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Photograph: (THESOOTR)
कनाडा ने 30 सितंबर को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नेतृत्व वाले बिश्नोई गैंग को आतंकी संगठन के रूप में सूचीबद्ध कर दिया। यह कदम कंजरवेटिव और NDP नेताओं की मांग पर लिया गया। गैंग पर आरोप है कि वह हत्या, गोलीबारी, आगजनी और उगाही जैसे अपराधों में शामिल है।
इसके अलावा, गैंग खासकर भारतीय मूल के लोगों, उनके व्यवसायों और सांस्कृतिक हस्तियों को निशाना बनाता है। कनाडा सरकार ने यह फैसला लिया ताकि गैंग की गतिविधियों पर काबू पाया जा सके और भारतीय प्रवासी समुदाय को सुरक्षा का अहसास हो सके।
बिश्नोई गैंग का कच्चा चिट्ठा और कनाडा की कार्रवाई
कनाडा सरकार ने लॉरेंस बिश्नोई के गैंग को आतंकी संगठन घोषित करते हुए इसे अपने देश के लिए गंभीर खतरा बताया है। बिश्नोई गैंग भारत से संचालित होता है, और इसके मुखिया लॉरेंस बिश्नोई, जो भारतीय जेल में बंद हैं, ने मोबाइल फोन के माध्यम से गैंग की गतिविधियों को नियंत्रित किया है। कनाडा में यह गैंग खासकर भारतीय मूल के लोगों को निशाना बनाता है, जिनमें व्यवसायी और सांस्कृतिक हस्तियां शामिल हैं।
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बिश्नोई गैंग का अपराधों में संलिप्त होना
कनाडा सरकार के अनुसार, बिश्नोई गैंग हत्या, उगाही (extortion), गोलीबारी (shooting), आगजनी (arson) और अन्य अपराधों में संलिप्त है। गैंग के सदस्य भारतीय मूल के लोगों के व्यवसायों को धमकी देते हैं और उनसे भारी वसूली करने का प्रयास करते हैं। यह गैंग कनाडा में कई हत्याओं और अपराधों के लिए जिम्मेदार माना जाता है, विशेष रूप से उन लोगों के खिलाफ जो खालिस्तान की मांग का समर्थन करते हैं।
कनाडा सरकार का ऐतिहासिक फैसला
कनाडा ने यह कदम कंजरवेटिव और NDP (New Democratic Party) नेताओं की मांग पर उठाया है। इन नेताओं का मानना है कि बिश्नोई गैंग को आतंकवादी संगठन के रूप में सूचीबद्ध करना जरूरी है, ताकि इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके। इससे कनाडाई नागरिकों को यह संदेश दिया गया है कि देश में आतंकवाद और हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं होगा।
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गैंग के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का अधिकार
अब जब बिश्नोई गैंग ( Lawrence Bishnoi Gang ) को आतंकी संगठन घोषित किया गया है, कनाडा की कानून प्रवर्तन एजेंसियों को गैंग के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का अधिकार प्राप्त हो गया है। इसके अंतर्गत गैंग के सदस्य और इसके समर्थकों की संपत्तियों को जब्त करना, उनके बैंक खातों को फ्रीज करना और उनके खिलाफ मुकदमा चलाना शामिल है। कनाडाई सरकार का यह कदम गैंग की आर्थिक गतिविधियों को रोकने और इसके प्रभाव को सीमित करने के लिए उठाया गया है।
बिश्नोई गैंग के कनेक्शन और भारत-कनाडा सहयोग
रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने पिछले साल दावा किया था कि बिश्नोई गैंग का इस्तेमाल कनाडा में हत्याएं और उगाही करवाने के लिए किया जा रहा है। विशेष रूप से उन लोगों को निशाना बनाया जा रहा था, जो खालिस्तान आंदोलन का समर्थन कर रहे थे। भारत सरकार ने इन आरोपों को खारिज किया है और कनाडा के साथ मिलकर इस गैंग की आर्थिक गतिविधियों पर रोक लगाने का प्रयास किया है।
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बिश्नोई गैंग की मदद करना अब होगा अपराध
कनाडा सरकार के मुताबिक, बिश्नोई गैंग की मदद करना अब अपराध माना जाएगा। यह कदम गैंग के समर्थकों के लिए चेतावनी के रूप में लिया गया है। अगर कोई कनाडाई नागरिक इस गैंग के समर्थन में काम करता है या उसकी संपत्ति से लेन-देन करता है, तो उसे कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ेगा।
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कनाडा के मंत्री का बयान
कनाडा के पब्लिक सेफ्टी मंत्री गैरी अनंदसंगरी ने कहा कि हिंसा और आतंक का कनाडा में कोई स्थान नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि इस कदम से न केवल अपराध पर अंकुश लगेगा, बल्कि भारतीय प्रवासी समुदाय को भी सुरक्षा का अहसास होगा। यह फैसला कनाडा में रह रहे भारतीयों के लिए एक सकारात्मक कदम है, जो अब डर के माहौल में नहीं जी रहे होंगे।
कनाडा का यह कदम लॉरेंस बिश्नोई गैंग के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई है, जिससे न केवल गैंग की गतिविधियों पर काबू पाया जाएगा, बल्कि भारतीय समुदाय की सुरक्षा भी सुनिश्चित की जाएगी। इस कदम के बाद, कनाडा में बिश्नोई गैंग का प्रभाव कम होगा और इस गैंग के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का रास्ता साफ होगा।