ज्योति मल्होत्रा जासूसी मामला : पाक और कश्मीर दौरा व ऑपरेशन सिंदूर में भी पाक एजेंट से संपर्क
हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तान के लिए जासूसी का गंभीर आरोप है। वह पाकिस्तान और कश्मीर की संदिग्ध यात्राओं के दौरान ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक एजेंटों से सक्रिय संपर्क में थी। मामले में कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और जांच जारी है।
हरियाणा की ट्रैवल ब्लॉगर व यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के लिए जासूसी करने के गंभीर आरोप लगे हैं। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि मल्होत्रा ने पाकिस्तान की यात्रा के बाद कश्मीर में संदिग्ध गतिविधियां कीं और 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाक एजेंटों से सीधा संपर्क रखा। मामले में अब तक कई गिरफ्तारियां और जांच जारी है।
ज्योति की पाकिस्तान से कश्मीर तक संदिग्ध यात्राएं
हरियाणा पुलिस के अनुसार, ज्योति मल्होत्रा ने पहली बार पाकिस्तान की यात्रा की, जिसे सुरक्षा एजेंसियां प्रायोजित और संदिग्ध मान रही हैं। इसके बाद उन्होंने कश्मीर का दौरा किया। हिसार के पुलिस अधीक्षक शशांक कुमार सावन ने बताया कि इन यात्राओं के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करने वाले उद्देश्य हो सकते हैं। इसके अतिरिक्त, मल्होत्रा ने चीन की यात्रा भी की थी, जिसका वीडियो उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किया था।
इन यात्राओं के दौरान मल्होत्रा पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के एजेंटों से संपर्क में थी और ऑपरेशन सिंदूर के दौरान व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नेपचैट जैसे मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर संवेदनशील सूचनाएं भेज रही थी।
ऑपरेशन सिंदूर और पाक एजेंटों से संपर्क
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तानी आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए ऑपरेशन सिंदूर चलाया। इस ऑपरेशन के दौरान ज्योति मल्होत्रा की गतिविधियां संदिग्ध पाई गईं। पुलिस ने बताया कि मल्होत्रा पाकिस्तानी एजेंटों के साथ सक्रिय संपर्क में थी और उनसे संवेदनशील जानकारी साझा कर रही थी हरियाणा पुलिस के अनुसार, यह कोई सामान्य यात्रा ब्लॉगर का मामला नहीं है, बल्कि एक संगठित और गहरा राष्ट्रीय सुरक्षा संकट है।
मामले की जांच में पता चला कि ज्योति मल्होत्रा का पाकिस्तान उच्चायोग में तैनात अधिकारी दानिश उर-रहीम से भी संपर्क था, जिन्हें भारत सरकार ने अमान्य राजनयिक घोषित कर देश निकाला था। इस अधिकारी के साथ उनके संवाद और मुलाकात की विस्तृत जांच जारी है।
ज्योति मल्होत्रा का यूट्यूब चैनल 'ट्रैवल विद जेओ' और इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर्स हैं। पुलिस के अनुसार, सोशल मीडिया के जरिए पाकिस्तानी एजेंसियों ने इन्हें एक ‘नैरेटिव वॉरफेयर’ का हथियार बनाया। इसका मकसद भारत विरोधी विचारधारा को फैलाना था। मल्होत्रा अन्य भारतीय सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स के संपर्क में भी थीं, जिनके पाकिस्तानी एजेंसियों से जुड़े होने की संभावना पर भी जांच हो रही है।
ज्योति मल्होत्रा को आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम और भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया।
उन्हें अदालत में पेश कर 5 दिन की पुलिस रिमांड मिली है।
पुलिस उनके लैपटॉप, मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का फोरेंसिक परीक्षण कर रही है।
उनके यात्रा रिकॉर्ड, पैसों के लेनदेन और पाकिस्तानी अधिकारियों के साथ हुई बैठकों की भी जांच चल रही है।
पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां मामले के गहरे नेटवर्क का पता लगाने के लिए लगातार जांच कर रही हैं।
अन्य गिरफ्तारी : HSGMC के हरकीरत सिंह भी हिरासत में
हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (HSGMC) के पर्यटन व आईटी विभाग प्रमुख हरकीरत सिंह को भी संदिग्ध गतिविधियों के कारण पुलिस ने हिरासत में लिया है। हरकीरत ने ज्योति मल्होत्रा के लिए पाकिस्तान वीजा की व्यवस्था की थी और वे पाकिस्तान यात्रा के लिए वीजा दिलाने में महत्वपूर्ण कड़ी माने जा रहे हैं। पुलिस अब एचएसजीएमसी के अन्य संभावित संलिप्त सदस्यों की जांच कर रही है।