केंद्र सरकार ने IRCTC और IRFC को दिया नवरत्न का दर्जा, 1000 करोड़ तक कर सकेंगी निवेश

केंद्र सरकार ने आईआरसीटीसी (Indian Railway Catering and Tourism Corporation) और आईआरएफसी (Indian Railway Finance Corporation) को नवरत्न का दर्जा प्रदान किया है। इससे दोनों कंपनियों को वित्तीय निर्णयों में अधिक स्वायत्तता मिलेगी।

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Jitendra Shrivastava
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irctc-irfc-navratan-status Photograph: (thesootr)

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केंद्र सरकार ने Indian Railway Catering and Tourism Corporation (IRCTC) और Indian Railway Finance Corporation (IRFC) को नवरत्न का दर्जा देने की घोषणा की है। यह निर्णय दोनों कंपनियों को स्वायत्तता प्रदान करेगा, जिससे वे अब 1000 करोड़ रुपये तक का निवेश बिना सरकारी मंजूरी के कर सकती हैं। यह कदम भारतीय रेलवे के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।  

IRCTC और IRFC को मिलेगी बड़ी स्वायत्तता  

केंद्र सरकार ने भारतीय रेलवे के दो प्रमुख कंपनियों IRCTC और IRFC को नवरत्न का दर्जा प्रदान किया है। यह दर्जा दोनों कंपनियों को आर्थिक स्वायत्तता और वित्तीय निर्णय लेने में स्वतंत्रता प्रदान करेगा। इससे इन कंपनियों को 1000 करोड़ रुपये तक का निवेश बिना सरकार की मंजूरी के करने की सुविधा मिलेगी। इस निर्णय के बाद, ये कंपनियां अपनी विकास योजनाओं को अधिक तेजी से लागू कर सकेंगी, और सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार स्वतंत्र रूप से अपने आर्थिक फैसले ले सकेंगी।

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कंपनियों की वित्तीय स्थिति और सफलता

  • IRCTC का वित्तीय वर्ष 2023-24 में टर्नओवर 4,270.18 करोड़ रुपये था और उसने 1,111.26 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया।  
  • IRFC ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में 26,644 करोड़ रुपये का वार्षिक टर्नओवर दर्ज किया और उसका शुद्ध मुनाफा 6,412 करोड़ रुपए रहा। इसकी नेटवर्थ 49,178 करोड़ रुपए थी।  

रेल मंत्री ने की सराहना  

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने IRCTC और IRFC को नवरत्न का दर्जा मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा, "यह भारतीय रेलवे के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, और इन कंपनियों को बधाई।  

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नवरत्न श्रेणी और इसका महत्व 

भारत सरकार ने सीपीएसई (केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम) को तीन प्रमुख श्रेणियों में बांटा है। महारत्न, नवरत्न और मिनीरत्न। इन श्रेणियों का उद्देश्य कंपनियों को आर्थिक और प्रशासनिक स्वायत्तता प्रदान करना है, ताकि वे स्वतंत्र रूप से निवेश और विकास की योजना बना सकें।  

अन्य नवरत्न कंपनियां...

इससे पहले, सरकार ने सितंबर 2024 में सतलुज जल विद्युत निगम, नेशनल हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर कॉरपोरेशन, सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन और रेलटेल कॉरपोरेशन को नवरत्न का दर्जा दिया था। इसके अलावा, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड को जुलाई 2024 में नवरत्न का दर्जा मिला था।  

IRCTC और IRFC को मिलने वाले लाभ

नवरत्न का दर्जा मिलने से दोनों कंपनियों को वित्तीय निर्णयों में स्वतंत्रता मिलेगी। वे अपनी योजनाओं को अधिक प्रभावी तरीके से लागू कर सकेंगी और निवेश योजनाओं को तेज़ी से लागू करने में सक्षम होंगी।  

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