बगावत करने वाले मदन राठौड़ को फिर राजस्थान BJP की कमान, जानें क्या हैं सियासी समीकरण

बीजेपी के वरिष्ठ नेता मदन राठौड़ को लगातार दूसरी बार राजस्थान बीजेपी का प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। 2024 में पहली बार यह जिम्मेदारी मिलने के बाद, अब दोबारा निर्विरोध चुने जाने पर उन्होंने राष्ट्रीय नेतृत्व का धन्यवाद किया। 

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Jitendra Shrivastava
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madan-rathore-rajasthan-bjp-president Photograph: (thesootr)

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राजस्थान बीजेपी की राजनीति में बड़ा फेरबदल हुआ है। पार्टी ने वरिष्ठ नेता मदन राठौड़ को एक बार फिर प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी है। 15 महीने पहले पार्टी से बगावत करने वाले राठौड़ ने संगठन में फिर से अपनी पकड़ मजबूत की और राष्ट्रीय नेतृत्व का विश्वास हासिल करने में सफल रहे। इस फैसले से यह साफ हो गया है कि बीजेपी ने राजस्थान में आगामी चुनावों को देखते हुए संगठन को और मजबूत करने की रणनीति अपनाई है। 

कभी पार्टी से बगावत करने वाले मदन राठौड़ ने फिर से संगठन में अपनी साख मजबूत की है। उनके राजनीतिक सफर में कई उतार-चढ़ाव आए, लेकिन पार्टी ने उनके समर्पण को देखते हुए एक बार फिर भरोसा जताया है।  

प्रदेशाध्यक्ष पद पर दूसरी बार नियुक्ति

बीजेपी ने एक बार फिर मदन राठौड़ पर भरोसा जताते हुए उन्हें राजस्थान इकाई का प्रदेशाध्यक्ष बनाया है। इससे पहले जुलाई 2024 में भी उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई थी। इस बार वे निर्विरोध चुने गए, जिससे साफ हो गया कि संगठन में उनके नेतृत्व को लेकर कोई विरोध नहीं था।  

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बगावत से वापसी की कहानी

मदन राठौड़ का राजनीतिक सफर काफी दिलचस्प रहा है। 2023 में हुए विधानसभा चुनावों में वे पाली जिले की सुमेरपुर सीट से टिकट चाहते थे, लेकिन पार्टी ने उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया। इससे नाराज होकर उन्होंने बगावत कर दी थी। हालांकि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत रूप से फोन कर उन्हें मनाने की कोशिश की, जिसके बाद उन्होंने अपनी उम्मीदवारी वापस ले ली थी।  

विधानसभा चुनावों में मिली चुनौतियां

मदन राठौड़ दो बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने 2003 और 2013 में कांग्रेस की दिग्गज नेता बीना काक को हराया था। लेकिन 2008 और 2018 में उन्हें टिकट नहीं दिया गया। बताया जाता है कि 2008 में तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष ओम माधुर के साथ मतभेदों के कारण उनका टिकट काट दिया गया था। 2013 में जब वे विधायक बने, तब उन्हें पार्टी का डिप्टी चीफ व्हिप बनाया गया।

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राज्यसभा में एंट्री और संगठन में नई जिम्मेदारी

राजनीति में मजबूत पकड़ और संगठन के प्रति समर्पण को देखते हुए बीजेपी ने मदन राठौड़ को 27 फरवरी 2024 को राज्यसभा सांसद बना दिया। यह उनके लिए एक बड़ी उपलब्धि थी। अब, प्रदेशाध्यक्ष बनने के बाद वे राजस्थान बीजेपी को एक नई दिशा देने की कोशिश करेंगे।  

संघ से राजनीति तक– मदन राठौड़ का सफर

70 वर्षीय मदन राठौड़ का जुड़ाव 1970 के दशक से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से रहा है। वे एक प्रचारक के रूप में संघ से जुड़े और 1980 के दशक में बीजेपी में सक्रिय रूप से शामिल हो गए। उन्होंने पाली जिले में पार्टी संगठन को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई।  

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने दी बधाई

मदन राठौड़ की नियुक्ति पर राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उन्हें बधाई दी और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में राजस्थान बीजेपी और अधिक सशक्त होगी। प्रदेशाध्यक्ष बनाए जाने के बाद मदन राठौड़ ने कहा कि मैं पार्टी नेतृत्व और कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करता हूं। सभी को साथ लेकर संगठन को और मजबूत करूंगा और राष्ट्रीय नेतृत्व की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा।  

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