/sootr/media/media_files/2025/05/18/TCfiySkvZaduWMHrAu5c.jpg)
MP NEWS: रेलवे टिकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर और 'ऑपरेशन सिंदूर' से जुड़ा संदेश छपने के बाद सियासी बवाल मच गया है। कांग्रेस ने इस पर कड़ी आपत्ति जताते हुए इसे सेना के पराक्रम को चुनावी लाभ के लिए इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है।
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने कहा कि भारत की परंपरा रही है कि सेना को राजनीति से दूर रखा जाए, लेकिन बीजेपी इसे प्रचार सामग्री बना रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि टिकट पर छपे बयान और तस्वीर चुनावी फायदे के लिए किए जा रहे हैं।
वहीं IRCTC का कहना है कि यह विज्ञापन नहीं, महज एक संदेश है। प्रधानमंत्री मोदी ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर पर अपने संबोधन में जानकारी दी थी, जिसमें 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने का दावा किया गया था। कांग्रेस और बीजेपी के बीच इस मुद्दे पर जबरदस्त सियासी घमासान जारी है।
टिकट पर छपी पीएम मोदी की तस्वीर
भारतीय रेलवे द्वारा जारी ऑनलाइन टिकटों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर के साथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से जुड़ा संदेश छपने के बाद राजनीतिक हलकों में खलबली मच गई है। कांग्रेस ने इसे लेकर कड़ी आपत्ति जताई है और इसे सेना के पराक्रम को राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करने की कोशिश बताया है। बीजेपी की ओर से अब तक इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई है, लेकिन मामला तेजी से सियासी रंग ले चुका है।
ये खबर भी पढ़िए... नए शैक्षणिक सत्र से पहले 7127 स्कूलों को मिलेंगे शिक्षक
सेना को राजनीति में घसीटना अनुचित
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के मीडिया सलाहकार पीयूष बबेले ने इस प्रचार को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय राजनीति में यह परंपरा रही है कि सेना के कार्यों को चुनावी बहस से दूर रखा जाए। उन्होंने दावा किया कि बीजेपी इस मर्यादा को तोड़ते हुए सेना के अभियानों को प्रचार सामग्री में तब्दील कर रही है, जो न केवल अनुचित है बल्कि खतरनाक भी है।
ये खबर भी पढ़िए... BHEL Recruitment 2025 : भेल में निकली 300 से ज्यादा पदों पर भर्ती, जानिए सैलरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान के साथ 51 घंटे के सीजफायर के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए operation sindoor का उल्लेख किया था। अपने 22 मिनट के भाषण में उन्होंने आतंकवाद, पहलगाम हमला, सिंधु जल समझौता और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर जैसे मुद्दों पर बात की थी। उन्होंने कहा था कि “जिन आतंकियों ने हमारी बहनों का सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें मिटा दिया।”
यह विज्ञापन नहीं, सिर्फ संदेश
विवाद बढ़ने पर IRCTC के पीआरओ वीके भट्टी ने सफाई देते हुए कहा कि रेलवे टिकट पर छपा यह संदेश कोई विज्ञापन नहीं है, बल्कि यह केवल एक सूचना या संदेश स्वरूप है। हालांकि, इस दावे को लेकर राजनीतिक दलों में असहमति बनी हुई है। कई नेताओं का मानना है कि इसका उद्देश्य चुनाव से पहले भावनात्मक माहौल बनाना है।
चुनावी दृष्टिकोण से टाइमिंग पर सवाल
विपक्ष ने यह भी सवाल उठाया कि जब बिहार चुनाव नजदीक हैं, ऐसे समय पर रेलवे टिकट पर प्रधानमंत्री की तस्वीर और सैन्य अभियान से जुड़ा संदेश प्रकाशित होना संदेहास्पद है। कांग्रेस नेताओं का मानना है कि यह कदम लोगों की भावनाओं को भुनाने और बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के इरादे से उठाया गया है।
जवाब से बचते दिखे रेलवे अधिकारी
भोपाल रेल मंडल के डीआरएम देवाशीष त्रिपाठी और आईआरसीटीसी के ज्वाइंट मैनेजर राजेंद्र बोरवन से जब इस मामले में प्रतिक्रिया ली गई, तो उन्होंने कोई स्पष्ट उत्तर नहीं दिया। इससे यह सवाल और भी गहराने लगा है कि क्या सरकारी एजेंसियों को भी राजनीतिक एजेंडा आगे बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।
अगर आपको ये खबर अच्छी लगी हो तो 👉 दूसरे ग्रुप्स, दोस्तों, परिवारजनों के साथ 🤝 शेयर करें 📢🔄
🤝💬👫👨👩👧👦