बड़ी कार्रवाई: मायावती ने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से किया निष्कासित

बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक रहे अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। मायावती ने कहा आकाश ने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में आकर जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वहन नहीं किया।

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Jitendra Shrivastava
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mayawati-expels-nephew-akash-anand Photograph: (thesootr)

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उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। मायावती ने यह कदम उठाया है क्योंकि आकाश आनंद अपने ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में आकर पार्टी हित के खिलाफ काम कर रहे थे। मायावती ने इस निर्णय को आकाश की राजनीतिक नासमझी और स्वार्थी दृष्टिकोण के चलते लिया। इस निष्कासन का ऐलान मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर किया, जिसमें उन्होंने आकाश आनंद की राजनीतिक परिपक्वता की कमी की आलोचना की।

मायावती ने आकाश आनंद को अहम पदों से हटाया

उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ( mayawati ) ने पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद को पार्टी से बाहर कर दिया है। यह कदम मायावती ने 2 मार्च को उठाया, जब आकाश आनंद पार्टी के अहम पदों से हटा दिए गए थे। मायावती ने अपनी पार्टी की आल-इंडिया बैठक के बाद यह निर्णय लिया और इसे सोशल मीडिया पर सार्वजनिक किया।

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आकाश को राजनीतिक परिपक्वता दिखानी चाहिए

X (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि आकाश आनंद को उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ के प्रभाव में आकर लगातार पार्टी के हित के खिलाफ काम करते देखा गया। उन्होंने कहा कि आकाश आनंद को पहले पश्चाताप करके अपनी राजनीतिक परिपक्वता दिखानी चाहिए थी, लेकिन इसके विपरीत उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में स्वार्थी, अहंकारी और गैर-मिशनरी रवैया अपनाया।

mayawati का स्पष्ट बयान

मायावती ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि आकाश आनंद का यह रवैया प्रत्येक पार्टी के सिद्धांतों के खिलाफ था, और इस कारण उन्होंने आकाश को पार्टी और आंदोलन से बाहर करने का निर्णय लिया। मायावती ने इस कदम को बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर और मान्यवर कांशीराम के सिद्धांतों की रक्षा के रूप में लिया, जिसमें आत्मसम्मान, स्वाभिमान और अनुशासन की विशेष अहमियत है।

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आकाश आनंद और उनका परिवार

आकाश आनंद, जो mayawati के भतीजे हैं, 2019 में नेशनल कोऑर्डिनेटर के पद पर नियुक्त हुए थे। उनके पिता आनंद कुमार को भी बीएसपी का उपाध्यक्ष बनाया गया था। लेकिन अब इस फैसले से यह साफ हो गया है कि वे पार्टी के भीतर कोई भी राजनीतिक अनुशासन से समझौता नहीं करेंगी, चाहे वह परिवार का सदस्य हो या कोई अन्य व्यक्ति। 
कुल मिलाकर, mayawati का यह कदम बीएसपी की सख्त अनुशासन नीति को मजबूती देने की दिशा में है, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है।

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