मराठी ने नॉनवेज खाया, गुजराती ने शोर मचाया, भड़की प्रदेश की सियायत

मुंबई के घाटकोपर में मराठी और गुजराती समुदाय के बीच नॉनवेज खाने को लेकर विवाद हो गया। दरअसल एक गुजराती परिवार पर मराठी परिवार के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगा है। इस पूरे मामले में सिसायत शुरू हो गई है...

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Sandeep Kumar
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देश दुनिया न्यूज: मुंबई के संभव दर्शन कोऑपरेटिव हाउसिंग सोसाइटी में मराठी और गुजराती समुदायों के बीच नॉनवेज खाने को लेकर विवाद हो गया। बताया जा रहा है कि गुजराती परिवार ने मराठी परिवार को नॉनवेज खाने के कारण उन्हें गंदा कहा। इस पर मराठी परिवार का कहना है कि उनके खाने-पीने के तरीके को लेकर पड़ोसियों ने अपमानजनक टिप्पणी की, जिससे उन्हें मानसिक परेशानी हुई।

क्या है पूरा मामला

राम रिंगे नामक व्यक्ति ने बताया कि उन्हें कहा गया कि मराठी लोग गंदे होते हैं क्योंकि वे मांसाहारी भोजन का सेवन करते हैं। इसके बाद उन्होंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) को सूचित किया। मनसे के नेताओं ने इस मामले को गंभीरता से लिया और सोसाइटी के निवासियों को चेतावनी दी। अगर किसी ने मराठियों के साथ गलत व्यवहार किया, तो उसे गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ेगा।

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मनसे का हस्तक्षेप

मनसे के कार्यकर्ताओं ने मौके पर जाकर लोगों को समझाया और सोसाइटी के गुजराती और जैन निवासियों को फटकार लगाई। एमएनएस के कामगार सेना के उपाध्यक्ष राज परते ने सोसाइटी में प्रवेश किया और वहां के निवासियों से घटना के बारे में स्पष्टीकरण मांगा। हालांकि, आरोपी शाह नामक व्यक्ति अब तक सामने नहीं आया है। फिर भी, अन्य सोसाइटी के निवासियों ने सहयोग का हाथ बढ़ाया और कहा कि वे मराठी और गैर-मराठी समुदाय के बीच कोई भेदभाव नहीं करते हैं और मांसाहारी भोजन पर कोई प्रतिबंध नहीं है।

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भैयाजी जोशी का विवादित बयान

हाल ही में, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता भैयाजी जोशी ने मुंबई की भाषा मुद्दे पर एक विवादास्पद बयान दिया था । उन्होंने कहा था कि "मुंबई में मराठी सीखने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि यहां विभिन्न भाषाएं बोली जाती हैं। घाटकोपर क्षेत्र में गुजराती भाषा प्रचलित है।  इस बयान के बाद यह स्पष्ट हो गया कि विवाद और बढ़ सकता है।

 

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