलों को अपने कार्यों में और अधिक प्रभावशाली बनाने में मददगार साबित हुईं।

जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया

आईपीएस अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में सीआरपीएफ ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया। 2024 के लोकसभा चुनावों और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में सीआरपीएफ की भूमिका सुनिश्चित करने में अनीश दयाल का बड़ा योगदान था। उन्होंने सुरक्षा बलों की तैनाती और संचालन में बेहतरीन रणनीतियाँ अपनाई, जिससे चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित रूप से संपन्न किया गया। 

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अनीश दयाल सिंह की नियुक्ति: केंद्र सरकार ने अनीश दयाल सिंह को उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) के रूप में नियुक्त किया है।

पूर्व पद: अनीश दयाल सिंह सीआरपीएफ और आईटीबीपी के पूर्व महानिदेशक रहे हैं और उन्होंने 30 वर्षों तक इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) में सेवा दी।

आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी: अब वे जम्मू-कश्मीर, नक्सलवाद और पूर्वोत्तर उग्रवाद जैसे आंतरिक सुरक्षा मामलों का प्रबंधन करेंगे।

सीआरपीएफ में योगदान: उनके नेतृत्व में सीआरपीएफ ने नक्सलवाद से निपटने के लिए अग्रिम परिचालन ठिकानों की स्थापना और नई बटालियनों की शुरुआत की।

जम्मू-कश्मीर में भूमिका: 2024 के लोकसभा चुनावों और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों के दौरान उन्होंने सीआरपीएफ की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की।

अब उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नई जिम्मेदारी

अब, उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) के रूप में, अनीश दयाल सिंह जम्मू-कश्मीर, नक्सलवाद, और पूर्वोत्तर के उग्रवाद सहित देश के आंतरिक सुरक्षा मामलों को संभालेंगे। उनकी सुरक्षा और खुफिया मामलों में गहरी समझ और अनुभव को ध्यान में रखते हुए यह नियुक्ति की गई है।

नियुक्ति से एनएसए टीम को मिलेगी मजबूती

आईपीएस अनीश दयाल सिंह अब डिप्टी एनएसए के तौर पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की टीम में शामिल होंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि उनकी नियुक्ति से भारत की आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और क्षेत्रीय खतरों जैसी नीतियों को मजबूती मिलेगी। इस समय जब भारत को वैश्विक और क्षेत्रीय स्तर पर कई सुरक्षा चुनौतियों का सामना है, तब उनका अनुभव और नेतृत्व राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद को नई दिशा देने में मददगार साबित होगा। 

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